दोस्त ने ही की थी दोस्त की हत्या; वशीकरण का जाल, पैसे का लालच और मर्डर, आरोपी गिरफ्तार

राष्ट्रीय जजमेंट

कानपुर देहात: जिले के शिवली थाना क्षेत्र में 24 नवंबर 2025 को हुई गल्ला व्यापारी की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है. यह मर्डर युवक के दोस्त ने ही किया था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके पास से कत्ल में इस्तेमाल हथियार भी बरामद कर लिया है. हत्या की वजह पैसों का लेन-देन है. दोनों शराब के नश में थे और नशे में ही पैसों को लेकर विवाद हुआ, जिसमें दोस्त ने ही दोस्त का कत्ल कर दिया था.

पुलिस अधीक्षक श्रद्धा पांडेय ने बताया कि 24 नवंबर को शिवली थाना क्षेत्र के अरशदपुर गांव निवासी गल्ला कारोबारी राजा बाबू (22) का शव भेवान में एक मजार के पास मिला था. पुलिस को पहले लगा कि यह सुसाइड का केस है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ हो गया कि यह सुसाइड नहीं बल्कि मर्डर का केस है.

पिता ने लगाया था आरोप: मृतक राजाबाबू के पिता संतराम ने बिहारीपुर गांव निवासी नीलू पर हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था, क्योंकि नीलू ही वह व्यक्ति था, जिसने राजा बाबू को अंतिम बार फोन करके बुलाया था. एसपी श्रद्धा पांडेय ने बताया कि पिता की तहरीर के बाद जांच में यह भी पता चला कि दोनों ने एक ही साथ ठेके से शराब खरीदा था. इसके बाद आरोपी नीलू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.

हत्या की जड़ में वशीकरण: पुलिस पूछताछ में नीलू ने बताया कि राजा बाबू की उससे दोस्ती थी. राजा बाबू गांव की रहने वाली एक लड़की से प्यार करता था. अप्रैल 2025 में उसकी शादी हो गई और वह ससुराल चली गई. नीलू ने बताया कि उसने राजा बाबू को बताया कि वह वशीकरण कराकर लड़की को वापस ला सकता है. तब राजा बाबू ने नीलू को 36 हजार रुपए वशीकरण के लिए दिए.

इसके बाद उस विवाहिता का अपने पति से विवाद हुआ और वह कुछ महीने पहले मायके लौट आई. इससे राजा बाबू को विश्वास हो गया कि अगर वह और अच्छा वशीकरण कराएगा, तो लड़की की शादी टूट जाएगी और उसकी शादी उससे हो जाएगी. इसके बाद नीलू ने राजा बाबू से फिर 6 लाख रुपए की मांग की और कहा कि तगड़ा वशीकरण कराएगा.

खुद ही लिखा सुसाइड नोट: 24 नवंबर को राजा बाबू ने नीलू को फोन किया बताया कि उसने 6 लाख रुपए का इंतजाम कर लिया है. इसके बाद नीलू ने राजा बाबू को मिलने के लिए भेवान बुलाया. नीलू ने उससे शराब, मिठाई और नींबू भी मंगवाए. सैयद बाबा मजार के पीछे नीलू ने राजा बाबू को शराब पिलाई. नशे की हालत में उसने राजा बाबू की हैंडराइटिंग में एक सुसाइड नोट तैयार किया फिर चाकू से उसकी हत्या करके शव मजार के पास हो फेंककर फरार हो गया था.

एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत; 5 घायल, मुरादाबाद में रोडवेज बस ने ऑटो को रौंदा, शादी में शामिल होने जा रहे थे

मुरादाबाद/हमीरपुर : रोडवेज बस ने टेंपो में जोरदार टक्कर मार दी. हादसे में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई. जबकि एक बच्ची समेत 5 लोग घायल हो गए. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हादसा रविवार की दोपहर 3 बजे के आसपास दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर मूंडापांडे इलाके के जीरो प्वाइंट पर हुआ. वहीं दूसरी ओर हमीरपुर में भी दो बाइकों की भिड़ंत में दो लोगों की जान चली गई.

कुंदरकी के अब्दुल्लापुर के रहने वाले ऑटो चालक माटी उर्फ संजू पुत्र मुन्ना सिंह अपने परिवार के साथ रफतपुर कटघर में एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे. इस दौरान मूंडापांडे इलाके के जीरो प्वाइंट पर सामने से आ रही तेज रफ्तार रोडवेज बस ने ऑटो में टक्कर मार दी.

5 की मौके पर मौत, एक ने अस्पताल में तोड़ा दम : हादसे में ऑटो में पीछे बैठे सभी 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि बच्ची समेत 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे के बाद अफरातफरी मच गई. लोगों ने एंबुलेंस और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से ऑटों में फंसे सभी लोगों को अस्पताल भिजवाया. वहां चिकित्सकों ने 5 लोगों को तुरंत मृत घोषित कर दिया. जबकि घायल एक शख्स की इलाज के दौरान मौत हो गई.

फरार चालक की तलाश कर रही पुलिस : एसपी सिटी कुमार रणवीर सिंह ने बताया कि ऑटो में सवार होकर कुछ लोग शादी में जा रहे थे. वे कुंदरकी के अब्दुल्लापुर के रहने वाले थे. बस ने ऑटो में टक्कर मारी. हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई है. जबकि कई लोग घायल हुए हैं. हादसे के शिकार सभी लोग एक ही परिवार के हैं. फरार रोडवेज बस चालक की तलाश की जा रही है.

मृतकों और घायलों के नाम : पुलिस के अनुसार टक्कर मारने वाली बस मेरठ डिपो की थी. हादसे में सुमन (30), सीमा (35) पत्नी करण सिंह, संजू सिंह (30) पुत्र मुन्ना सिंह, अभय (15) पुत्र ओमवीर, आरती (20) पुत्री मुरारी और अनाया सिंह पुत्री करण सिंह की मौत हुई है. जबकि करन सिंह, रानी (17) पुत्री मुरारी लाल, झलक (15) पुत्री ओमवीर, अंशू (18) पुत्री ओमवीर, अनुष्का (9 साल) पुत्री दिनेश घायल हुए हैं.

वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस भीषण सड़क हादसे का संज्ञान लिया है. उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना जताई है. अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्यों में तेजी लाने और घायलों के समुचित उपचार मुहैया कराने के निर्देश दिए हैंं.

सीएमओ बोले-घायलों का कराया जा रहा इलाज : सीएमओ डॉ. कुलदीप ने बताया कि एक घायल करन सिंह का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. उनके सिर की सीटी स्कैन किया जा रहा है. मरीज होश में हैं. वहां इलाज संभव तो वहीं कराया जाएगा. वहीं एंबुलेंस के ईएमटी ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद एबुंलेंस तुरंत पहुंची थी. दो एंबुलेंस गई थी. हादसा बहुत भीषण था.

हमीरपुर में बाइकों की भिड़ंत में दो की मौत : हमीरपुर के राठ इलाके में रविवारको नंदना बहपुर लिंक मार्ग पर रविवार दोपहर दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर हो गई. अमूंद गांव निवासी धीरेंद्र सिंह उर्फ धीरू (33) पड़ोसी किरन (45) के साथ राठ से घर लौट रहे थे. नंदना गांव के पास सामने से आ रही दूसरी बाइक से उनकी जोरदार भिड़ंत हो गई. हादसे में धीरेंद्र सिंह के अलावा दूसरी बाइक चला रहे जरिया इलाके के गहुली निवासी राजू कुशवाहा (20) की भी मौत हो गई.

परिवार का इकलौता बेटा था राजू : राजू कुशवाहा के पिता प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि राजू बीए द्वितीय वर्ष का छात्र था. वह परिवार का इकलौता बेटा था. वह अपने ताऊ हरपाल सिंह और बलराम सिंह (निवासी दोनी, मध्य प्रदेश) के साथ कस्बे की ओर आ रहा था. सोमवार को घर में चचेरे भाई की शादी थी, उसी के सिलसिले में वह निकला था. धीरेंद्र सिंह के बड़े भाई जितेंद्र राजपूत ने बताया कि धीरेंद्र अविवाहित थे. घर पर खेती संभालते थे. पिता के नाम बीस बीघा खेती है, जिसमें धीरेंद्र काम में सहयोग करते थे.

मां का नाम अखिलेश रानी है. राठ कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि दो बाइकों की आमने-सामने टक्कर में दोनों के चालकों की मौत हुई है. तीन लोग घायल हैं. सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया है. शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं. मामले की जांच की जा रही है.

रसोई गैस सिलेंडर, पेंशन स्‍कीम, जीवन प्रमाण पत्र… 1 दिसंबर से क्‍या बदल जाएगा? सीधा पड़ेगा आप पर असर

नई दिल्‍ली: 1 दिसंबर से कई बड़े वित्तीय नियमों में बदलाव होने वाला है। इसका सीधा असर आम आदमी, पेंशनर्स और सरकारी कर्मचारियों पर पड़ेगा। ऐसे में इस महीने की 30 तारीख तक कुछ जरूरी काम निपटाने होंगे, वरना जुर्माना या सेवाओं में रुकावट आ सकती है। आइए, यहां उन सभी नियमों के बारे में जानते हैं।

यूपीएस एनरोलमेंट की डेडलाइन
सरकारी कर्मचारियों को यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) में शामिल होने का आखिरी मौका 30 नवंबर तक है। जो लोग नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) से यूपीएस में जाना चाहते हैं, उन्हें ऑनलाइन या अपने नोडल ऑफिसर के जरिए यह प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
30 नवंबर तक पेंशनर्स को जीवन प्रमाण पत्र जमा करना जरूरी है ताकि उनकी पेंशन बिना रुके आती रहे। यह प्रमाण पत्र डिजिटल तरीके से या बैंक/डाकघर जाकर जमा किया जा सकता है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो पेंशन तब तक रुक जाएगी जब तक इसे वेरिफाई नहीं करवा लिया जाता है।

टैक्‍स फाइलिंग को लेकर अहम डेट
टैक्स भरने वालों के लिए भी 30 नवंबर की तारीख बहुत अहम है। हाई-वैल्यू ट्रांजैक्शन पर टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) की जानकारी इसी तारीख तक देनी होगी। इसमें अक्टूबर महीने में हुई टीडीएस कटौतियों का विवरण शामिल है, जो सेक्शन 194-IA, 194-IB, 194M और 194S के तहत आती हैं। जिन कंपनियों पर ट्रांसफर-प्राइसिंग (अंतरराष्ट्रीय लेनदेन में कीमतों का निर्धारण) का नियम लागू होता है, उन्हें भी इसी दिन अपनी रिपोर्ट जमा करनी होगी। इसके अलावा, जिन बहुराष्ट्रीय कंपनियों की भारतीय सहायक कंपनियां हैं, उन्हें फॉर्म 3CEAA भरना होगा। इन समय-सीमाओं का पालन न करने पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से जुर्माना या नोटिस जारी किया जा सकता है।

एलपीजी कीमतों में बदलाव
1 दिसंबर से कुकिंग गैस (एलपीजी) की कीमतों में भी बदलाव होगा। तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुझानों और डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल के आधार पर हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी की कीमतें तय करती हैं। पिछले महीने कमर्शियल सिलेंडरों की कीमतों में कमी आई थी। लेकिन, घरेलू उपभोक्ताओं को अब नई कीमतों का इंतजार है। यह बदलाव सीधे तौर पर घर के बजट पर असर डालेगा।

विमान ईंधन की कीमतों में फेरबदल
इसी तरह, एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) यानी हवाई जहाजों में इस्तेमाल होने वाले ईंधन की कीमतों में भी 1 दिसंबर से फेरबदल होगा। एटीएफ की कीमतों में बदलाव से एयरलाइंस के परिचालन खर्च पर असर पड़ता है। इसका सीधा असर यात्रियों की हवाई टिकट की कीमतों पर भी पड़ सकता है, खासकर जब यात्रा का व्यस्त मौसम चल रहा हो।

ये सभी बदलाव आम लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसलिए, यह जरूरी है कि आप इन नियमों से अवगत रहें और 30 नवंबर की समयसीमा से पहले अपने सभी जरूरी काम पूरे कर लें। चाहे वह पेंशन से जुड़ा हो, टैक्स से या फिर सरकारी योजनाओं में शामिल होने से। इन नियमों का पालन करने से आप किसी भी तरह की परेशानी से बच सकते हैं।

मदनी के ‘जिहाद’ बयान पर भड़के आरिफ मोहम्मद, बोले- ‘कश्मीर में हिंदुओं पर जुल्म हुआ तो मौलाना मदनी कहां थे?’

कानपुर: बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी के हालिया “जिहाद” संबंधी बयान पर तीखा हमला बोला है। कानपुर में एक कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने साफ कहा कि कुरान में जिहाद का मतलब सिर्फ और सिर्फ अत्याचार व अन्याय के खिलाफ खड़ा होना है, लेकिन देवबंद के मदरसों में इसका बिल्कुल उल्टा अर्थ पढ़ाया जा रहा है।

मदनी के बयान पर सीधा सवाल
मौलाना मदनी ने हाल में कहा था, ‘जब-जब जुल्म होगा, तब-तब जिहाद होगा’, इस बयान पर राज्यपाल ने कटाक्ष करते हुए पूछा, अगर मौलाना साहब सचमुच कुरान वाले जिहाद को मानते हैं, तो 1990 में जब कश्मीर में हिंदुओं पर भयानक अत्याचार हो रहा था, मस्जिदों से हिंदुओं को मारने-भगाने के फरमान सुनाए जा रहे थे, लाखों कश्मीरी पंडितों को घर छोड़ने पड़े उस वक्त मौलाना मदनी जिहाद करने क्यों नहीं पहुंचे?
कारों में हुए धमाकों से हिला झुंझुनूं, 18 लग्जरी कारें राख, खुलेआम दहशत बिखेरी बदमाशों ने!
देवबंद की किताबों पर गंभीर आरोप
आरिफ मोहम्मद खान ने दावा किया कि दारुल उलूम देवबंद से जुड़े शिक्षण संस्थानों की किताबों में जिहाद का अर्थ ‘शरीयत का विरोध करने वालों के खिलाफ लड़ाई’ बताया गया है। उन्होंने कहा, ये किताबें तो जादू-टोना करना तक जायज बताती हैं। वहाँ पूरा कुरान नहीं पढ़ाया जाता, चुनिंदा आयतों को संदर्भ से काटकर गलत अर्थ थोपे जाते हैं।

वंदे मातरम् पर भी साधा निशाना
राज्यपाल ने ‘वंदे मातरम्’ के विरोध को भी निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि कई साल पहले उन्होंने इसका उर्दू अनुवाद प्रमुख मौलानाओं को भेजा था, किसी ने एक शब्द पर भी आपत्ति नहीं जताई थी। विरोध सिर्फ इसलिए होता है क्योंकि संस्कृत से परिचय नहीं है। अगर उर्दू अनुवाद पढ़ लें तो कोई दिक्कत नहीं रहती।

इंश्योरेंस क्लेम के लिए मौत का गेम! प्लान्ड मर्डर को दिखाता था एक्सीडेंट, मास्टरमाइंड की लखनऊ में संपत्ति कुर्क
लखनऊ: राजधानी लखनऊ के चिनहट इलाके में इंश्योरेंस की मोटी रकम हासिल करने के लिए बनाए गए खौफनाक गैंग का पर्दाफाश हुआ है। इस गैंग का मास्टरमाइंड कुलदीप सिंह उर्फ कुलदीप सेंगर लोगों की सुनियोजित हत्या कर उसे सड़क हादसा दिखाता था।

शनिवार को चिनहट पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए कुलदीप की 98 लाख 44 हजार 625 रुपये की अवैध संपत्ति कुर्क कर ली, जिसमें उसका खुद का मकान भी शामिल है।
गैंग की सबसे बड़ी वारदात चिनहट क्षेत्र में हुई पूजा यादव की हत्या थी। सतही तौर पर यह मामला सड़क दुर्घटना लग रहा था, लेकिन इंश्योरेंस कंपनी की गहन जांच में पूरी साजिश बेनकाब हो गई। पता चला कि पूजा की हत्या पहले से प्लान की गई थी ताकि करोड़ों का इंश्योरेंस क्लेम लिया जा सके।
इस हत्याकांड में पूजा का पति अभिषेक यादव, ससुर राममिलन, दीपक वर्मा, आलोक निगम और अभिषेक शुक्ला शामिल थे। लेकिन असली सूत्रधार राधापुरम कॉलोनी, कंचनपुर मटियारी निवासी कुलदीप सिंह था।

गरीब से गैंगस्टर तक का खूंखार सफर
कुलदीप सिंह देखने में साधारण इंसान था, लेकिन उसने अपराध को अपना बिजनेस मॉडल बना लिया था। उसने आसपास के लालची लोगों का एक मजबूत नेटवर्क तैयार किया जो पैसों के लिए हत्या तक करने को तैयार रहते थे। यही नेटवर्क धीरे-धीरे इंश्योरेंस फ्रॉड गैंग बन गया। गैंग पहले शिकार चुनता, उस पर भारी इंश्योरेंस करवाता, फिर हत्या कर सड़क हादसे का रूप देता और क्लेम ले लेता था।

पुलिस की सख्ती, 98.44 लाख की संपत्ति जब्त
मामला खुलने के बाद चिनहट थाना प्रभारी दिनेश चंद्र मिश्र के नेतृत्व में पुलिस ने कुलदीप के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में केस दर्ज किया। जांच में सामने आया कि उसने कई हत्याओं और फ्रॉड से करोड़ों की काली कमाई की थी। शनिवार को पुलिस ने उसकी 98,44,625 रुपये की चल-अचल संपत्ति कुर्क कर ली। इसमें राधापुरम कॉलोनी स्थित उसका आलीशान मकान भी शामिल है। पुलिस का कहना है कि आगे भी गैंग के अन्य सदस्यों पर इसी तरह की कार्रवाई होगी।

रामभद्राचार्य ने WIFE का समझाया फुल फॉर्म तो भड़की राजद प्रवक्ता, विवादित बयान गरमाई राजनीति

झांसी: तुलसी पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य के बयान पर विवाद गहराया गया हुआ है। WIFE का फुल फॉर्म समझाने वाले बयान पर गहराए विवाद के बीच राजनीति लगातार गहराती जा रही है। अब इस मामले में राजद प्रवक्ता कंचना यादव का विवादित बयान सामने आया है। उन्होंने जगद्गुरु रामभद्राचार्य को लेकर अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया है। इस पर राजनीति गरमाती जा रही है। दरअसल, स्वामी रामभद्राचार्य ने एक कथा के दौरान मंच से वाइफ का अर्थ ब्यूटीफुल ऑब्जेक्ट फॉर इंज्वायमेंट बता दिया था। महिलाओं को ऑब्जेक्ट कहे जाने को लेकर महिलाओं का एक बड़ा वर्ग उनके खिलाफ लगातार कार्रवाई की मांग कर रहा है।

राजद प्रवक्ता का आया बयान
राजद प्रवक्ता कंचना यादव ने स्वामी रामभद्राचार्य को लेकर विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने जगद्गुरु की तुलना की है। कंचना यादव विवादित बयानों के लिए जानी जाती हैं। बिहार चुनाव 2025 के दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और बिहार सीएम नीतीश कुमार पर भी जोरदार हमला बोला था। अब वे जगद्गुरु के खिलाफ हमलावर रुख अपनाए हुए हैं। एक जानवर से उनकी तुलना करती दिखती हैं। साथ ही, जानवर को तुलना किए जाने के लिए दुख जताती दिखती हैं। अब इस पर विवाद गहराता दिख रहा है।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में वे कहते हैं कि वाइफ कितनी खतरनाक होती है। वाइफ का पहला अक्षर क्या है आप जान ही रहे हैं। विवाहित लोग जानते ही हैं, उन्ही से पूछ रहा हूं। बताइए वाइफ का पहला अक्षर क्या है अंग्रेजी में? अविवाहित लोग नहीं बोलेंगे झगड़ा हो जाएगा, साधु लोग नहीं बोलेंगे।

जगद्गुरु आगे कहते हैं, पहला अक्षर होता है W-यानी Wonderful। दूसरा अक्षर है I- यानी instrument। तीसरा अक्षर F यानी For और चौथा अक्षर क्या है E यानी Enjoy। इसके बाद उन्होंने पूछते हुए कहा कि इसका फुल फॉर्म क्या बन गया ‘Wonderful Instrument For Enjoy’ यानी आनंद के लिए एक आश्चर्यजनक उपकरण खिलौना है- ‘वाइफ’। इसी पर विवाद गहराया है।

माफियाओं को गाड़ देंगे, दंगाइयों की संपत्ति पर चलेगा बुलडोजर, सीएम योगी का सीधा संदेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भले ही विधानसभा चुनाव 2027 में 15-16 माह का समय बचा हुआ हो, रणनीति तैयार की जाने लगी है। तमाम राजनीतिक दल अपने-अपने एजेंडों को सेट करने में लगे हैं। विपक्ष जहां रोजगार और जातीय समीकरणों को साध कर वापसी करने की कोशिश में जुटी है। वहीं, सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली एनडीए अपने एक दशक के कार्यकाल को गिनाने में जुटी है। सीएम योगी आदित्यनाथ विभिन्न मंचों से अब एक बार फिर बुलडोजर बाबा वाली छवि को पेश करते दिख रहे हैं। इंडिया टीवी के आप की अदालत कार्यक्रम में पहुंचे सीएम योगी ने एक बार फिर अपने उसी स्वरूप को पेश किया है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जो दंगा करेंगे, डंडा उन्हीं के लिए है।

बुलडोजर एक्शन की चर्चा
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश में चलने वाले बुलडोजर को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने सरकार पर बिना सोचे-समझे बुलडोजर चलाने के आरोप लगाए। सीएम योगी को बुलडोजर बाबा कहकर संबोधित किया। इसके बाद तो भारतीय जनता पार्टी ने इस ‘बुलडोजर बाबा’ को चुनावी नारे में बदल दिया। सीएम योगी भी बुलडोजर एक्शन का जिक्र लगातार करते दिखे। 2022 के चुनाव में जीत के बाद से भी बुलडोजर एक्शन की कार्रवाई थमी नहीं।
प्रयागराज में उमेश पाल मर्डर केस हो या फिर बच्चियों के खिलाफ जघन्य अपराध के मामले, योगी सरकार का बुलडोजर हर जगह गरजा। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज के अस्पताल में शूटरों ने हत्या कर दी। वहीं, माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की जेल में मृत्यु हो गई। योगी सरकार के पहले कार्यकाल से दोनों निशाने पर थे। वहीं, प्रदेश से संगठित अपराध को खत्म करने के लिए एक्शन का भी असर दिखा।

आप की अदालत कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने माफियाओं पर एक्शन की चर्चा की है। उन्होंने साफ कहा कि माफियाओं को गाड़ देंगे। अगर कोई प्रदेश में शांति व्यवस्था को भंग करने का प्रयास करेगा, कानून से खिलवाड़ करेगा तो उसे भी कार्रवाई के लिए तैयार रहना चाहिए। ऐसे माफियाओं के खिलाफ सरकार का बुलडोजर हमेशा गरजेगा। दंगाइयों की संपत्ति पर हर हाल में बुलडोजर चलेगा। ऐसे अपराधियों को प्रदेश में पनपने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार के एक्शन का परिणाम हैं कि कथित दुर्दांत गले में तख्तियां लटकाए थानों के बाहर मिलते हैं।

बंटेंगे तो कटेंगे को किया स्पष्ट
सीएम योगी आदित्यनाथ का नारा ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ हाल के समय में खासा चर्चित रहा है। उन्होंने कहा कि हमने लोगों को एकजुट रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जो शरीयत की वकालत करते हैं, वह सबसे अधिक नुकसान कर रहे हैं। जब तक इस देश में कठमुल्लापन चलता रहेगा, तब तक यह देश प्रगति नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि मैंने मुहर्रम के जुलूस के उत्पात को देखा है। तलवार लेकर सड़क पर निकलने वाले लोग कभी इधर, कभी उधर तलवार भाजेंगे। यह सब नहीं चलेगा।

पाकिस्तान पर बोला हमला
सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने पाकिस्तान का समर्थन करने वालों पर भी करारा हमला बोला। सीएम ने कहा कि जो पाकिस्तान का राग अलापते हैं वो जाएं न उस कंगाल के पास। उन्हें किसने रोका है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सीएम योगी ने कहा कि ये नया भारत है, ये किसी को छेड़ता नहीं है। लेकिन, अगर कोई छेड़ता है तो उसे छोड़ता भी नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर से यह साफ हो गया है।

तोड़फोड़ करने वालों को सख्त संदेश
सीएम योगी ने उत्पात और तोड़फोड़ के मामलों पर भी सख्त संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अगर सड़क पर उतरकर तोड़फोड़ करोगे, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाआगे तो ब्याज सहित वसूली करूंगा। इतना मानकर चलें। सीएम योगी ने कहा कि समाज में कई प्रकार के लोग होते हैं। इसमें से कुछ लातों के भूत होते हैं, वे बातों से नहीं मानते। उन्होंने कहा कि जो जिस भाषा में समझते हैं, उसी भाषा में डोज देना आवश्यक है। सीएम योगी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि जो दंगा करेंगे, डंडा उनके लिए ही है।

सड़क पर नमाज पर बड़ा बयान
सीएम योगी ने कार्यक्रम में सड़क पर नमाज पढ़े जाने पर बड़ा बयान दिया। दरअसल, उनसे पूछा गया कि कांवड़ियों पर प्रदेश में फूल बरसाए जाते हैं। उनके पैरों की मसाज की जाती है। एआईआईएम प्रमुख कहते हैं कि हमारे पैरों पर डंडे मारे जाते हैं। इस पर सीएम योगी ने कहा कि दंगा करेंगे तो डंडा तो इसी लिए है। उन्होंने कहा कि जो शांतिपूर्ण तरीके से काम करेंगे, उन्हें संरक्षण देंगे। सड़क पर नमाज मामले में सीएम योगी ने कहा कि अगर सड़क पर नमाज पढ़ोगे तो मैं सड़क पर हनुमान चालीसा को भी रोक नहीं पाऊंगा।

लखनऊ में ड्रिल मशीन बेचने के नाम पर 98 लाख की ठगी, कोर्ट के आदेश पर दो पर मुकदमा दर्ज

लखनऊ : सोशल मीडिया पर दोस्ती के बाद गोमतीनगर विस्तार निवासी कारोबारी से 98 लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. आरोप है कि HDD ड्रिल मशीन बेचने का झांसा देकर आरोपियों ने 98 लाख रुपये ले लिए. जबकि मशीन पहले से गिरवी है. पुलिस से शिकायत के बाद कार्रवाई न होने पर कारोबारी ने कोर्ट का रुख किया. कोर्ट के आदेश पर दो आरोपियों के खिलाफ गोमतीनगर विस्तार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.

गोमतीनगर विस्तार निवासी कारोबारी मोहम्मद सलीम मंसूरी (मालिक एएस ट्रेडर्स) की तहरीर के मुताबिक दिसंबर 2023 में सोशल मीडिया के माध्यम से चेन्नई निवासी मोहम्मद गुलाब से जान पहचान हुई थी. गुलाब ने सलीम को अपने परिचित, केरला निवासी सुजाबू, मालिक पैन एशियन बिल्डर्स द्वारा अपनी HDD ड्रिल मशीन बेचने की बात बताई. सलीम ने मशीन खरीदने में रुचि दिखाई और 8 दिसंबर 2023 को 1.12 करोड़ रुपये में डील तय हो गई. अनुबंध के तहत सलीम ने सुजाबू को 98 लाख रुपये एडवांस के तौर पर दे दिए. बाद में सलीम को पता चला कि ड्रिल मशीन पहले से गिरवी है और उस पर 62 लाख रुपये का लोन लिया गया है. इसके अलावा सुजाबू कई महीनों से लोन की किस्तें भी नहीं चुका रहा है

मशीन के गिरवी होने की जानकारी के बाद मोहम्मद सलीम मंसूरी ने अपनी रकम वापस मांगी तो आरोपी टालमटोल करने लगे. ​परेशान होकर सलीम मंसूरी ने गोमतीनगर विस्तार पुलिस में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तो कोर्ट का रुख किया. कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने मोहम्मद गुलाब और सुजाबू के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है. इंस्पेक्टर सुधीर कुमार अवस्थी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर कारोबारी के साथ 98 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी.

तुमने पहलगाम आतंकी हमला रचा… ‘NIA ऑफिसर’ ने 5 दिन आतंकी वाले जाल में लपेटा, लाखों रुपये स्वाहा

लखनऊ: साइबर जालसाजों ने एक शख्स को पहलगाम आतंकी हमले का साजिशकर्ता बताकर जाल में फंसाया। पांच दिन तक डिजिटल अरेस्ट करके रखा। हमले के लिए आतंकियों को 70 करोड़ की फंडिंग करने और 70 लाख कमिशन लेने की बात बताकर गिरफ्तारी का डर दिखाया। खुद को एनआईए और एटीएस का अधिकारी बताकर मैनेज करने का झांसा दिया और 27 लाख रुपये अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा लिए। पीड़ित ने साइबर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है।

जानकीपुरम निवासी रामशंकर द्विवेदी के फोन पर 7 नवंबर दोपहर 2:43 बजे एक अनजान शख्स ने कॉल किया। उसने कहा कि आप पहलगाम आतंकी हमले के साजिशकर्ता है। आपने आतंकियों को हमले के लिए 70 करोड़ रुपये की फंडिंग करवाई थी। इसमें आपको 70 लाख रुपये कमिशन मिला था, इसलिए आपको अरेस्ट किया जाना है।
कॉल करने वालों ने खुद को एटीएस और एनआईए का अफसर बताकर धौंस जमाई। उसके बाद विडियो कॉल कर कहा कि घर से निकलना मत। बाहर निकलते ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हम आपको बचा सकते हैं, लेकिन आपको 27 लाख रुपये हमारे अकाउंट में भेजने होंगे। उसके बाद से पीड़ित डिजिटल अरेस्ट रहा और जालसाजों का निर्देश मानता रहा।

10 नवंबर को जालसाजों ने उसे एक अकाउंट नंबर भेजकर उसी में रकम जमा करने के लिए कहा। पीड़ित ने उसी दिन बैंक जाकर जालसाजों के बताए गए खाते में दस लाख रुपये आरटीजीएस कर दिया। अगले दिन फिर ठगों के कहने पर 17 लाख दूसरे अकाउंट में भेज दिया। रकम भेजने के बाद एटीएस और एनआईए का अफसर बताने वाले जालसाज फुर्र हो गए। तब पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने साइबर थाने में शुक्रवार को एफआईआर दर्ज करवाई।

मैट्रिमोनियल साइट पर मिली लड़की ने की ठगी
इंदिरानगर निवासी प्रिस मैट्रिमोनियल प्लेटफॉर्म संगम के जरिए भावना शर्मा नाम की युवती के संपर्क में आए थे। बातचीत बढ़ने पर युवती ने बताया कि उसके पिता महेश शर्मा मुंबई के रियल एस्टेट कारोबारी है और वह 10 सितंबर से 10 अक्टूबर तक दुबई यात्रा पर है। शादी की बात लगभग तय होने लगी थी। इसी बीच युवती ने प्रिस को NFM Capital Market में ट्रेडिंग करने की सलाह दी।

पीड़ित ने पैसे ना होने की बात कही तो युवती ने उसका ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाया, जिसमे शुरू में 3,50,421 रुपये दिखने लगे। युवती के अकाउंट में भी 5.5 करोड़ रुपये दिख रहे थे, जिससे प्रिंस का भरोसा बढ़ गया। उन्होंने 15,98,500 रुपये निवेश कर दिए। बाद में उनके अकाउंट मे 68 लाख डॉलर शो होने लगे।

प्रिंस ने 50,000 USD निकालने का प्रयास किया तो सर्विस टैक्स के नाम पर 13,47,849 रुपये और जमा कराए गए। संदेह होने पर उन्होंने गूगल पर कंपनी का नाम सर्च किया तो हैदराबाद पुलिस की चेतावनी मिली, जिसमें 6.80 लाख की ठगी का जिक्र था। इसका स्क्रीनशॉट भेजते ही उनका ट्रेडिंग अकाउंट, UID और कस्टमर सर्विस बंद कर दी गई। युवती का मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया। पीड़ित ने साइबर थाने में 29.46 लाख की ठगी की एफआईआर दर्ज कराई है।

खुद को IPS की बेटी बताकर ठगे 10 लाख रुपये, यूट्यूब चैनल मॉनिटाइज कराने के खेल में ‘सुसाइड’ वाला कांड

गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद आईपीएस अधिकारी की बेटी बनकर यूट्यूब चैनल मॉनिटाइज कराने का झांसा देकर एक शख्स से करीब साढ़े दस लाख रुपये की ठगी कर ली। आरोप है कि युवती के भाई ने फोन कर पीड़ित को धमकाया कि उसके चक्कर में युवती ने स्यूसाइड कर लिया है। उसके पिता आईपीएस हैं। अब उसको गिरफ्तार कर उसे जेल भेजा जाएगा।

गाजियाबाद में कविनगर निवासी मयंक गर्ग ने बताया कि 19 अगस्त को उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल को मॉनिटाइज कराने के लिए गॉड ऑफ मोनिका नाम की टेलीग्राम आईडी पर संपर्क किया। मोनिका राठौड़ नाम की युवती से उनका संपर्क हुआ।

युवती के भाई ने भी फोन पर धमकाया
पुलिस से शिकायत करने की बात पर युवती ने अपने भाई का नंबर दिया और कहा कि वह 10 सितंबर तक उसका पैसा दे देगा। 14 सितंबर को आरोपियों ने पैसे वापस करने के लिए एक फॉर्म भरने के लिए दो हजार रुपए मांगे, जिसे देने के लिए पीड़ित ने मना कर दिया। कुछ दिन बाद खुद को आईपीएस का बेटा बताकर फोन किया और उससे कहा कि तेरी वजह से उसकी बहन ने स्यूसाइड कर लिया है। अब उसके पिता उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।

ब्लैकमेल और धमकी देकर पीड़ित से धन की उगाही करते रहे। पीड़ित ने कई बार में आरोपियों के खाते में साढ़े दस लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित ने साइबर ठगी करने वाली परी राठौड़, सनी राठौड़, मोनिका पवार, अजय राजेश्वसर, अज्ञात आईपीएस, पीएसआई ओमकार चव्हाण और सरस्वती के खिलाफ केस दर्ज कराया। पुलिस सभी की तलाश कर रही है।

एडीसीपी पीयूष सिंह ने बताया कि साइबर ठग बड़े अधिकारी बनकर ठगी करते है। किसी का भी नाम रख लेते हैं, जिससे डर की वजह से पीड़ित फंस जाते है। पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है। साइबर ठगों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।

खुशखबरी! यूपी में SIR की डेडलाइन बढ़ी, अब 11 दिसंबर तक जमा कर सकेंगे फॉर्म

लखनऊ: उत्‍तर प्रदेश में स्‍पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के काम में लगे बीएलओ समेत अन्‍य कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर आई है। चुनाव आयोग ने SIR फॉर्म जमा करने की समय सीमा सात दिनों के लिए बढ़ा दी है। अब 11 दिसंबर तक फॉर्म जमा किए जा सकेंगे। पहले डेडलाइन 4 दिसंबर थी। चुनाव आयोग ने यूपी समेत सभी 12 राज्‍यों को निर्देश भेज दिए हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि गणना पत्र को डिजिटाइज करने की अंतिम तिथि भी इसी के अनुसार बढ़ाई गई है। गौरतलब है कि एसआईआर के काम के दबाव के चलते बीएलओ परेशान हैं। कर्मचारी संगठनों ने भी समय सीमा बढ़ाने की मांग की थी।

लगातार आ रहे हैं बीएलओ की मौत से जुड़े मामले
आपको बता दें कि यूपी में एसआईआर की ड्यूटी में जुटे सात बीएलओ की अब तक मौत हो चुकी है। मुरादाबाद, फतेहपुर और गोंडा में आत्महत्या करने वाले बीएलओ के मामलों में काम के दबाव को कारण बताया गया था।

बिजनौर में बीएलओ को हार्ट अटैक
वहीं, बिजनौर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शोभा रानी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। उनकी ड्यूटी भी एसआईआर में लगी थी। देवरिया के भी एक बीएलओ की मौत हुई है। परिवार वालों का कहना है कि काम के दबाव के चलते मौत हुई, वहीं प्रशासन का कहना है कि पथरी के चलते बीएलओ की जान गई है।

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