राष्ट्रीय जजमेंट
गुजरात के भावनगर में हुए ट्रिपल मर्डर ने सभी को चौंकाकर रख दिया है। अपनी पत्नी और 2 बच्चों की हत्या के आरोप में पुलिस ने यहां एक वन अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोप हैं कि इसी शख्स ने तीनों हत्याएं की और बाद में उसे ऐसा रंग देने की कोशिश की कि वे अपनी मर्जी से घर छोड़कर कहीं चले गए हैं। कहानी तो उसने पूरी दृश्यम फिल्म जैसी रची थी, लेकिन वो भूल गया था कि उसका सामना Reel नहीं Real पुलिस से है।
भावनगर पुलिस ने सोमवार को असिस्टेंट कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट (ACF) शैलेश बच्चू खांभला को गिरफ्तार किया है। अब इस मामले में जो खुलासे हो रहे हैं, वह चौंकाने वाले हैं। पूरा मामला समझने के लिए शुरू से इस ट्रिपल मर्डर मिस्ट्री को समझते हैं। शैलेश ने 7 नवंबर को नजदीक के पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज कराई। उसके मुताबिक उसकी पत्नी नयना, बेटी और बेटा घर से लापता हैं। ये तीनों दिवाली की छुट्टियों में सूरत से भावनगर आए थे। 5 नवंबर को वह फील्ड विजिट के लिए गया हुआ था। दोपहर 2 बजे जब घर लौटा तो वहां कोई नहीं था। पुलिस ने शिकायत दर्ज लापता लोगों की तलाश शुरू कर दी।पुलिस ने अफेयर के एंगल से भी जांच शुरू की। कॉल रिकॉर्ड खंगाले गए, लेकिन ऐसा कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। शैलेश ने पुलिस को यह भी बताया था कि पास के गार्ड ने उन्हें ऑटो में जाते देखा था। लेकिन जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने कहा कि वह भरोसे से नहीं कह सकता कि वो तीनों वही थे। बाकी पड़ोसी भी नयना को ठीक से नहीं जानते थे क्योंकि वह वहां नहीं रहती थी और कभी-कभी ही आया करती थी।1 मैसेज ऐसे घूमी शक की सुईपुलिस सुराग ढूंढने में लगी हुई थी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं मिल रहा था, जिससे यह तय हो सके कि वो अपनी मर्जी से कहीं गई है। नयना के फोन में पुलिस को इसी बीच एक WhatsApp मैसेज मिला, जो डिलीवर नहीं हुआ था। इस मैसेज में लिखा था कि वह अपनी मर्जी से घर छोड़कर जा रही है। कोई उसे ढूंढने की कोशिश न करे वरना वह अपनी जान दे देगी। 5 नवंबर का यह मैसेज Unsent ही था। नयना की बहन से बात होने के बाद पुलिस का शक और पुख्ता हो गया कि यह मैसेज शैलेश ने ही खुद लिखा। लेकिन उसका ध्यान इस बात पर नहीं गया कि मोबाइल Flight Mode पर था और इंटरनेट ऑन नहीं था। इसलिए यह मैसेज डिलीवर नहीं हुआ। इसके अलावा नयना आमतौर पर गुजराती भाषा में मैसेज किया करती थी। लेकिन इस बार ऐसा नहीं था। साथ ही मैसेज की टोन भी नयना के बर्ताव से मैच नहीं कर रही थी।2 गड्ढ़ों से गहराया शक पुलिस को एक और अहम सुराग मिला। इन तीनों के लापता होने की रिपोर्ट लिखाने से कुछ समय पहले ही शैलेश ने घर के आंगन में साढ़े 6 फुट के दो गड्ढे खुदवाए थे और बाद में उन्हें बंद कर दिया गया। उसने वन विभाग से 2 जेसीबी बुलवाई और पानी और कूड़े के लिए ये गड्ढे खुदवाए। इस कॉलोनी में यह कोई अजीब बात नहीं थी क्योंकि यहां अक्सर पानी भरता रहता था।
लेकिन इसकी टाइमिंग ने पुलिस को चौंका दिया। 6 नवंबर को ये गड्ढे खुदवाए गए। एक दिन पहले ही नयना और बच्चे लापता हुए थे। पुलिस को शैलेश की हरकतों पर भी शक होता जा रहा था। वो पड़ोस में से किसी को भी इस गड्ढे के पास जाने नहीं देता था। वो कहता कि इसमें से सांप निकल रहे हैं, इसलिए दूर रहो। जबकि सच्चाई कुछ और ही थी।लाश डालकर पहले पानी भरा, फिर कूड़ा
पूछताछ में शैलेश ने गुनाह कबूल लिया है। उसने बताया कि पहले उसने पत्नी का गला दबाकर मार डाला। फिर बेटी और बेटे का मुंह तकिए से दबाकर मार डाला। उसने लाशों के साथ पत्थर बांधे और गड्ढों में डाल दिया, फिर उन्हें पानी से भर दिया। बाद में उसने कूड़ा और रेत डालकर इसे भर दिया। पुलिस ने जब खुदाई की तो तीनों की लाशें मिल गई।पति के साथ रहना चाहती थी नयना
हत्या के पीछे की कहानी पर पुलिस ने पर्दा उठाते हुए कहा कि पति-पत्नी में साथ रहने को झगड़ा चल रहा था। नयना अपने पति के साथ ही रहना चाहती थी। लेकिन शैलेश का कहना था कि जनवरी तक उसके माता-पिता के साथ ही रहे। एक बार छोटे भाई की शादी हो जाएगी तो वो साथ रहने लगेंगे।
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