राष्ट्रीय जजमेंट
फर्रुखाबाद : जिले में करीब 43 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में आलू की खेती होती है. पिछले सीजन में आलू की बंपर पैदावार हुई थी. इस बार भी फसल अच्छी है, लेकिन बाजार में भाव बेहद कम है. जिससे किसानों के लिए लागत निकालना मुश्किल हो रहा है. किसानों का कहना है कि एक बीघा में 4 से 5 हजार रुपये का घाटा हो रहा है.
वहीं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर ट्वीट कर सरकार से कई सवाल किए हैं. अखिलेश ने लिखा है, हापुड़ के आलू किसानों का भुगतान तत्काल हो, यही हमारी मांग है. अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम स्थानीय कार्यकर्ताओं से कहेंगे कि वो इस आंदोलन को और बड़ा बनाने के लिए अपना पूर्ण समर्थन दें.
भाजपा की ये चाल है कि वो खेती-किसानी को इतना कष्टप्रद और कठिन बना देना चाहती है कि दुखी होकर किसान खेती करना ही छोड़ दें और थक-हारकर, हताश होकर अपने खेत और खेती भाजपाई धन्ना सेठों के हाथों में देने पर मजबूर हो जाएं. भाजपाई पहले खेती पर क़ब्ज़ा करेंगे फिर खानपान की हर चीज़ को मनमाने दाम में बेचकर बेतहाशा मुनाफाखोरी करेंगे. महंगाई बढ़ाएंगे और आखिर में ये ज़मीनों पर कब्जा कर लेंगे और किसानों को उनके ही खेत पर मज़दूर बनाकर फिर उनका शोषण करेंगे.
जेब से लगाने पड़ रहे पैसे : किसान अनुज कुमार और अजय मिश्रा ने बताया कि इस बार आलू की फसल 25 एकड़ में लगाई है. पुराना आलू फेंकने की स्थिति में है. शुगर फ्री चिप्स सोना आलू 200 रुपये पैकेट बिक रहा है. कोल्ड स्टोरेज का किराया 140 रुपये पैकेट जा रहा है. 30 रुपये का किराया-भाड़ा कुल मिलाकर 170 रुपये खर्च हो रहे हैं. ऐसे में बचत की बजाय जेब से पैसे लगाने पड़ रहे हैं.
अब नया आलू तैयार है. नया आलू 300 से 400 रुपये पैकेट बिक रहा है. आलू की खेती में लागत (एक बीघा में) 10 से 12 हजार रुपये आती है. एक बीघे में अमूमन 25 से 30 पैकेट आलू निकलता है, जो 8 से 9 हजार रुपये में बिक रहा है. ऐसे में लागत भी नहीं निकल रही है.
मंडी में आलू की आवक ज्यादा : जिला उद्यान अधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बताया, फर्रुखाबाद के आस-पास के जिलों शाहजहांपुर, कन्नौज, आगरा, मैनपुरी में आलू की फसल बहुत ज्यादा होती है. अभी आलू की खुदाई किसान कर रहे हैं. मंडी में आलू की आवक बहुत ही ज्यादा है. जो गड़बड़ आलू है वह 450 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से बेचा जा रहा है. जो सामान्य आलू है वो 600 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से बिक रहा है. खुदरा रेट 13 से 14 रुपये प्रति किलो है.
उन्होंने बताया, दूसरे राज्यों में भी आलू की अच्छी पैदावार हुई है. हम यह नहीं कह सकते हैं कि आलू के दाम गिर रहे हैं. शॉर्ट समय के लिए आलू का रेट थोड़ा कम हो गया है. क्योंकि इस समय आलू की आवाक ज्यादा हो रही है. अब आलू के भाव ठीक होंगे.
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