पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की कार्य प्रगति को लेकर सख्त हुए योगी, दिया अल्टीमेटम
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी ने 340 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल का निर्माण अगस्त 2020 तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण जल्द कर इसी वर्ष अगस्त तक शिलान्यास कराने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के कार्यों कीसमीक्षा करने के बाद अधिकारियों को यह निर्देश दिया। उत्तरप्रदेश औद्योगिक सड़क विकास प्राधीकरण(यूपीडा) से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि
पूर्वांचल एक्सप्रेस में 42 प्रतिशत से अधिक दूरी में मिट्टी बिछाने का काम पूरा हो गया है। अभी 175 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण न होने पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर की है। सभी एक्सप्रेस-वे से जुड़े जिलाधिकारियों को 30 जून तक जमीन अधिग्रहीत कर यूपीडा को सौंपने के निर्देश दिए हैं।
अधिकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रिज और स्ट्रक्चर का काम तेजी से पूरा करें और एक्सप्रेस-वे पर कहीं दिक्कत हो तो उसका उचित समाधान करें।
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यह प्रोजेक्ट तीन सालों में पूरा होगा जबकि इसकी लंबाई 341 किलोमीटर होगी। यह लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे और दिल्ली-आगरा को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस-वे से भी लिंक होगा। यानी इसके बनने से दिल्ली से पूर्वी यूपी आने-जाने में लगने वाला समय काफी कम हो जाएगा।
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ये एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चंदसराय गांव से गाजीपुर के हैदरिया गांव तक बनेगा। इस हाई वे से वाराणसी को एक लिंक मार्ग से जोड़ने की योजना है।
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हाईवे के आसपास कृषि, मण्डी, कोल्ड स्टोरेज, इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, पर्यटन, दुग्ध आधारित उद्योगों, फूड प्रोसेसिंग यूनिट, हैंडलूम उद्योग का विकास होगा।
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एक्सप्रेस वे के राइट ऑफ वे की चौड़ाई 120 मीटर, जिससे एक ओर 3.75 मी. चौड़ाई के सर्विस रोड का निर्माण होगा। हाईवे पर 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्रामों की मुख्य मार्ग से कनेक्टिविटी होगी।
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सुल्तानपुर जिले में आपात स्थिति में एयर फोर्स के लड़ाकू विमान उतर सके, इसके लिए एक एयर स्ट्रिप (हवाई पट्टी) भी बनाई जाएगी। इसकी लंबाई 4.70 किमी. होगी।