राज्यसभा चुनाव: निर्दलीय प्रकाश बजाज का पर्चा खारिज होने से फिर पलटी बाजी

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उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों को लेकर होने वाले चुनाव को लेकर स्थिति साफ हो चुकी है. विधानसभा में रिटर्निंग अधिकारी की जांच प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रत्याशी राम जी गौतम के नामांकन पर फैसला आ चुका है. उनके नामांकन में कोई खामी नहीं पाई गई है. वह बसपा के प्रत्याशी बने रहेंगे. वहीं यूपी राज्यसभा चुनाव को लेकर बसपा के पांच विधायकों की बगावत बेकार हो चुकी है. समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का पर्चा खारिज हो चुका है. माना जा रहा था कि प्रकाश बजाज की वजह से ही बसपा के अंदर बगावत हुई थी. लेकिन उनका पर्चा खारिज होने के बाद बसपा के बागी विधायकों की बगावत बेकार हो चुकी है.

प्रकाश बजाज का पर्चा खारिज होने के बाद राज्यसभा के लिए 10 सीटों पर उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय है. अब 8 बीजेपी, एक सपा और एक बसपा का राज्यसभा सदस्य चुना जाना लगभग तय है. वहीं पर्चा खारिज होने पर प्रकाश बजाज गुरुवार को हाई कोर्ट में अपील दायर करेंगे. अगर उन्हें कोर्ट से राहत नहीं मिली तो सभी 10 उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए जाएंगे जिसमें एक बसपा और एक सपा को सीट मिलेगी. बसपा में हुई थी बगावत इससे पहले, राज्यसभा के लिए हो चुनाव में बसपा प्रत्याशी रामजी गौतम के दस प्रस्तावकों में से 5 ने अपना प्रस्ताव वापस ले लिया था. बसपा के असलम चौधरी, असलम राईनी, मुज्तबा सिद्दिकी, हाकम लाल बिंद, गोविंद जाटव ने अपना प्रस्ताव वापस ले लिया था. इसके बाद बागी विधायकों में सुषमा पटेल और वंदना सिंह का भी नाम जुड़ गया था

क्या कहता है समीकरण

उत्तर प्रदेश विधानसभा की 403 सीटों में अभी 395 विधायक हैं. आठ सीट खाली हैं. बीजेपी के पास अभी 306 विधायक हैं. सपा के पास 48, बसपा के 18, कांग्रेस के 7, अपना दल के 9 और ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के चार विधायक हैं. विधानसभा में चार निर्दलीय और एक निषाद पार्टी का विधायक है. मौजूदा समीकरणों के मुताबिक बीजेपी अपनी 8 सीटों पर आसानी से जीत दर्ज कर लेगी. सपा के पास भी जीतने का मौका है. निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का पर्चा खारिज होने के बाद बसपा प्रत्याशी का रास्ता आसान हो गया है

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