एटा जिले के जैथरा में प्रेम विवाह करने पर बहन की हत्या करने के इरादे से भाई ने उसको अगवा कर लिया। वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया, जब बहन रविवार शाम को अपने ससुर के साथ जा रही थी। उन्होंने आरोपियों को पहचान लिया और पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। सोमवार को पुलिस ने युवती को सकुशल बरामद कर छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सभी को जेल भेज दिया गया है।
एसएसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि थाना रिजोर क्षेत्र के गांव मिर्जापुर सई के पास वीरवती पत्नी सचिन का रविवार शाम को कार सवारों ने उस वक्त अपहरण कर लिया, जब वो अपने ससुर अतिराज निवासी गांव रैद थाना जैथरा के साथ बाइक से फिरोजाबाद जिले के गांव नगला कोठी जा रही थी।
बाइक पर बहनोई विजयपाल सिंह निवासी भरतौली भी साथ थे। रास्ते में एटा-शिकोहाबाद रोड पर ग्राम मिर्जापुर सई के पास बाइक पंचर हो गई। तभी वहां कार आकर रुकी। कार सवार वीरवती का अपहरण कर ले गए। विजयपाल सिंह ने बंटू, करन सिंह, रामदूत, रामसरन, रघुनंदन और अज्ञात कार चालक के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया।
युवती ने सचिन से किया था प्रेम विवाह
वीरवती ने सचिन के साथ प्रेम विवाह किया है। इसके बाद दोनों नोएडा चले गए, वहां से शुक्रवार को ही लौटे। वीरवती के पिता सत्यराम ने सचिन के खिलाफ बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। युवती ने कोर्ट में सचिन के पक्ष में बयान दिए तो बालिग होने के चलते मर्जी से जाने की अदालत ने अनुमति दे दी । तभी से युवती पति सचिन के घर रह रही थी।
भाई ने कबूला हत्या करने का था इरादा
युवती के भाई करन सिंह पुत्र सत्यराम निवासी खिरिया थाना जैथरा ने पुलिस की पूछताछ में कबूल किया है कि उसने बहन का अपहरण हत्या करने के इरादे से किया था। प्रेम विवाह करने से बहन ने बदनामी कराई थी, इसलिए हत्या करना चाहते थे।
भाई सहित इन छह को किया गया गिरफ्तार
पुलिस को सूचना मिली कि युवती को हत्या करने के इरादे से ले जाया जा रहा है। तभी चपरई मोड़ तिराहा के पास से पुलिस ने बंटू पुत्र दुर्विजय, करन सिंह पुत्र सत्यराम, रामदूत पुत्र राजाराम, रामसरन पुत्र राजाराम निवासीगण खिरिया थाना जैथरा, रघुनंदन रविन्द्र पुत्र चंद्रपाल निवासी नगला लीलाधर को ईको कार सहित गिरफ्तार कर युवती को सकुशल मुक्त करा लिया।