रानी बाग थाना पुलिस ने चार ऑटो लिफ्टर्स पकड़े, 13 स्कूटी बरामद, 9 मामले सुलझे

नई दिल्ली: दिल्ली के आउटर डिस्ट्रिक्ट में वाहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए रानी बाग पुलिस ने कमर कस ली है। सतर्क गश्ती टीम ने दो अक्टूबर को गुप्त सूचना के आधार पर दो किशोरों को चुराई स्कूटी पर सवार होकर पकड़ा। पूछताछ में तीन अन्य साथियों का खुलासा हुआ, जिन्हें भी दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया गया। इस ऑपरेशन में कुल 13 चुराई स्कूटी बरामद हुईं, जो विभिन्न थानों के 9 पुराने मामलों से जुड़ी पाईं। एक आरोपी को जेल भेजा गया, जबकि तीन किशोरों को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश कर ऑब्जर्वेशन होम भेज दिया गया।

बाहरी जिले के डीसीपी सच्चिन शर्मा ने बताया कि थाना रानी बाग में विशेष गश्ती टीम गठित की गई थी। टीम हरियाणा मैत्री भवन के पास PWD सर्विस रोड पर पहुंची। वहां दो संदिग्ध लड़के चुराई स्कूटी पर सवार थे, जो पुलिस देखकर भागने की कोशिश करने लगे। लेकिन टीम ने उन्हें घेराबंदी कर मौके पर ही दबोच लिया।

जांच में दोनों की पहचान नाबालिक के रूप में हुई। ZIPNET चेक पर स्कूटी केसवापुरम इलाके से चुराई हुई निकली। इनके बयानों पर तीन और स्कूटी बरामद की गईं, जो NSP थाने और केसवापुरम के से जुड़ी थीं। किशोरों ने दो अन्य साथियों का नाम बताया, जिन्हें छापेमारी में पकड़ा गया। इनमें शाकुरपुर गांव निवासी 22 वर्षीय अरुण चौधरी और नाबालिक शामिल थे।

पूछताछ में सभी ने कई वाहन चोरी की वारदातें कबूल कीं। उनके इशारे पर 9 और स्कूटी विभिन्न ठिकानों से बरामद हुईं, जो रानी बाग, केसवापुरम, आदर्श नगर और डीडी नंबर 82 से लिंक हैं। चार अन्य स्कूटी की सत्यापन चल रहा है। सभी आरोपी नशे के आदी पाए गए। थाना रानी बाग में धारा 106 बीएनएसएस के तहत केस दर्ज कर अरुण को गिरफ्तार किया गया। किशोरों को JJB ने ऑब्जर्वेशन होम भेजा। सभी स्कूटी जब्त कर ली गईं।

अरुण चौधरी के पिता मोती नगर में सिक्योरिटी गार्ड हैं, जबकि मां शाकुरपुर की फैक्ट्री में धागा काटने का काम करती हैं। उनके दो बहनें हैं- एक शादीशुदा, दूसरी घर पर। तीनों किशोर नशे की लत के शिकार हैं। इस कार्रवाई से 9 मामले सुलझे: केसवापुरम के दो ई-एफआईआर, NSP के दो, रानी बाग के दो, आदर्श नगर का एक और केसवापुरम का एक।

डीसीपी ने बताया कि आउटर डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने वाहन चोरी रोकने के लिए फुट पेट्रोलिंग, एरिया डोमिनेशन, हाईवे चेकिंग और ‘रोको-टोको’ अभियान तेज कर दिए हैं। गुप्त सूत्र सक्रिय हैं। रेसिडेंशियल सोसाइटियों के सिक्योरिटी गार्ड और आरडब्ल्यूए-एमडब्ल्यूए को सतर्क किया गया है। इन प्रयासों से 2025 में वाहन चोरी के मामलों में 22 प्रतिशत की कमी आई है। पुलिस ने 674 चुराए वाहन बरामद किए, जिनमें से 130 अन्य जिलों से जुड़े थे।

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