लोकसभा और राज्यसभा में गरमागरम बहस, अमित शाह और खरगे में वार-पलटवार

राष्ट्रीय जजमेंट 

चुनाव सुधार आज लोकसभा में राजनीतिक रूप से गरमागरम बहस का केंद्र बिंदु रहा। सदन ने संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा के लिए 10 घंटे का समय निर्धारित किया है। इस चर्चा में चुनाव आयोग की भूमिका, चुनाव प्रचार खर्च में पारदर्शिता, आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों के प्रवेश पर अंकुश, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की विश्वसनीयता और विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया सहित कई मुद्दों पर चर्चा हो रही है। वहीं, राज्यसभा में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् को लेकर चर्चा हुई जहां अमित शाह और मल्लिकार्जुन खरगे के बीच वार-पलटवार का दौर देखने को मिला। संसद का शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से शुरू हुआ और 19 दिसंबर तक चलेगा।

– लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को ‘वोट चोरी’ को ‘‘सबसे बड़ा राष्ट्र विरोधी कृत्य’’ करार दिया और आरोप लगाया कि सत्तापक्ष में बैठे लोग इस कृत्य को अंजाम दे रहे हैं तथा ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ (भारत की अवधारणा) नष्ट कर रहे हैं। उन्होंने लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा के दौरान सत्तापक्ष और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निर्वाचन आयोग तथा दूसरी संस्थाओं पर कब्जा करने का आरोप भी लगाया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव से एक महीने पहले सभी राजनीतिक दलों को मशीन से पढ़ने योग्य मतदाता सूची उपलब्ध कराई, मतदान के समय की सीसीटीवी फुटेज दी जाए तथा ईवीएम संरचना के बारे में जानकारी दी जाए।

– कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने मंगलवार को लोकसभा में दावा किया कि निर्वाचन आयोग के पास विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कराने का कोई कानूनी आधार नहीं है और इस प्रक्रिया को बंद किया जाना चाहिए। उन्होंने सदन में चुनाव सुधारों पर चर्चा की शुरुआत करते हुए यह भी कहा कि 2023 के निर्वाचन कानून में बदलाव कर मुख्य निर्वाचन आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की चयन समिति में राज्यसभा में विपक्ष के नेता और प्रधान न्यायाधीश को शामिल किया जाए, फिर से मतपत्रों से चुनाव कराए जाएं तथा चुनावों से पहले लोगों के खातों में नकदी भेजने के चलन पर अंकुश लगाया जाए।

– भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद संजय जायसवाल ने मंगलवार को कहा कि यह देश बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं का हरगिज नहीं है तथा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बाद इन्हें निकाल बाहर किया जाएगा। उन्होंने लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि बिहार एसआईआर में 35 लाख लोग ऐसे मिले, जिन्होंने फॉर्म 6 भरा ही नहीं।

– समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि चुनाव सुधार तभी होगा, जब निर्वाचन आयोग निष्पक्ष होगा और इसे पारदर्शी बनाने के लिए इसमें नियुक्ति के तरीके बदलने की जरूरत है। उन्होंने ईवीएम के बजाय मतपत्रों से चुनाव कराने की भी मांग की। चुनाव सुधार पर लोकसभा में चर्चा में भाग लेते हुए सपा सांसद ने कहा कि निर्वाचन आयोग को निर्भीक होने और अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनने की जरूरत है।

– मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर निर्वाचन आयोग पर निशाना साधते हुए द्रमुक सांसद दयानिधि मारन ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रत्येक भारतीय को मतदान का अधिकार है और नागरिकता तय करने का अधिकार आयोग को नहीं है।

– भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख सहयोगी दलों तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) और जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) ने मंगलवार को कांग्रेस पर निर्वाचन आयोग की उपलब्धियों को स्वीकारने और उसमें सुधार के लिए सुझाव देने के बजाय आयोग और उसकी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की कवायद पर निशाना साधने का आरोप लगाया।

तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर बंगालियों से नफरत करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि बांग्लाभाषी लोगों को रोहिंग्या करार देकर देश से निकाला जा रहा है, जबकि गृह मंत्रालय के निर्देश के तहत मिजोरम में रोहिंग्याओं को प्रवेश दिया जा रहा है। बनर्जी ने लोकसभा में चुनाव सुधार पर चर्चा में भाग लेते हुए आरोप लगाया कि गृह मंत्रालय ने मिजोरम सरकार को बाहर से आने वाले लोगों को प्रवेश की अनुमति दी है।

– इंडिगो एयरलाइन्स के परिचालन में व्यवधान से यात्रियों को हो रही परेशानियों पर सरकार की तरफ से कदम उठाये जाने का आश्वासन देते हुए नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने मंगलवार को कहा कि किसी भी एयरलाइन को यात्रियों के लिए परेशानियां खड़ी करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। नायडू ने लोकसभा में इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा, ‘‘देशभर में विमान परिचालन में खामियों से यात्रियों को होने वाली परेशानी के लिए इंडिगो के खिलाफ कड़ी और उचित कार्रवाई की जाएगी।’’

– कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल में महाराष्ट्र में मानसून की भारी बारिश और बाढ़ के कारण फसलों को हुए भारी नुकसान को लेकर मंगलवार को आश्वासन दिया कि क्षति के आकलन के आधार पर किसानों को राशि दी जाएगी। उन्होंने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान शिवसेना के भुमारे एस. आसाराम के प्रश्न का उत्तर देते हुए यह बात कही।

राज्यसभा की कार्यवाही

– राज्यसभा के सभापति सी. पी. राधाकृष्णन ने मंगलवार को राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् को मातृभूमि के प्रति प्रेम की भावना से देश को जोड़ने वाला ‘‘अमर स्तुति गीत’’ बताते हुए सभी से एकता और राष्ट्रीय सेवा का संकल्प लेने का आह्वान किया। वंदे मातरम् की रचना के 150 वर्ष पूरे होने पर उच्च सदन में चर्चा से पहले सभापति ने कहा कि यह गीत उन वीर स्वतंत्रता सेनानियों की शहादत की याद दिलाता है, जो इसे गाते हुए फांसी के तख्ते तक निर्भीकता से पहुंचे।

– राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को दावा किया कि यदि राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के दो टुकड़े न किए जाते तो देश का विभाजन भी नहीं होता। शाह ने राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष होने पर उच्च सदन में चर्चा में भाग लेते हुए उम्मीद जतायी कि इस चर्चा के माध्यम से देश के बच्चे, युवा और आने वाली पीढ़ी यह बात समझ सकेंगे कि वंदे मातरम् का देश को स्वतंत्रता दिलाने में क्या योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि लोकसभा में इस विषय पर कुछ लोगों ने यह प्रश्न उठाया था कि आज वंदे मातरम् पर चर्चा क्यों होनी चाहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत भाजपा नेताओं पर जवाहरलाल नेहरू का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ‘वंदे मातरम्’ के पहले दो छंदों को राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाने का निर्णय केवल नेहरू का नहीं था, बल्कि यह निर्णय महात्मा गांधी, रवींद्रनाथ टैगोर और अन्य नेताओं की सहमति से लिया गया था। ‘वंदे मातरम्’ की रचना के 150 साल पूरा होने पर उच्च सदन में हो रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए राज्यसभा में विपक्ष के नेता खरगे ने कहा कि भाजपा ने कांग्रेस पर बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखित इस गीत को ‘बांटने’ का आरोप लगाया, लेकिन कांग्रेस नेता हमेशा से ‘वंदे मातरम्’ का उद्घोष करते रहे हैं।

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