आगरा में एसओ सहित पांच पर धोखाधड़ी का केस दर्ज; बाइक चोरी मामले में रिश्वत का आरोप

राष्ट्रीय जजमेंट 

आगरा: पश्चिमी जोन के बसई जगनेर थाने में पूर्व थानाध्यक्ष सुनील तोमर सहित पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. कोर्ट के आदेश पर पूर्व थानाध्यक्ष समेत अन्य पर धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ. आरोप है, कि चोरी की बाइक बरामद करने के एवज में 15 हजार रुपये वसूले गए थे.इस मामले की शिकायत पीड़ित ने गोरखपुर में सीएम योगी से की थी. आरोपी एसआई की मौजूदा तैनाती अलीगढ़ में है. पीड़ित की शिकायत पर दो बार मामले की जांच हुई, जिसमें आरोपी एसआई सुनील तोमर को क्लीन चिट भी मिल चुकी है.
इस बारे में एसीपी खेरागढ़ प्रीता सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा लिखाया गया है. जिसकी निष्पक्ष विवेचना कराई जाएगी. इस मामले में पूर्व थानाध्यक्ष सुनील तोमर का कहना है, कि मुकदमे में जो आरोप लगाए हैं. वह निराधार हैं. शिकायत पर पहले भी दो बार उच्च अधिकारियों ने जांच कराई है. है पूरा मामला: यह केस बसई जगनेर थाना क्षेत्र के गांव नसऊआ निवासी जितेश ने दर्ज कराया है. पीड़ित जितेश ने पूर्व थानाध्यक्ष बसई जगनेर सुनील तोमर, ग्राम डाबर निवासी यदुवीर, देवेंद्र, सुरेश, राजकुमार को नामजद किया है.
पीड़ित जितेश ने सुनवाई न होने पर कोर्ट की शरण ली. कोर्ट को बताया कि 11 अप्रैल 2023 को मेरी बाइक चोरी हुई थी. इसके बाद पुलिस ने बमुश्किल 28 अप्रैल 2023 को चोरी का मुकदमा लिखा.
पीड़ित ने कोर्ट को बताया कि इसके बाद बाइक बरामद करने के लिए बसई जगनेर के तत्कालीन थानाध्यक्ष सुनील तोमर ने उससे 15 हजार रुपए मांगे. रकम दो बार में यदुवीर के खाते में ट्रांसफर की. इस मामले में पुलिस ने गांव के देवेंद्र, सुरेश और राजकुमार को पकड़ा. तीनों भाई हैं. पुलिस ने मेरी बाइक बरामद की.
पीड़ित जितेश का आरोप है, कि मेरे थाना से निकलने के बाद बाइक समेत तीनों आरोपियों को छोड़ दिया गया. बाइक बरामद होने के बाद भी मुझे नहीं दी गई. जब आरोपित थाने से छूटे तो मुझे धमकी देने लगे.
इस पर मैंने तत्कालीन एसओ से संपर्क किया तो उन्होंने मुझे धमकाया. इसके बाद मैंने अपनी शिकायत पुलिस अधिकारियों से की. मगर, कहीं सुनाई नहीं हुई. पीड़ित जितेश ने दर्ज कराए मुकदमे में यह आशंका भी जताई है, कि पुलिस उसे झूठे मुकदमे में फंसा सकती है.

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