कौन है डॉ. नफीस खान? इंस्‍पेक्‍टर को हाथ काटने की दी धमकी, 5 करोड़ी मैरिज हॉल पर चल गया बुलडोजर

राष्ट्रीय जजमेंट

लखनऊ/बरेली: 26 सितंबर को बरेली में जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल के बाद प्रशासनिक कार्रवाई लगातार जारी है। मौलाना तौकीर रजा के करीबी और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के पूर्व प्रवक्ता डॉ. नफीस खान निशाने पर है। उनके अवैध बारातघर रजा पैलेस को बरेली विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिया। छह घंटे चली कार्रवाई में चार बुलडोजर और सात मजदूरों ने मिलकर इस आलीशान भवन को ढहा दिया। डॉ. नफीस फिलहाल जेल में है। इस पैलेस की अनुमानित कीमत 5 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। अवैध रूप से अर्जित की गई रकम को इस पैलेस में लगाए जाने का दावा किया जा रहा है।डॉ. नफीस खान बरेली के जखीरा मोहल्ले के रहने वाला है। वह मौलाना तौकीर रजा का नजदीकी सहयोगी माना जाता है। वह आईएमसी के महासचिव और प्रवक्ता रह चुका है। नफीस की नावल्टी स्थित एक मार्केट है, जहां से आईएमसी का दफ्तर भी संचालित होता था। इसी मार्केट में बैठकर वह संगठन की रणनीतियां तय करता था। स्थानीय पार्षद अनीस सकलैनी को उनका करीबी माना जाता है।
कैसे बढ़ी मुश्किलें?
बरेली में आई लव मोहम्मद पोस्टर को लेकर 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क गई थी। भीड़ ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग की थी। इसी दौरान नफीस का एक वायरल वीडियो सामने आया जिसमें उन्होंने किला इंस्पेक्टर सुभाष कुमार को हाथ काटने और वर्दी उतरवाने की धमकी दी थी। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। यह मामला बरेली हिंसा के कई दिन पहले हुआ था उसके बाद से डॉ. नफीस पर कार्रवाई की तलवार लटक रही थी। जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल में नफीस का नाम आने के बाद उसे भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
5 करोड़ का रजा पैलेस क्यों गिराया गया?
अधिकारियों की माने तो जखीरा मोहल्ले में कसाईखाने के पास स्थित यह पैलेस आवासीय नक्शे पर अवैध रूप से बारातघर के रूप में संचालित किया जा रहा था। यह लगभग 1,500 वर्गमीटर वक्फ की जमीन पर बना था। इसकी लागत करीब 5 करोड़ रुपये आंकी गई है। अधिकारियों का यह भी कहना है कि 2024 में ही नफीस को नोटिस दिया गया था और पांच महीने पहले ध्वस्तीकरण का आदेश जारी हो चुका था। नफीस को अपना पक्ष रखने का पूरा अवसर दिया गया था, लेकिन उसने कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखाया।

अन्य संपत्तियां भी जांच के दायरे में
नफीस के खिलाफ दर्ज मुकदमों के अलावा, उनकी नावल्टी स्थित मार्केट को भी नगर निगम ने हाल ही में सील कर दिया था। आरोप है कि यह मार्केट नाले पर कब्जा कर बनाई गई थी। प्रशासन का कहना है कि नफीस की अन्य संपत्तियों की भी जांच चल रही है और जहां भी नियमों की अनदेखी पाई जाएगी, वहां कार्रवाई की जाएगी। वहीं अफसरों का कहना है कि यह रूटीन कार्रवाई है, जिसे कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार अंजाम दिया गया है। लेकिन स्थानीय स्तर पर इसे बवाल के बाद की सख्त कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है।

Comments are closed.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More