कुशीनगर तरयासुजान हत्या कांड में पुलिस पर ग्रामीणों ने बोला हमला, बचाव के लिए पुलिस ने की लाठीचार्ज
जिले के तरयासुजान थाना क्षेत्र में करीब एक साल पहले मठियाश्रीराम निवासी मृतक महेश्वर पाण्डेय के छोटे पुत्र कमलेश की बगल के गांव खैरटियां गन्ने के खेत में गला दबाकर हत्या कर दी गयी थी। मामले में तत्कालीन थानाध्यक्ष ने किसी दबाव में एफआईआर लिखने से ही इनकार कर दिया।
ग्रामीणों से बात करते एडिशनल पुलिस अधीक्षक
मृतक ने बेटे के न्याय के खातिर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया तो चार लोगों को जेल भेजा गया।परिणाम स्वरूप प्रतिशोध को हवा मिल गयी।मिली जानकारी के अनुसार मृतक सुबह करीब 11बजे पंजाब नेशनल बैंक सेवरही गया और कुछ जरूरी सामानों के साथ घर लौट रहा था।
इसी बीच दनियाडी चौराहे से पहले ईंट भट्ठे के समीप पूर्व से घात लगाए दो मोटरसाइकिल पर सवार तीन अपराधियों ने कनट्टी पर दो गोली दाग दी।जिससे मौके पर महेश्वर पांडेय ने तड़प तड़प कर जान दे दी।
ग्रामीणों को समझाती पुलिस
राहगीरों के सूचना के डेढ़ घंटे बाद तक पुलिस नहीं पहुंची तो ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रख उच्चाधिकारियों के आने की मांग करने लगे और इसके साथ ही आक्रोशित लोगों ने हलका के एसआई प्रदीप कुमार व रविभूषण राय के रिश्वत खोरी के नारे बुलंद होने लगा।
रात करीब 8बजे पहुंचे एडिशनल एसपी
घटना स्थल पर बात करते पुलिस अधिकारी
एडिशनल एसपी के द्वारा मान मनौवल के क्रम में अचानक से कुछ असमाजिक तत्वों ने एडीशनल एसपी पर हमला कर दिया।बचाव में पुलिस ने भी लाठियां भांजी जिसमे कई अज्ञात लोगों को गंभीर चोट भी आई है।पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया है।
मामले के गंभीरता को देखते हुए एक बटालियन पीएसी वाहन के साथ कई थानों की दर्जनों गाड़ियों का रूख मठियाश्रीराम गांव के तरफ देखा गया। कितनी बड़ी विडंबना गांव में प्रत्येक वर्ष कम से कम एक हत्या की परंपरा की निव एकबार फिर बुलंद कर गयी और गांव के वोटरलिस्ट में एक विधवा का नाम दर्ज करने का प्रक्रिया शुरू हो गई।