लैंक्‍सेस इंडिया को व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए मिला गोल्डन पीकॉक अवार्ड

विशिष्ट रसायन कंपनी लैंक्‍सेस  इंडिया ने अपनी प्रतिबद्धता और व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियों के लिए वर्ष 2020 का प्रतिष्ठित गोल्डन पीक ऑक्यूपेशनल हेल्थ एंड सेफ्टी (जीपीओएचएसए) पुरस्कार जीता है।

लैंक्‍सेस के लिए अपने कर्मचारियों और समुदाय के स्वास्थ्य और सुरक्षा की रक्षा करना हमेशा सबसे अधिक महत्‍वपूर्ण रहा है। समूह के दिशानिर्देशों और कानूनी आवश्यकताओं के अनुसार विनिर्माण संयंत्रों का सुरक्षित और गारंटीयुक्त संचालन संगठन की सफलता के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त है।  ‘शून्य दुर्घटनाओं’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सुरक्षा के तरीकों, व्यवहारों और स्थितियों को सुनिश्चित करने और उसे निरंतर सुधारने के लिए संगठन में सभी स्तर के अधिकारी और कर्मचारी एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं।

रासायनिक पदार्थों को संभालना और तकनीकी उपकरणों के साथ काम करना बुनियादी रूप से स्वास्थ्य और सुरक्षा के जोखिमों से जुड़ा रहता है। उन 33 देशों में जहां लैंक्‍सेस  संचालित है, संगठन मौजूदा और नई सुविधाओं वाले दोनों तरह के संयंत्रों में इन जोखिमों और खतरे की आशंकाओं की पहचान करता है और पहले से निर्धारित निवारक और सुरक्षात्मक उपायों को लागू करके उन्हें कम करता है। कंपनी की ओएचएस प्रबंधन प्रणाली कानूनी आवश्यकताओं और सर्वोत्तम औद्योगिक प्रथाओं के आधार पर तैयार की गई है।

लैंक्‍सेस  को यह पुरस्कार मंगलवार, 15 दिसंबर को श्री अर्जुन राम मेघवाल, माननीय केंद्रीय राज्‍य मंत्री, संसदीय मामले और भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उपक्रम, भारत सरकार, श्री गिराश चंद्र मुरमु, आइएएस, भारत के माननीय कम्‍प्‍ट्रोलर एवं ऑडिटर जनरल, श्री मार्क मिलर एफसीसीए, प्रेसिडेंट एसीसीए (एसोसिएशन ऑफ चार्टर्ड सर्टिफाइड अकाउंटेंट्स), यूके और अन्‍य प्रमुख गणमान्‍य व्‍यक्तियों  की उपस्थिति में प्रदान किया गया।

इस अवसर पर टिप्पणी करते हुए लैंक्‍सेस इंडिया के वाइस चेयरमैन और प्रबंध निदेशक नीलांजन बनर्जी,  जिन्हें हाल ही में 2020 के लिए सीआईआई (भारतीय उद्योग परिसंघ) की राष्ट्रीय रसायन और पेट्रोकेमिकल्स समिति का वाइस चेयर नियुक्त किया गया है और जो सीआईआई में सुरक्षा और संवहनीयता पर बनी उप-समिति के प्रमुख भी हैं, ने कहा – “लैंक्‍सेस इंडिया में हमारा मानना है कि सभी तरह के कामों के दौरान लगने वाली चोटें रोकी जा सकती हैं और हमारा दर्शन यह है कि हमारे कर्मचारी और हमारे सभी व्यावसायिक साझेदार और सहयोगी जिनके साथ हम काम करते हैं, को ड्यूटी के बाद स्वस्थ और सुरक्षित घर जाना चाहिए।

हम अपनी गतिविधियों के प्रबंधन के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि बड़े पैमाने पर अपने कर्मचारियों और समुदाय के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए अनावश्यक या अस्वीकार्य जोखिमों से बचा जा सके। यह पुरस्कार हमारे निरंतर चल रहे प्रयासों का स्‍पष्‍ट प्रमाण है, विशेष रूप से मौजूदा चुनौतीपूर्ण समय के दौरान यह पुरस्कार प्राप्त करना बेहद उत्साहजनक है। यह हमें अपनी व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली को और मजबूत बनाने के लिए हमारे प्रयास जारी रखने के लिए प्रेरित करता है।

नागदा (अशोक परमार)

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