करोल बाग में 1.5 साल के बच्चे का अपहरण,₹45,000 में बेचे गए बच्चे को पुलिस ने महोबा से बचाया, पांच गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली के करोल बाग में 1.5 साल के बच्चे के अपहरण की सनसनीखेज वारदात को दिल्ली पुलिस ने ‘ऑपरेशन मिलाप’ के तहत महज 48 घंटे में सुलझा लिया। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक नाबालिग और बच्चे को खरीदने वाला शामिल है। बच्चा उत्तर प्रदेश के महोबा से सुरक्षित बरामद किया गया, जिसे ₹45,000 में बेचा गया था। पुलिस ने अपहरण में इस्तेमाल स्कूटी, कार और ₹5,500 नकदी भी जब्त की है।

मध्य जिले के डीसीपी निधिन वाल्सन ने बताया कि 24 सितंबर को करोल बाग थाने में एक बच्चे के लापता होने की शिकायत दर्ज हुई। शिकायतकर्ता मुकेश, मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले, अपनी पत्नी और 1.5 साल के बेटे के साथ दिल्ली आए थे। वे डीबीजी रोड, खान पार्क में हस्तशिल्प का सामान बेचने के लिए मेले में हिस्सा ले रहे थे। रात में परिवार पुसा रोड, गंगा राम हॉस्पिटल रेड लाइट के पास फुटपाथ पर सोया करता था। 24 सितंबर की सुबह जब मुकेश जागे, तो उनका बेटा, जो सफेद शर्ट पहने था, गायब था। इस पर थाना करोल बाग में मामला दर्ज किया गया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए ‘ऑपरेशन मिलाप’ के तहत इंस्पेक्टर साकेत कुमार, थाना प्रभारी करोल बाग, की अगुआई में एक टीम गठित की गई। इसमें एसआई गुरिश बाल्याण, हेड कांस्टेबल दीपक, राजाराम, कांस्टेबल खुशाल और कमलजीत शामिल थे। एसीपी अशोक कुमार और अतिरिक्त डीसीपी रिशी कुमार की निगरानी में टीम ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले।

पुलिस ने पुसा रोड पर सुबह 4 बजे एक स्कूटी पर दो संदिग्धों को देखा, जिनका नंबर प्लेट छिपा था। सीसीटीवी फुटेज के जरिए इनका पीछा राजेंद्र नगर, डीबीजी रोड, प्रसाद नगर, कनॉट प्लेस, मंदिर मार्ग और पहाड़गंज तक किया गया। बाद में स्कूटी को आरएमएल हॉस्पिटल, पार्लियामेंट स्ट्रीट के पास एक सफेद कार के पास देखा गया, जिसमें बच्चे को शिफ्ट किया गया। कार का नंबर सोनी लाल के नाम रजिस्टर्ड था, जिसे ट्रेस किया गया।

पुलिस ने काली बारी लेन में छापा मारकर अनंत उर्फ साहिल (22), राजू उर्फ ऋषि (24), साहिल कुमार (21) और एक नाबालिग को पकड़ा। पूछताछ में उन्होंने खुलासा किया कि बच्चे को महोबा, UP में श्रीवास उर्फ संतोष (54) को ₹45,000 में बेचा गया था। पुलिस ने तुरंत महोबा में छापा मारा और बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया। बच्चे को खरीदने वाले श्रीवास को भी गिरफ्तार किया गया।

डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में राजू उर्फ ऋषि ने बताया कि उसकी मुलाकात महोबा में श्रीवास से हुई थी, जो दो बेटियों के बाद एक बेटे की चाहत रखता था। श्रीवास ने बच्चा लाने के लिए ₹1 लाख का ऑफर दिया था। इसके बाद राजू ने अनंत, साहिल कुमार और नाबालिग के साथ मिलकर पुसा रोड से बच्चे का अपहरण किया। अपहरण में टीवीएस स्कूटी और निसान मैग्नाइट कार इस्तेमाल किया गया। बच्चे को ₹45,000 में बेचा गया, जिसमें से ₹5,500 नकद बरामद किए गए।

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