फांसी का नाटक करते समय खिसक गई कुर्सी, फंदा कसने से हुई नाबालिग की मौत

कटनी। अपनी सहली पर एक लड़के से दोस्ती का दबाव बनाने के लिए फांसी का नाटक कर रही थी इसी दौरान कुर्सी खिसक गई और फांसी का फंदा कसने से नाबालिग बालिका की मौत हो गई। यह खुलासा पुलिस ने एक नाबालिग बालिका के फांसी लगाने से हुई मौत के मामलेे में किया है।

पुलिस ने बताया कि 12 साल की नाबालिग ने जिस सहेली के नाम लेटर छोड़ा था, 24 दिसंबर को उसके बयान लिए गए। सहेली के दुखद निधन के बाद वह काफी डरी-सहमी थी। उससे पूछताछ करने में लगभग दो घंटे का समय लगा। बच्ची ने बताया कि उससे एक लड़का दोस्ती करना चाहता था। वह मेरी मृतक सहेली का भी दोस्त था। उसने मुझे कई बार उससे दोस्ती करने को कहा, लेकिन मैंने हर बार मना कर दिया।

इसके बाद मेरी सहेली ने मुझे कई बार डराया और उससे दोस्ती करने का दबाव बनाया। मेरे नहीं मानने के बाद उसने अपने हाथ पर कुछ शब्द भी खुरच लिए थे। मैंने घटना के दो तीन दिन पहले से ही उससे बात करना बंद कर दिया था। उसने मुझसे बात करने की कोशिश भी की, लेकिन मैं उससे दूर रही। इसी को लेकर वह मुझे फांसी का नाटक कर डराना चाह रही होगी।

गौरतलब है कि इन्दौर के एरोड्रम थाना अंतर्गत मां वैष्णोदेवी नगर क्षेत्र निवासी एसएएफ में कांस्टेबल के पद पर पदस्थ अतुल सोलंकी की 12 वर्षीय बेटी आयुषी ने 22 दिसंबर की शाम घर में फांसी लगा ली थी। मामले में गुरुवार को बयान के दौरान एक नया खुलासा हुआ है। नाबालिग अपनी सहेली पर दबाव बनाने के लिए फांसी का नाटक कर रही थी।

इसी दौरान गलती से कुर्सी खिसक गई और फंदा उसके गले में कसा गया। नाबालिग ने अपने हाथ पर सॉरी जी भी खुरचकर लिखा था। वहीं, उसके पास से सहेली के नाम एक सुसाइड नोट भी मिला था। उसमें लिखा है कि हम दोनों से गलती हो गई है, माफ करना, ओके बाय-बाय फॉर एवर।

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