खरगोन 02 दिसंबर 2020/ गत 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के अवसर पर जिला जेल में विधिक साक्षरता शिविर आयोजित किया गया। कोरोना के बढ़ते संक्रमण कोे देखते हुए शिविर में कोरोना के बचने पर पर जोर दिया गया।
शिविर में संबोधित करते हुए एडीजे श्री सुभाष सोलंकी ने कहा कि एचआईवी शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता पर आक्रमण करता है, जिसका काम शरीर को संक्रामक बिमारियों, जो कि जीवाणु और विषाणु से होती हैं, से बचाना होता है।
एचआईवी रक्त में उपस्थित प्रतिरोधी पदार्थ लसीका-कोशों पर हमला करता है। ये पदार्थ मानव को जीवाणु और विषाणु जनित बीमारियों से बचाते हैं और शरीर की रक्षा करते हैं।
उन्होंने कहा कि एड्स रोगी निःशुल्क विधिक सहायता का पात्र होता है। वह भी समाज का अभिन्न अंग है व उसे भी जीने का अधिकार है। कानून की नजर में सभी एक समान है। शिविर में द्वितीय अपर सत्र न्यायाधीश श्रीमती गीता सोलंकी एवं जेल अधीक्षक श्री ओसारी एवं जेल के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।