पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 23 दिसंबर 2020

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*********|| जय श्री राधे ||*********
?? *महर्षि पाराशर पंचांग* ??
??? *अथ पंचांगम्* ???
*********ll जय श्री राधे ll*********
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*दिनाँक -: 23/12/2020,बुधवार*
नवमी, शुक्ल पक्ष
मार्गशीर्ष
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि ———-नवमी 20:38:52 तक
पक्ष —————————शुक्ल
नक्षत्र ———–रेवती 28:31:46
योग ———-वरियान 12:47:50
करण ———-बालव 07:23:51
करण ———कौलव 20:38:52
वार ————————–बुधवार
माह ———————— मार्गशीर्ष
चन्द्र राशि ——-मीन 28:31:46
चन्द्र राशि ———————-मेष
सूर्य राशि ———————–धनु
रितु —————————-हेमंत
आयन ——————–उत्तरायण
संवत्सर ———————–शार्वरी
संवत्सर (उत्तर) ————प्रमादी
विक्रम संवत —————-2077
विक्रम संवत (कर्तक)——2077
शाका संवत —————-1942

वृन्दावन
सूर्योदय —————–07:07:52
सूर्यास्त —————–17:29:09
दिन काल ————-10:21:17
रात्री काल ————-13:39:09
चंद्रोदय —————–13:13:48
चंद्रास्त —————–25:48:47

लग्न —–धनु 7°32′ , 247°32′

सूर्य नक्षत्र ———————मूल
चन्द्र नक्षत्र ——————–रेवती
नक्षत्र पाया ——————–स्वर्ण

*??? पद, चरण ???*

दे —-रेवती 08:18:40

दो —-रेवती 15:02:11

च —-रेवती 21:46:37

ची —-रेवती 28:31:46

*??? ग्रह गोचर ???*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
========================
सूर्य= धनु 07°22 ‘ मूल , 3 भा
चन्द्र = मीन 19°23 ‘ रेवती ‘ 1 दे
बुध = धनु 9°07 ‘ मूल ‘ 3 भा
शुक्र= वृश्चिक 15 ° 55, अनुराधा ‘ 4 ने
मंगल=मीन 29°30 ‘ रेवती ‘ 4 ची
गुरु=मकर 06°22 ‘उ oषा o , 3 जा
शनि=मकर 05°43 ‘ उ oषा o ‘ 3 जा
राहू=(व)वृषभ 25°20 ‘मृगशिरा , 1 वे
केतु=(व)वृश्चिक 25°20 ज्येष्ठा , 3 यी

*???शुभा$शुभ मुहूर्त???*

राहू काल 12:19 – 13:36 अशुभ
यम घंटा 08:26 – 09:43 अशुभ
गुली काल 11:01 – 12:19 अशुभ
अभिजित 11:58 -12:39 अशुभ
दूर मुहूर्त 11:58 – 12:39 अशुभ

?गंड मूल अहोरात्र अशुभ

?पंचक 07:08 – 28:32* अशुभ

?चोघडिया, दिन
लाभ 07:08 – 08:26 शुभ
अमृत 08:26 – 09:43 शुभ
काल 09:43 – 11:01 अशुभ
शुभ 11:01 – 12:19 शुभ
रोग 12:19 – 13:36 अशुभ
उद्वेग 13:36 – 14:54 अशुभ
चर 14:54 – 16:11 शुभ
लाभ 16:11 – 17:29 शुभ

?चोघडिया, रात
उद्वेग 17:29 – 19:12 अशुभ
शुभ 19:12 – 20:54 शुभ
अमृत 20:54 – 22:36 शुभ
चर 22:36 – 24:19* शुभ
रोग 24:19* – 26:01* अशुभ
काल 26:01* – 27:44* अशुभ
लाभ 27:44* – 29:26* शुभ
उद्वेग 29:26* – 31:08* अशुभ

?होरा, दिन
बुध 07:08 – 07:59
चन्द्र 07:59 – 08:51
शनि 08:51 – 09:43
बृहस्पति 09:43 – 10:35
मंगल 10:35 – 11:27
सूर्य 11:27 – 12:19
शुक्र 12:19 – 13:10
बुध 13:10 – 14:02
चन्द्र 14:02 – 14:54
शनि 14:54 – 15:46
बृहस्पति 15:46 – 16:37
मंगल 16:37 – 17:29

?होरा, रात
सूर्य 17:29 – 18:37
शुक्र 18:37 – 19:46
बुध 19:46 – 20:54
चन्द्र 20:54 – 22:02
शनि 22:02 – 23:10
बृहस्पति 23:10 – 24:19
मंगल 24:19* – 25:27
सूर्य 25:27* – 26:35
शुक्र 26:35* – 27:44
बुध 27:44* – 28:52
चन्द्र 28:52* – 30:00
शनि 30:00* – 31:08

*नोट*— दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*?दिशा शूल ज्ञान-——————–उत्तर*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*? अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

9 + 4 + 1 = 14 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*? शिव वास एवं फल –:*

9 + 9 + 5 = 23 ÷ 7 = 2 शेष

गौरि सन्निधौ = शुभ कारक

*?भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*?? विशेष जानकारी ??*

* पंचक समाप्त 28:32

*श्री हरि जयन्ती

* किसान दिवस

* चौ० चरण सिंह जयन्ती

*??? शुभ विचार ???*

विद्या मित्रं प्रवासेषु भार्या मित्रं गृहेषु च ।
व्यधितस्यौषधं मित्रं धर्मो मित्रं मृतस्य च ।।
।।चा o नी o।।

वर्षा के जल के समान कोई जल नहीं. खुदकी शक्ति के समान कोई शक्ति नहीं. नेत्र ज्योति के समान कोई प्रकाश नहीं. अन्न से बढ़कर कोई संपत्ति नहीं.

*??? सुभाषितानि ???*

गीता -: कर्मसंन्यासयोग अo-05

सन्न्यासः कर्मयोगश्च निःश्रेयसकरावुभौ ।,
तयोस्तु कर्मसन्न्यासात्कर्मयोगो विशिष्यते ॥,

श्री भगवान बोले- कर्म संन्यास और कर्मयोग- ये दोनों ही परम कल्याण के करने वाले हैं, परन्तु उन दोनों में भी कर्म संन्यास से कर्मयोग साधन में सुगम होने से श्रेष्ठ है॥,2॥,

*?? दैनिक राशिफल ??*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
थोड़े प्रयास से काम बनेंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। मान-सम्मान प्राप्त होगा। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। उत्साव व एकाग्रता में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेगा। शुभ समय।

?वृष
पुराना रोग उभर सकता है। बेवजह विवाद की स्थिति निर्मित होगी। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। नकारात्मकता रहेगी। भागदौड़ अधिक होगी। दुविधा रहेगी। जोखिम बिलकुल नहीं लें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। समय नेष्ट है।

?मिथुन
विद्यार्थी वर्ग अपने कार्य में सफलता प्राप्त करेगा। अध्ययन संबंधी बाधा दूर होगी। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मित्रों के साथ समय अच्छा व्यतीत होगा। आय के साधनों में वृद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी।

?कर्क
प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। अज्ञात भय रहेगा। शारीरिक कष्ट संभव है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। भूमि व भवन संबंधी खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। कोई कारोबारी बड़ा सौदा हो सकता है। बेरोजगारी दूर होगी।

?सिंह
शत्रु नतमस्तक होंगे। आराम का वक्त प्राप्त होगा। चैन की सांस ले पाएंगे। थकान व कमजोरी रह सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। धन प्राप्ति सुगम होगी। निवेश शुभ फल देगा। कारोबार में वृद्धि होगी। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। प्रमाद न करें।

?‍♀️कन्या
पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। किसी विशेष व्यक्ति से अकारण विवाद हो सकता है। आशंका-कुशंका के चलते निर्णय लेने की क्षमता घटेगी। महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। धनार्जन होगा।

⚖️तुला
दुष्टजनों से दूर बनाएं। धार्मिक कार्य, पूजा-पाठ-दान इत्यादि में खर्च होगा। कोर्ट व कचहरी तथा सरकारी कार्यालयों में रुके कार्य मनोनुकूल रहेंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि में लाभ होगा। शारीरिक कष्ट के योग हैं, सावधानी रखें।

?वृश्चिक
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। नए कार्य मिल सकते हैं। सामाजिक कार्य करने का मन बनेगा। मान-सम्मान प्राप्त होगा। आय में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। घर-परिवार की चिंता रहेगी। प्रतिद्वंद्वी शांत रहेंगे। जल्दबाजी न करें।

?धनु
यात्रा लाभदायक रहेगी। बकाया लेनदारी वसूल होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। भाग्य का साथ रहेगा। निवेशादि शुभ फल देगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।

?मकर
शारीरिक कष्ट संभव है। अनहोनी की आशंका रहेगी। घर में अतिथियों का आगमन होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आराम का वक्त मिलेगा। घर-परिवार में प्रसन्नता तथा संतुष्टि से जीवन निर्वाह होगा। आय में वृद्धि होगी।

?कुंभ
परीक्षा, प्रतियोगिता व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। निवेश आदि शुभ फल देंगे। भाग्य का साथ रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जल्दबाजी न करें।

?मीन
पुराना रोग उभर सकता है। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। किसी व्यक्ति विशेष से विवाद हो सकता है। मान घटेगा। किसी भी अपरिचित की बातों में न आएं। जल्दबाजी न करें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। विवेक से कार्य करें। धनार्जन होगा।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
*आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)*
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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