M.P.मैंहर में कोरोना महामारी को लेकर हो रही है लापरवाही

0
माँ शारदे मैंहर की धार्मिक नगरी में देखने को आ रहा है कि इस समय कोरोना संक्रमित वायरस महामारी अपनी चरम सीमा में दिन प्रतिदिन उननोत्तर व्रद्धि के शिखर पर जिले में पॉजिटव के रूप में अग्रणी स्थान बनाये हुए है।जैसा कि विदित हो मैंहर में जब कोरोना के एक भी मरीज नही थे तो मैंहर की धरा में प्रशासन से पूर्णतः कराई से पालन कराया गया था। अब जबसे लाकडाउन खुल गया है देखने को मिल रहा है हर तरफ घोर लापरवाही का आलम दिख रहा है।
शाशन प्रशाशन भी यदा कदा चौराहे पर चाक चोबस करके मार्क्स न लगाने पर जुर्माना राशि बसूल लेती है। देखने को मिलता है जब प्रशाशन कराई का रूप धारण करती है तो जनता जनार्दन पर भय का रूप दिखता है और हर तरफ सुरक्षा का माहौल बनने लगता है। किंतु यह माहौल छणिक मात्र होता है। एक कहावत है जस दूल्हा तस सजी बराता। अर्थात जब प्रशाशन का रुख कड़ा होता है तो जनता भी नियम तौर तरीके से चलना प्रारम्भ कर देती है।
किंतु जैसे ही प्रशाशन ने ढील दी जनता भी सुस्त होकर कोरोना जैसी घातक संक्रमित महामारी को फैलाने के लिए आतुर हो जाती है। रवींद्र सिंह मंजू सर मैंहर की कलम यह प्रश्न पूछती है कि क्या शाशन के द्वारा जो लाकडाउन खोलने के संदर्भ में जो गाइड लाइन जारी किए गए है उनका पालन दुकानदार , जनता जनार्दन ,कार्यालय , बैंक ,होटल ,सार्वजनिक स्थान , अस्पताल आदि जगहों में पालन हो रहा है। जहाँ तक देखने को मिल रहा है सभी जगह मैंहर की धरा पर घोर लापरवाही देखने को मिल रही है।
आखिर जब कोरोना संक्रमित पॉजिटिव मरीज पाए जाते है तब थोड़ा चाक चोबस बंदोबस्त कर दिया जाता है। एक कहावत है कि एक दिन दिवाली के खाये पड़वा नही मोटाय। वही हाल इन दिनों मैंहर का है। एक दिन चाक चोबस , मार्क्स , सेनेटराइज , जागरूकता जुर्माना रूपी कार्य किया जाता है। फिर बाद में शून्य।प्रश्न यह उपस्थित होता है कि आखिर कब इस कोरोना के बढ़ते हुए ग्राफ को रोका जाएगा। उसका सीधा सा उत्तर है हम सुधरेंगे , युग सुधरेगा , जागो जनता जनार्दन जागो। अब नही तो कभी नही।
कोरोना एक म्रत्यु रूपी संक्रमित वायरस घातक बीमारी है। इसको हम सभी एक दूसरे से दूरी बनाकर सोसल डिस्टनसिंग एवम प्रशाशन के द्वारा जो सुरक्षा रूपेण मापदण्ड निर्धारित किये गए है। उनका हम सभी को बिना भेदभाव के पालन करना होगा। अर्थात जब जागो तभी सवेरा। प्रशाशन का साथ जनता जनार्दन को कंधे से कंधा मिलाकर साथ देना होगा।
क़्योंकि सभी लोग परिवार वाले है। यह एक व्यक्ति की समस्या नही है कि हमे हो जाएगा तो कोई बात नही । एक से अनेक , अनेक से सैकड़ो , सैकड़ो से हजार में संक्रमित फैलने वाला वायरस है। अतः जनता जनार्दन से करबद्ध आग्रह है कि इस कोरोना को लेकर जाग्रत रहे क़्योंकि जान है तो जहान है।

 

 रवींद्र सिंह (मंजू सर) मैंहर की रिपोर्ट 

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More