आंध्र प्रदेश में तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट, मंगलुरु में भूस्खलन से सड़क धंसी, घरों और बागानों को नुकसान

राष्ट्रीय जजमेंट

आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) ने अगले चार दिनों तक राज्य भर में गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी करते हुए अलर्ट जारी किया है। एपीएसडीएमए के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने सोमवार को लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया। अल्लूरी सीताराम राजू, पूर्वी गोदावरी, पश्चिमी गोदावरी, एलुरु, कृष्णा, एनटीआर, गुंटूर, बापटला, पालनाडु और प्रकाशम जिलों के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। अन्य जिलों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बुधवार को अल्लूरी सीताराम राजू, पश्चिमी गोदावरी, एलुरु, कृष्णा, एनटीआर, गुंटूर, बापटला और पालनाडु जिलों के कुछ इलाकों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है, जबकि अन्य जिलों के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।तेलंगाना के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई, जिससे सड़कों पर जलभराव हो गया और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले तीन दिनों में भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। इसके मद्देनजर अधिकारियों ने स्थिति से निपटने के लिए एहतियाती उपाय तेज कर दिये हैं। हैदराबाद में मंगलवार रात से हल्की से मध्यम बारिश शुरू हुई और बुधवार तक जारी रही।
राज्य के परिवहन मंत्री और हैदराबाद ज़िले के प्रभारी पोन्नम प्रभाकर ने मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी के निर्देश पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तैयारियों का आकलन करने के लिए एक समीक्षा बैठक की। प्रभाकर ने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया तथा अधिकारियों को जनता की परेशानी को कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। हैदराबाद में जलभराव वाले 141 स्थलों की पहचान की गई जहां विशेष टीमों को तैनात किया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमों को तैयार रहने के लिए कहा गया है।एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, इस दौरान हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सी वी आनंद व जिला कलेक्टर हरि चंदना दसारी समेत अन्य उपस्थित थे। पूर्वानुमान के मद्देनजर, साइबराबाद पुलिस ने मंगलवार रात एक परामर्श जारी किया, जिसमें आईटी और अन्य कंपनियों से कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति देने का आग्रह किया गया। आईएमडी के बुधवार को जारी बुलेटिन के अनुसार, 24 जुलाई को सुबह 8.30 बजे तक आदिलाबाद, कोमाराम भीम आसिफाबाद, मंचेरियल, करीमनगर, पेद्दापल्ली, जयशंकर भूपालपल्ली, मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम, महबूबाबाद, वारंगल और हनमकोंडा सहित कई जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने के आसार हैं। इस बीच, तेलंगाना विकास योजना सोसाइटी के अनुसार, बुधवार सुबह 8.30 बजे तक मुलुगु जिले के वेंकटपुरम में सबसे अधिक 22 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।मंगलुरु के बाहरी इलाके पेरमंकी में बारिश के कारण हुए भुस्खलन की वजह से उलयिबेट्टू को पेरमई चर्च से जोड़ने वाली सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस गया जिससे स्थानीय निवासियों को अब मंगलुरु पहुंचने के लिए मल्लूरु होकर लंबा मार्ग अपनाना पड़ रहा है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया भूस्खलन के कारण कई घरों और बागानों को भी नुकसान पहुंचा है। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि भूस्खलन का मलबा सड़के के एक किलोमीटर के हिस्से में फैल गया है जिससे सुपारी और नारियल के दर्जनों पेड़ उखड़ गये हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह भूस्खलन रविवार को हुआ था लेकिन मंगलवार शाम तक इसका मलबा बड़े क्षेत्र में फैल गया। उन्होंने बताया कि इस वजह से पेरमंकी पदवी को पालिकट्टे और मल्लूरु उडडाबेट्टू से जोड़ने वाली एक और सड़क भी अवरुद्ध हो गई जिससे सैकड़ों घरों का संपर्क टूट गया है और निवासियों को वैकल्पिक मार्गों के इस्तेमाल के लिए मजबूर होना पड़ा है। अधिकारियों ने बताया कि कई घरों में दरार आ गई है जिससे भयभीत कई परिवार अन्य स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। उन्होंने बताया, ‘‘ऊपरी इलाके में स्थित पेरमंकी में कई धाराएं और नाले हैं जो निचले इलाके कैगुरी की ओर बहते हैं। भूस्खलन ने इन जल स्त्रोत के प्राकृतिक प्रवाह को बाधित कर दिया है जिससे आस-पास के क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गयी है।’’ मौका मुआयना करने पहुंचे तालुक पंचायत के कार्यकारी अधिकारी महेश कुमार ने पुष्टि की कि तहसीलदार के माध्यम से उपायुक्त को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपी जाएगी। उन्होंने इस घटना से हुए व्यापक नुकसान की बात को स्वीकार किया।

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