सीएम योगी ने सफाई कर्मियों को दिया ‘दीपावली गिफ्ट’; अब 20 हजार होगा न्यूनतम वेतन, सीधे खाते में आएगी सैलरी

राष्ट्रीय जजमेंट

वाराणसी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली पर आउटसोर्स सफाई कर्मियों को बड़ी सौगात दी है. कर्मियों का न्यूनतम वेतन अब 16 से 20 हजार रुपये महीना होगा. इसके अलावा सैलरी भी सीधे उनके खाते में जाएगी. सारी तैयारियां चल रहीं हैं. पोर्टल तैयार हो रहे हैं. वाल्मीकि जयंती की पूर्व संध्या पर सोमवार को सीएम योगी ने यह घोषणा की. उन्होंने 500 सफाई कर्मियों पर फूलों की बारिश की. उन्होंने कर्मचारियों को खुद से खाना भी परोसा.सीएम ने सफाई कर्मियों को अंगवस्त्र, सेफ्टी किट और मिठाई देकर सम्मानित भी किया. सीएम योगी आदित्यनाथ 2 दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे हैं. पहले दिन सोमवार को उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सफाई कर्मी स्वच्छता मित्र नीलम, रानी देवी, रूपा, नीलम, मालती, प्रियांशु, दीपक कुमार, शतरूद्र, टिंकू, सूरज भारती को अंगवस्त्रम, सेफ्टी किट और मिठाई दी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को कबीरचौरा पिपलानी कटरा के पास स्थित सरोजा पैलेस में पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी के 75 दिवसीय वार्ड प्रवास की समाप्ति पर आयोजित स्वच्छता मित्र सम्मान समारोह में हिस्सा ले रहे थे.’5 लाख तक का निशुल्क इलाज करा सकेंगे सफाई कर्मी’ : सीएम योगी ने कहा कि भगवान वाल्मीकि की जयंती (7 अक्टूबर) पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है. सीएम ने आगे कहा कि आने वाले दिनों में ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि सभी आउटसोर्स सफाई कर्मियों का न्यूनतन वेतन 16 से 20 हजार रुपये महीना होगा. सैलरी हर महीने सीधे उनके खाते में भेजी जाएगी. कोई भी किसी तरह सफाई कमियों का शोषण अब नहीं कर सकेगा. सबके स्वास्थ्य की चिंता करने वाले सफाई कर्मियों की चिंता अब सरकार कर रही है. निशुल्क इलाज के लिए सभी स्वच्छता कर्मियों का 5 लाख रुपये का आयुष्मान कार्ड भी बनेगा. स्वच्छता कर्मियों के परिवारों को फ्री इलाज की गारंटी भी मिलेगी’करोड़ों लोगों को मिली शौचालय की सुविधा’ : सीएम योगी ने कहा कि कल शरद पूर्णिमा है. भगवान वाल्मीकि की जयंती हैं. 17 सितंबर को देश के प्रधानमंत्री व काशी के सांसद नरेंद्र मोदी, 25 सितंबर को पं. दीनदयाल उपाध्याय, 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दिवस मनाया गया. करोड़ों लोगों को शौचालय की सुविधा दी गई है. आज दुनिया भारत के लिए अच्छा सोचती है. स्वच्छता से बीमारियां दूर होती हैं. वार्ड भ्रमण के दौरान डॉ. नीलकंठ ने 33000 लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को जाना. यह अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए भी अनुकरणीय है.
उन्होंने कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों को नियमित रूप से अपने क्षेत्र में मौजूद रहकर आम जनमानस से रूबरू होकर उनकी समस्याओं को जानना और उसका प्राथमिकता पर समाधान सुनिश्चित किया जाना चाहिए. उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान को स्वस्थ भारत अभियान बताते हुए इसे समृद्ध एवं सशक्त भारत का प्रतीक बताया.कठिनाई सबके जीवन में, समस्या का समाधान खोजें : मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में सबके सामने कठिनाई आती है, लेकिन जब हम समाधान की चर्चा करते हैं तो इसका रास्ता निकलता है. समस्या को समस्या की दृष्टि से देखते हैं तो वह समाधान की तरफ नहीं बढ़ पाती है. समाधान की तरफ सोचेंगे तो समस्या को सदैव के लिए समाप्त कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए समय निकालकर मौके पर जाना पड़ेगा. 75 दिन की यात्रा के दौरान एक-एक मोहल्ले में जाना, सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ अभियान का हिस्सा बनना, चौपाल लगाना, स्वच्छता के कार्यक्रम को बढ़ाना अद्भुत कार्य है.पीएम मोदी के अभियान के बाद आया बदलाव : सीएम ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री ने देश में स्वच्छ भारत अभियान का आगाज किया था. उनका उद्देश्य स्वच्छता के प्रति प्रत्येक नागरिक को जागरूक करना था. प्रधानमंत्री ने स्वयं अपने हाथ में झाड़ू लिया था. कहा था कि हम देश और मातृभूमि को गंदा नहीं होने देंगे. शौचालय बनाने का मतलब नारी की गरिमा की रक्षा करना भी था. इस सीजन में गांवों में पैदल नहीं जाया जा सकता था. रास्तों में बदबू आती थी, लेकिन 2014 के बाद परिवर्तन आया तो आज गांव और वार्ड भी साफ-सुथरे हैं. इसने नारी के साथ भारत के गरिमा की भी रक्षा की. भारत के बारे में लोगों की सोच में परिवर्तन लाया गया. आज दुनिया भारत के बारे में अच्छा सोचती है.मेहनत करने वालों ने कोरोना को दी मात : सीएम ने कहा कि काम करने से कोई छोटा नहीं होगा, व्यक्ति जितना मेहनत करेगा, उतना ही स्वस्थ होगा. जो भी व्यक्ति मेहनती था, कोरोना उसके दूर-दूर तक नहीं फटक पा रहा था. कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को भी मेहनतकश लोगों ने मात दे दी. महर्षि वाल्मीकि की परंपरा में आने वाला व्यक्ति समाज को सही दिशा देगा और हमेशा रचनात्मकता की तरफ ले जाएगा. उन्होंने कहा कि रचनात्मकता की केंद्रबिंदु बाबा विश्वनाथ की धरा काशी से बन रही है. पार्षद से लेकर सांसद तक हर जनप्रतिनिधि को जनता के बीच रहना है.
हमारा काम जोड़ना है, तोड़ना नहीं : सीएम ने कहा कि पर्व अकेले मनाने के आयोजन नहीं होते. सीएम ने आह्वान किया कि प्रदेश स्तर पर प्रयास करना चाहिए कि दीपावली पर हर स्वच्छता मित्र व स्वच्छता कर्मी को मिष्ठान वितरित करें. हर गरीब के घर में भी दीप जले और दीपावली की मिठाई जरूर पहुंचे. जब गरीब अपने घर में दीपक जलाएगा और मिष्ठान का स्वाद लेगा तो हमारी दीपावली भी बहुत अच्छी होगी. यही समाज की समरसता है. हमारा काम जोड़ना है, तोड़ने के लिए सपा-कांग्रेस पहले से बैठी है. हमें समाज को तोड़ने नहीं देना है. एक भारत-श्रेष्ठ भारत, समर्थ-सशक्त भारत, विकसित और आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बनेगी. इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा.
फैसले से कर्मियों को इस तरह मिलेगी राहत : मुख्यमंत्री ने आउटसोर्स सफाई कर्मियों के न्यूतम वेतन और सीधे उनके खाते में सैलरी भेजने की जो बात कही है वह कर्मियों के लिए काफी अहम है. हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों को मिलने वाली सैलरी में हो रहे घपले और तमाम दिक्कतों की जानकारी होने के बाद सीएम के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश आउटसोर्स सेवा निगम का गठन किया गया है. इसमें आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की समस्याएं, उनकी सैलरी और अन्य चीजों की निगरानी होगी.

अभी 12 हजार है न्यूनतम वेतन : अभी आउटसोर्स सफाई कर्मियों का न्यूनतम वेतन 12 हजार रुपये महीना है. नया सिस्टम लागू होने के बाद यह 16 से 20 हजार रुपये महीना हो जाएगा. अभी तक आउटसोर्सिंग काम कर रहे कर्मियों को एजेंसी के जरिए सैलरी मिलती रही है. फिलहाल माना जा रहा है कि दीपावली के बाद आउटसोर्सिंग निगम के सफाई कर्मचारियों को यह बड़ा तोहफा मिल जाएगा.

विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी ने किया 75 दिनों का वार्ड प्रवास : पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी अपने विधानसभा क्षेत्र दक्षिणी में 20 जुलाई से 2 अक्टूबर गांधी जयंती तक 75 दिवसीय वार्ड प्रवास का कार्यक्रम चलाया. कार्यक्रम में अलग-अलग वार्डों में अलग-अलग दिवस पर भ्रमण का कार्यक्रम होता रहा, सभी वार्डों में कम से कम 3 से 4 बार प्रवास हुआ. इसमें क्षेत्र की समस्याएं जैसे पेयजल, नाली आदि की समस्याएं सामने आईं. अफसरों को इनके निस्तारण के लिए कहा गया. विधायक ने करीब 500 से ज़्यादा पौधरोपण करने के साथ ही जनसंपर्क के माध्यम से अपने निर्वाचन क्षेत्र के लगभग 7000 परिवारों से सीधा संवाद किया. इन दिनों में विधायक ने करीब 70 से अधिक जन चौपाल लगाया.

महर्षि वाल्मीकि जयंती पर हर मंदिर में होगा पाठ : महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से पूरे प्रदेश में भक्ति और संस्कृति के संगम के रूप में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. प्रदेशभर के देव मंदिरों और महर्षि वाल्मीकि से संबंधित स्थलों पर रामचरित मानस पाठ, अखंड रामायण पाठ, वाल्मीकि रामायण पाठ, सुंदरकांड, भजन-कीर्तन, दीप प्रज्ज्वलन और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे.

उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने इस संबंध में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार भारतीय संस्कृति, परंपरा और अध्यात्म के संवर्धन के लिए लगातार कार्यरत है. इसी क्रम में वाल्मीकि जयंती पर प्रदेश के सभी 75 जनपदों में एक साथ आयोजन किया जाएगा. प्रत्येक जिले को एक लाख की दर से कुल 75 लाख रुपये की धनराशि जिला पर्यटन एवं सांस्कृतिक परिषद के खाते में उपलब्ध कराई जाएगी. यह राशि कलाकारों के मानदेय और कार्यक्रम के आयोजन पर खर्च की जाएगी.

इन जगहों पर होंगे बड़े आयोजन : जयवीर सिंह ने बताया कि महर्षि वाल्मीकि की तपोस्थली लालापुर, चित्रकूट में भी बड़ा कार्यक्रम होगा. इसके अलावा तुलसीदास आश्रम, राजापुर चित्रकूट, वाल्मीकि आश्रम बिठूर (कानपुर), वाल्मीकि आश्रम श्रावस्ती, अयोध्या और प्रयागराज सहित पूरे प्रदेश के देव मंदिरों में रामायण पाठ और भक्ति कार्यक्रम होंगे. प्रत्येक जनपद में आयोजन के लिए नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं. हर आयोजन स्थल पर साफ-सफाई, पेयजल, ध्वनि, प्रकाश और सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है. यह सुनिश्चित किया गया है कि श्रद्धालुओं और दर्शकों को सुरक्षित और व्यवस्थित वातावरण में कार्यक्रम का अनुभव मिले.

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