सात साल की प्रेम कहानी का दुखद अंत, सिरफिरे आशिक ने बर्बाद कर दी प्रेमिका की जिंदगी, खुद की भी ले ली जान

राष्ट्रीय जजमेंट 

झांसी: बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की एमबीए छात्रा कृतिका को गोली मारकर खुद की भी जान देने वाले मनीष की प्रेम कहानी की नई-नई परतें सामने आ रही हैं। मनीष और कृतिका के बीच लगभग सात सालों से प्रेम संबंध था। पिछले साल मनीष ने किसी और लड़की से शादी कर ली थी, जिसके बाद कृतिका ने उससे दूरी बनानी शुरू कर दी। मनीष लगातार कृतिका के पीछे पड़ा रहा और उसे पाने की चाह में अपनी पत्नी को तलाक दे दिया था। रविवार को कृतिका और मनीष की मुलाकात हुई और दोनों ने काफी समय एकसाथ बिताया, लेकिन मनीष की बात नहीं मानने पर वह नाराज हो गया और विश्वविद्यालय गेट पर पहले कृतिका को गोली मारी, फिर खुद की कनपटी पर गोली मार ली। मनीष की मौत हो गई, जबकि कृतिका का इलाज चल रहा है।मनीष ने कृतिका को रेस्टोरेंट बुलायापुलिस की छानबीन में अब तक यह बात सामने आई है कि कृतिका मनीष से न तो मिलना चाहती थी और न ही बातचीत करना चाहती थी। कृतिका ने मनीष से सारे रिश्ते खत्म कर लिए थे। मनीष ने एक खतरनाक साजिश रचते हुए कृतिका को आखिरी बार मुलाकात करने का वादा कर एक रेस्टोरेंट में बुलाया। यहां दोनों ने एकसाथ खाना खाया और इसके बाद दोनों विश्वविद्यालय पहुंचे। यहां गेट पर पहुंचकर मनीष अपने असली रंग में आ गया। मनीष ने कृतिका को कहा कि अपना सामान वापस ले लो। यह कहकर उसने अपने बैग से तमंचा निकालकर कृतिका को गोली मार दी। बाद में मनीष ने खुद को भी गोली मार ली।
घटना के लगभग दो घंटे पहले कृतिका की फेसबुक प्रोफाइल से एक रील शेयर किया गया है, जिसमें मनीष और कृतिका एकसाथ दिख रहे हैं। पुलिस इस बात की छानबीन कर रही है कि कृतिका की प्रोफाइल से यह वीडियो किसने शेयर की। इस रील के साथ कैप्शन लिखा था, आज ही के दिन इस रिश्ते को सात साल हुए।

मनीष ने पत्नी को दिया तलाक
दोनों ललितपुर जिले के एक ही मोहल्ले के रहने वाले थे। दोनों में 2018 में प्रेम संबंध हुए और साथ जीने-मरने की कसमें खाई। इस बीच मनीष एक सरकारी विभाग में गाड़ी चलाने लगा और कृतिका झांसी आकर पढ़ाई करने लगी। पिछले साल मनीष ने शादी कर ली, जिसके बाद कृतिका ने उससे दूरी बना ली। लगभग तीन महीने पहले मनीष ने पत्नी को तलाक दे दिया। दहेज का सामान और ढाई लाख रुपये नकदी भी वापस किया। इसके बाद भी कृतिका मनीष के साथ वापस आने को राजी नहीं हुई।

भोपाल में चल रहा इलाज
कृतिका ने मनीष का नंबर भी ब्लॉक कर दिया। कृतिका से मिलने की कोशिश में वह हॉस्टल के चक्कर काटता था। आखिरकार किसी तरह उसका कृतिका से फोन पर संपर्क हुआ और आखिरी बार मिलने की इच्छा जताकर उसे मिलने बुला लिया। मनीष की खतरनाक मंशा से अंजान कृतिका रविवार को उससे मिलने आई, जिसके बाद यह घटना हो गई। कृतिका के स्पाइनल में गोली का एक हिस्सा फंसा है। उसे इलाज के लिए झांसी से भोपाल ले जाया गया है। मनीष की मौत के बाद उसके परिवार में मातम और चुप्पी फैली है।

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कानपुर में सीएसजेएमयू की 2 छात्राएं दो दिनों से लापता, अब तक नहीं मिला सुराग, पुलिस ने किया पांच टीमों का गठन

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) में बीबीए द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही दो छात्राएं पिछले दो दिनों से रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हैं। 36 घंटे बीत जाने के बाद भी दोनों का कोई सुराग नहीं लग सका है। दोनों के बैग विश्वविद्यालय परिसर के पार्क में मिले, जिससे मामला और भी संदिग्ध हो गया है। घटना के बाद से छात्राओं के परिजनों में दहशत का माहौल है। परिजनों का कहना है कि दोनों बच्चियां आखिर कहां गईं? इसके बारे में कोई जानकारी तो मिलनी चाहिए।
दोनों छात्राओं के मिले बैगजानकारी के मुताबिक, उन्नाव के शुक्लागंज और कानपुर के कल्याणपुर के गूबा गार्डन की रहने वाली दोनों छात्राएं शनिवार सुबह घर से विश्वविद्यालय के लिए निकली थीं। देर शाम तक जब वे घर नहीं लौटीं, तो परिजन चिंतित होकर खोजबीन में जुट गए। खोज के दौरान विश्वविद्यालय पहुंचे स्वजन को एक पार्क में दोनों के बैग पड़े मिले, जिसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विश्वविद्यालय और आस-पास के इलाकों के CCTV फुटेज खंगाले। फुटेज में दोनों छात्राएं विश्वविद्यालय से निकलकर एक ऑटो रिक्शा में बैठती हुईं दिखाई दीं। इसके बाद उनकी आखिरी लोकेशन झकरकटी बस अड्डे के पास पाई गई, जिसके बाद दोनों के मोबाइल फोन बंद हो गए।
पांच टीमें जांच में लगीं
एसीपी कल्याणपुर रंजीत कुमार ने बताया कि छात्राओं की तलाश के लिए पांच टीमें गठित की गई हैं। अब तक 150 से अधिक CCTV कैमरों की फुटेज देखी जा चुकी है। पुलिस ने दोनों के मोबाइल नंबरों का CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) निकलवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि उनके संपर्क में आए लोगों और लोकेशन का पता लगाया जा सके।पुलिस को शक है कि छात्राएं स्वेच्छा से गई हों या किसी के बहकावे में आई हों। हालांकि, अभी कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। रविवार होने के चलते पुलिस छात्राओं के सहपाठियों से संपर्क नहीं कर सकी। सोमवार को विश्वविद्यालय प्रशासन और सहपाठियों से पूछताछ शुरू की गई, लेकिन फिर भी दोनों का कोई सुराग नहीं मिला।
परिजनों में भयलापता होने की खबर के बाद विश्वविद्यालय परिसर में छात्राओं और उनके परिवारों में दहशत है। परिजनों का कहना है कि उनकी बेटियां पढ़ाई में होशियार थीं और किसी से दुश्मनी नहीं थी। उन्होंने पुलिस से जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है। एसीपी कल्याणपुर ने बताया कि पुलिस की कई टीमें बस अड्डे और झकरकटी क्षेत्र में लगातार सर्च ऑपरेशन कर रही हैं। CDR रिपोर्ट आने के बाद दोनों की मूवमेंट और संपर्कों को लेकर स्थिति साफ हो सकेगी।

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