राष्ट्रीय जजमेंट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनाव परिणामों को “बिहार दुनिया को राजनीति सिखाता है” बताते हुए स्पष्ट किया कि जनता ने जातिवाद का जहर फैलाने वालों को नकार दिया है। उन्होंने कहा कि “मुस्लिम लीगी माओवादी” कांग्रेस को देश अस्वीकार कर चुका है और अब उसे कोई नहीं बचा सकता, क्योंकि उसके राष्ट्रीय विचारों वाले नेता भी नेतृत्व से दुखी हैं। यह परिणाम बिहार में विकास की राजनीति की जीत और जातिवादी विचारधारा की हार का प्रतीक है।राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों ने दिखा दिया है कि जनता ने जातिवाद का जहर उगलने वालों को नकार दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि नया ‘माई’ फॉर्मूला महिला और युवा हैं, जिन्होंने बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को निर्णायक जनादेश दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार का ऐतिहासिक विजय हुआ हो, और अगर हम सूरत से आगे जा रहे हों और बिहार के लोगों से मिले बिना जाएं, तो लगता है यात्रा अधूरी रह गई है। इसलिए गुजरात में रहने वाले और खासकर सूरत में रहने वाले मेरे बिहारी भाइयों का हक बनता है, और इसलिए मेरी स्वाभाविक जिम्मेदारी भी बनती है कि आप लोगों के बीच आकर के इस विजयोत्सव के कुछ पल का मैं भी हिस्सा बनूं।मोदी ने आगे कहा कि आप भी जानते हैं और बिहार के लोग भी जानते हैं कि हम वो पार्टी हैं जब आपने हमें गुजरात में मुख्यमंत्री के रूप में भी काम दिया था तब भी हमारा एक मंत्र था कि भारत के विकास के लिए गुजरात का विकास। हमारी मूलभूत सोच रही है- नेशन फर्स्ट। यही मंत्र हमारे लिए हिंदुस्तान का हर कोना, हिंदुस्तान का हर राज्य, हर भाषा-भाषी नागरिक… ये हमारे लिए पूजनीय है, वंदनीय है। इसलिए बिहार का भी गौरव करना, बिहार के सामर्थ्य को स्वीकार करना… ये हमारे लिए बहुत सहज बात हैमोदी ने कहा कि इस चुनाव में एनडीए गठबंधन जो विजयी हुआ है और महागठबंधन जो पराजित हुआ है… दोनों के बीच 10 प्रतिशत वोट का फर्क है, ये बहुत बड़ी बात है। यानी, सामान्य मतदाता ने एकतरफा मतदान किया, ये बिहार के विकास के प्रति ललक है। उन्होंने कहा कि बिहार आज दुनिया भर में छाया हुआ है। आप दुनिया में कहीं भी जाइए, बिहार की टैलेंट आपको नजर आएगी। अब बिहार विकास की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने का मिजाज दिखा रहा है। इस चुनाव में उस मिजाज के दर्शन हुए हैं। महिला-युवा एक ऐसा माई कॉम्बिनेशन बना है, जिसने आने वाले दशकों की राजनीति का नींव मजबूत कर दी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दो साल से ये जमानती नेता बिहार में जाकर जातिवाद-जातिवाद का भाषण दे रहे थे। जितनी ताकत थी उन्होंने जातिवाद का जहर फैलाने की कोशिश की। लेकिन बिहार के इस चुनाव ने जातिवाद के इस जहर को पूरी तरह नकार दिया है। उन्होंने कहा कि ये मुस्लिम लीगी माओवादी कांग्रेस को देश अस्वीकार कर चुका है। कांग्रेस पार्टी में जो राष्ट्रीय विचारों से पले-बढ़े लोग हैं, ऐसे कांग्रेस का बहुत बड़ा वर्ग… नामदार के हरकतों से दुखी है। कांग्रेस को अब कोई बचा नहीं सकता है, ऐसी हालत हो गई है।मोदी ने कहा कि बिहार में, सार्वजनिक भूमि पर अक्सर अतिक्रमण करके उसे वक्फ संपत्ति बना दिया जाता था। हमने तमिलनाडु में भी ऐसी ही स्थिति देखी, जहाँ सदियों पुराने गाँवों को भी वक्फ घोषित कर दिया गया। तभी हमने वक्फ कानून में सुधार किए। एक नेता जो अब ज़मानत पर बाहर है, अपने सहयोगियों के साथ कानून की प्रतियां फाड़कर कहता था कि वे बिहार में इसे कभी नहीं होने देंगे। लेकिन बिहार की जनता ने इस सांप्रदायिक ज़हर को पूरी तरह से नकार दिया और विकास का रास्ता चुना।
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