13 दुकानें आग से जलकर हो गयी खाक दमकल दस्ते को आग पर काबू पाने में लग गये चार घण्टे,

हाथे में खड़े दो चौपहिया वाहन भी आये आग की चपेट में

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0 नजदीक के मकानों तक पहुंची आग की लपटे, चटक गयी दीवारे
0 पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे लगातार डटे रहे सीओ सदर
0 पीआरवी के जवानों ने भी आग बुझाने में दिखाया हौंसला
महोबा 5 अक्टूबर। बुधवार को आधी रात के बाद शहर के महिला जिला अस्पताल के नजदीक 13 दुकानें जिनमें अधिकांश गुमटियां है, आग की चपेट में आकर खाक हो गयी, दमकल दस्ता को आग पर काबू पाने के लिए कम से कम चार घण्टे मशक्कत करना पड़ी है अग्निकाण्ड की घटना की खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंच गये अग्निकाण्ड की इस घटना से नजदीक के मकानों को भी क्षति पहुंची है और दीवारे चटक गयी है जबकि यही नजदीक में खड़ी दो चौपहिया वाहन आग की चपेट में आकर खाक हुये है, अनुमान लगाया जा रहा है कि आग की इस घटना से अग्नि पीड़ितों को तकरीबन एक करोड़ की क्षति हुयी है।
शहर के महिला जिला अस्पताल के नजदीक दुकान और गुमटियों में देर रात अचानक शार्ट सर्किट से आग लग गयी देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया यहां से उठती आग की लपटे दूर-दूर तक दिखाई पड़ रही थी और यह आग एक दुकान से होते हुये बगल की दुकान को चपेट में लेती चली गयीं। नजदीक के मकान भी इसकी चपेट में आने से बच नहीं पाये है और उनकी दीवारे भी चटक गयी है यहां एक हाथे में खड़ी दो चौपहिया वाहन भी इस आग का शिकार हुये है।
यहां अधिकांश गुमटी और दुकानों में सब्जी, फल, फनीर्चर, कम्प्यूटर, मोबाइल, किराना, भूसा, बांस बल्ली, आढ़त की दुकान शामिल है, यह सब इस अग्निकाण्ड की चपेट में आकर खाक हो गयी है अग्नि पीड़ितों को लाखों की क्षति उठाना पड़ी है अनुमान व्यक्त किया जा रहा है इन 13 दुकानो का नुकसान बाजारू कीमत के अनुसार एक करोड़ का है।
उधर आग की लपटे देख मोहल्ले वासी फौरन आग बुझाने के प्रयासों में जुट गये लेकिन आग इतनी भीषण थी कि उनकी हिम्मत जवाब देने लगी इसकी सूचना यहां दमकल विभाग को दी गयी सूचना मिलते ही दमकल दस्ता आनन-फानन में मौके पर पहुंच गया और उसे आग बुझाने में कम से कम चार घण्टे कड़ी मशक्कत करना पड़ी उनका जल टेंकर कई बार पानी भरने के बाद खाली होता रहा।
हालांकि अग्निकाण्ड की इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है उधर सूचना मिलते ही जिले के पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंच गये क्षेत्राधिकारी नगर कालू सिंह, अग्निकाण्ड की खबर मिले ही पहुंच गये और लगातार आग बुझने तक मौजूद रहे इसके अलावा पीआरवी वाहन 1254 के जवान भी मुस्तैद रहे और पानी डाल-डाल कर आग बुझाते रहे।
तिनका-तिनका जोड़ खड़ा किया कारोबार, पल में हो गया स्वाहा
महोबा। अब अग्नि पीड़ितों के आंसू थामे नहीं थम रहे है, बस मुंह से निकल रहा है कि बर्बाद हो गये तिनका-तिनका जोड़कर दुकान बनायी थी, सामान भरा था और इसके जरिये घर का भरण पोषण हो रहा था जिंदगी की गाड़ी संतोष और सुकून के साथ चल रही थी लेकिन पल भर में सब कुछ बदल दिया। अब फर्नीचर की दुकान खोले राजेन्द्र हो या किराना स्टोर चलाने वाले गुप्ता जी, या मोबाइल शॉप के मिथलेश, सबके सब परेशान हो उठे है
उनका कहना है कि बमुश्किल तमाम किसी तरह दुकान संजोयी थी दुकान के माध्यम से छोटे बड़े सपने सब देख रहे थे लेकिन अग्निकाण्ड की इस घटना ने उनके सपनों को एक झटके में चकना चूर कर दिया है। अग्नि पीड़ितों ने शासन-प्रशासन से आर्थिक सहायता उपलब्ध कराये जाने की गुहार लगाई है ताकि वह फिर से अपने करोबार को खड़ा कर सके।
राष्ट्रीय जजमेंट के लिए महोबा काजी आमिल की रिपोर्ट

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