छतरपुर: ट्रैक्टर संचालक दिन रात रेत का अवैध उत्खनन कर खेतों से ला रहे बालू
छतरपुर– छतरपुर जिला रेत के अवैध कारोबार में पूरे प्रदेश में पहले ही सुर्खियां बटोर चुका है अब जिले में रेत को लेकर प्रदेश सरकार ने नई नीतियों के अनुसार रेत खदानों का 3 साल का ठेका आनंदेश्वर एग्रो फूड लिमिटेड कंपनी को दिया है जिसमें कंपनी को 48 खदानो की स्वीकृत कराई गई हैं जहां से रेत का व्यापार अवैध तरीके से ना होकर शासन की नीतियों के अनुसार किया जा सके जिसमें सरकार को रॉयल्टी स्वरूप करीब 100 करोड़ रुपये का राजस्व दिया गया।
वीओ- छतरपुर जिले में रेत के काले कारोबार की बात करें तो पूर्व में सफेद पोस नेताओं के द्वारा जिले भर में रेत का अवैध कारोबार किया गया जब इस बार शासन की नीतियों के मुताबिक शासन ने आनंदेश्वर एग्रो फूड लिमिटेड कंपनी को ठेका दिया तो सफेदपोश नेता को यह बात हजम नहीं हुई और किसी ना किसी रूप में आनंदेश्वर एग्रो फूड लिमिटेड कंपनी को भगाने की फिराक में पीछे लग गए सफेदपोश नेता यह नहीं चाहते कि आनंदेश्वर एग्रो फूड लिमिटेड कंपनी जिले में काम करें और शासन को करोड़ों की रॉयल्टी मिल सके ऐसे में सफेदपोश नेता आनंदेश्वर एग्रो फूड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को भगाने की फिराक में लगे हुए हैं लेकिन मजे की बात तो यह है कि ऐसे में प्रशासन को इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
छतरपुर जिले में रेत का उत्खनन केवल चंदला विधानसभा में ही नहीं बल्कि पूरे छतरपुर जिले में देखने को मिलता है हम आपको बता दें कि छतरपुर जिले के सटई रोड की कुछ तस्वीरें हम आपको दिखाने रहे हैं जिसमें स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि किस तरह से रेत के काले कारोबार में ट्रैक्टर संचालक दिन रात रेत का अवैध उत्खनन कर खेतों से बालू ला रहे हैं ऐसे में प्रशासन और सत्ता पक्ष और विपक्ष के जनप्रतिनिधि चुप है ऐसे में प्रशासन के नाक के नीचे से करीब 1500 टैक्टर रेत का अवैध उत्खनन कर शहर में खुलेआम रेत बेच रहे हैं हालांकि मजे की बात तो यह है कि पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत से यह रेत का काला कारोबार चल रहा है यहां तक कि खनिज विभाग भी कहीं ना कहीं इस रेत के कारोबार में लिप्त दिखाई देता है।
छतरपुर के सटई रोड स्थित कस्बों से टेक्टर संचालक रेत लेकर आते हैं और उसे पानी से साफ करके बेचते हैं यदि यह सभी ट्रैक्टर इल्लीगल रूप से चलते रहे तो आनंदेश्वर एग्रो फ़ूड प्राइवेट लिमिटेड करोड़ों का राजस्व कैसे जमा कर पाएगा जिससे आनंदेश्वर एग्रो फूड लिमिटेड को लाखों का नुकसान होगा जब इस संबंध में खनिज इस्पेक्टर अजय मिश्रा से बात की तो उनका कहना था कि आपके द्वारा जानकारी दी गई है जल्द ही अवैध ट्रैक्टर संचालकों पर पुलिस प्रशासन और खनिज विभाग की संयुक्त कार्रवाई की जाएगी जिससे इस अवैध उत्खनन करने वाले ट्रैक्टर संचालकों पर शिकंजा कसा जा सके अब देखना होगा कि खनिज विभाग इस रेत के अवैध कारोबार को बंद करा पाता है या फिर यूं ही रेत का काला कारोबार शहर में चलता रहेगा।