दिल्ली में ड्रग्स का अंतरराष्ट्रीय रैकेट ध्वस्त: मेडिकल वीजा पर आया नाइजीरियाई तस्कर समेत 6 अफ्रीकी गिरफ्तार, 10 लाख की MDMA जब्त

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स स्क्वॉड ने दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में ड्रग्स के एक बड़े अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। मंगलवार को अमर कॉलोनी इलाके में छापेमारी कर पुलिस ने नाइजीरियाई नागरिक अबोआग्ये किंग्सले अफ़ोम को 74.90 ग्राम MDMA के साथ धर दबोचा। बाजार में इसकी कीमत करीब 10 लाख रुपये आंकी गई है। आरोपी के कब्जे से 46,200 रुपये नकद और चार मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं।

गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में खुलासा हुआ कि अबोआग्ये 2024 में मेडिकल वीजा पर भारत आया था, लेकिन उसका वीजा लंबे समय से समाप्त हो चुका है। वह दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में MDMA की सप्लाई का प्रमुख पेडलर था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने अमर कॉलोनी के ही एक किराए के मकान से पांच अन्य अफ्रीकी नागरिकों को पकड़ा, जो बिना वैध दस्तावेजों के भारत में अवैध रूप से रह रहे थे।

दक्षिण-पूर्व जिले के एडिशनल डीसीपी ऐश्वर्या शर्मा ने बताया कि ये सभी कैमरून मूल के हैं और इनका वीजा भी ओवरस्टे हो चुका था। ये लोग अमर कॉलोनी में एक रसोई में इकट्ठा होकर मनोरंजन करते थे। गिरफ्तार महिलाओं में जुलियट अबी नगन्या (33), मैगडालीन नगेटी नगेके (33), रीटा एनलाइन अका (26), एजोका पी. ओनेडिका (33) और टोन कम्फर्ट मायरा (21) शामिल हैं। किसी का भी कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। इन्हें एफआरआरओ के समक्ष पेश कर निर्वासन की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

एडिशनल डीसीपी ने बताया कि 28 अक्टूबर को हवलदार धर्मेंद्र को गुप्त सूचना मिली कि अमर कॉलोनी में दो नाइजीरियाई ड्रग्स की डिलीवरी करने वाले हैं। एसीपी हरि सिंह की निगरानी में इंस्पेक्टर विष्णु दत्त तिवारी के नेतृत्व में टीम ने दबिश दी। एक आरोपी खिड़की से कूदकर फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है। वह इस नेटवर्क का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। अमर कॉलोनी थाने में एनडीपीएस एक्ट की धारा 21/61/85 के तहत दर्ज किया गया है। फरार आरोपी को जल्द पकड़ा जाएगा आगे की जांच जारी हैं।

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