मेघालय में हनीमून मनाने गये राजा रघुवंशी को किसने मारा, उनकी पत्नी सोनम का पता अब तक क्यों नहीं चला?

राष्ट्रीय जजमेंट

मेघालय में इंदौर के एक नवविवाहित जोड़े के साथ जो कुछ हुआ उससे पूर्वोत्तर की यात्रा को लेकर लोगों के मन में संशय उत्पन्न हो रहा है। हम आपको बता दें कि इंदौर के राजा रघुवंशी का शव तो काफी खोजबीन के बाद मिल गया है लेकिन उनकी पत्नी सोनम अब भी गायब है। हम आपको यह भी याद दिला दें कि इस साल के प्रारंभ में हंगरी के पर्यटक पुस्कास ज़ोल्ट ट्रेकिंग शुरू करने के तुरंत बाद लापता हो गए थे। बारह दिन बाद उनका शव मिला था। हम आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के इंदौर से आए दंपति 22 मई को किराये के स्कूटर से मावलखियात गांव पहुंचे थे। दोनों नोंगरियात गांव में पेड़ों की जड़ों से बने प्रसिद्ध पुलों को देखने के लिए घाटी से 3,000 से अधिक सीढ़ियां उतर कर नीचे पहुंचे थे। वे नोंगरियात गांव में रात भर रुके और अगली सुबह होमस्टे से निकल गए। चौबीस मई को, उनका स्कूटर शिलांग से सोहरा जाने वाली सड़क के किनारे एक कैफे के बाहर लावारिस मिला।

सोशल मीडिया पर प्रसारित दृश्यों में दिखा है कि मेघालय के चेरापूंजी स्थित वेई सॉडोंग की गहरी खाई में एक नवविवाहिता की सफेद शर्ट चट्टानों से चिपकी हुई थी, जिसे लगातार गिरती बारिश ने बुरी तरह भिगो दिया था। पास ही उसके पति का शव पड़ा था, जिसकी कलाई पर स्मार्टवॉच बंधी हुई थी। हम आपको बता दें कि यह अपराध स्थल— रियाट अरलिआंग के एक पार्किंग स्थल के नीचे खड़ी ढलानों के बीच स्थित मेघालय पुलिस की एक विशेष जांच टीम (SIT) की जाँच का केंद्र बना हुआ है, जो इंदौर से आए एक नवविवाहित जोड़े के साथ हुई रहस्यमयी घटना की गुत्थी सुलझाने में लगी है।
हम आपको बता दें कि 28 वर्षीय राजा रघुवंशी जो इंदौर में ट्रांसपोर्ट व्यवसाय चलाते थे, उन्होंने अपने हनीमून की महीनों पहले से योजना बनाई थी। इंदौर के मध्यमवर्गीय पलासिया क्षेत्र का एक शांत स्वभाव का युवक राजा अपनी पत्नी सोनम को मेघालय की प्रसिद्ध ‘लिविंग रूट ब्रिजेस’ दिखाने ले गया था। हम आपको बता दें कि इन प्राकृतिक पुलों को सोशल मीडिया खासकर इंस्टाग्राम ने नवविवाहित जोड़ों के बीच बेहद लोकप्रिय बना दिया है।

राजा रघुवंशी और सोनम के परिजनों की प्रतिक्रिया

राजा के परिवार का कहना है कि वह हर चीज की योजना बनाकर काम करने वाला व्यक्ति था। परिजनों का कहना है कि वह बिना योजना के अनजाने स्थानों पर कदम नहीं रखता था। वहीं सोनम की बहन प्रियांशी जैन के अनुसार, “उनकी शादी अरेंज थी, लेकिन उनकी अपनी सहमति से हुई थी।” उन्होंने बताया है कि दोनों परिवारों ने इसका स्वागत किया था। परिवार के अनुसार, सोनम हर दिन अपनी सास उमा को फोन करती थी और यात्रा के दौरान भी व्रत रखती थी। आखिरी बार जब सोनम ने अपनी सास से बात की थी तब उसकी आवाज़ में नए शहर की उत्सुकता और उत्साह साफ़ झलक रहा था। उसने कहा था कि वो मुझे जंगल में बहुत ऊंचाई तक ले गए हैं, चढ़ाई बहुत मुश्किल है। सोनम ने कहा था उसकी साँसें तेज़ चल रही थीं। यह ऑडियो रिकॉर्डिंग ही अब दुल्हन की आखिरी निशानी है, क्योंकि सोनम अब लापता है।

इस बीच, सोनम और उनकी सास के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत का एक क्लिप सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ है। बिना तारीख वाले इस क्लिप में सोनम को खड़ी चढ़ाई के बारे में असहजता व्यक्त करते हुए सुना जा सकता है। सास को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि ‘‘आज पक्का तुम्हारा व्रत होगा’’, जिस पर सोनम ने जवाब दिया, ‘‘हां, आज तो व्रत है। लेकिन मैं सिर्फ इसलिए अपना व्रत नहीं तोड़ूंगी क्योंकि हम यात्रा पर हैं।’’ सोनम ने बाचतीत के दौरान उस इलाके का वर्णन किया, जहां वह राजा के साथ थीं। उन्होंने कहा, ‘‘हम घने जंगल में हैं, यहां कुछ भी उपलब्ध नहीं है। चढ़ाई खड़ी है। मैंने उन्हें जाने से मना किया था, लेकिन वह कभी नहीं सुनते। मैं थक गई हूं। यहां का खाना भी अच्छा नहीं है। चलते समय सांस लेना मुश्किल है।’’ बताया जा रहा है कि यह 23 मई की बात है और जोड़ा मेघालय में सिर्फ एक दिन ही था।

राजा के भाई विपिन ने बताया, “उनका फोन बंद हो गया था। हम कुछ दिन इंतज़ार करते रहे, फिर मेघालय पहुंचे। हमने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया और उनकी तलाश शुरू की।” राजा के भाइयों— विपिन और सचिन और सोनम के भाई गोविंद ने मिलकर पहाड़ियों की खाक छानी। लेकिन, मेघालय पुलिस मौसम की खराबी का हवाला देती रही, जिससे कीमती समय बर्बाद होता गया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पहला सुराग उन्हें उस एक्टिवा स्कूटर के GPS ट्रैकर से मिला, जिसे राजा ने किराए पर लिया था। लोकेशन डेटा से पता चला कि वे जोड़ा वेई सॉडोंग क्षेत्र की ओर गया था। राजा ने स्थानीय गाइड भी रखा था, जो उन्हें सोहरा के प्रसिद्ध डबल-डेकर रूट ब्रिज दिखाने वाला था।

बताया जा रहा है कि इस जगह से वापसी के दौरान, राजा ने आखिरी कॉल की थी जिसमें उसने कहा कि “उसने स्थानीय कॉफी ट्राई की लेकिन पसंद नहीं आई, अब केले खा रहा है।” यह कॉल 1:43 बजे समाप्त हुई। उनका किराए का स्कूटर, राजा के शव से 25 किलोमीटर दूर लावारिस मिला था। उसमें चाबी इग्निशन में लगी हुई थी, जैसे वे लोग जल्द वापस आने वाले थे। स्कूटर के पास उनके दो बैग भी मिले। सोनम की बहन प्रियांशी का अनुमान है, “मैं खुद डबल-डेकर रूट्स पर गई हूँ। वहाँ सामान लेकर नहीं जाया जा सकता। उन्होंने शायद बैग वहीं रख दिए होंगे ताकि आखिरी फोटो खींच सकें।” मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक 2 जून को यानि आठ दिन की खोज के बाद पुलिस ड्रोन ने वह देखा जिसका सबको डर था।

स्थानीय पुलिस का बयान

एडिशनल डिप्टी कमिश्नर मार्क ए चाल्लम ने बताया, “23 मई से लापता सोनम और राजा रघुवंशी की तलाश कर रही टीम ने 2 जून को सुबह 11:48 बजे रियाट अरलिआंग के वेई सॉडोंग पार्किंग के नीचे गहरी खाई में शव को देखा।” सर्च ऑपरेशन में पुलिस, एसडीआरएफ, स्पेशल ऑपरेशंस टीम और वेस्ट जयंतिया हिल्स एडवेंचर क्लब शामिल थे। शव को निकालना उतना ही कठिन था, जितना उसे ढूंढ़ना—क्योंकि इलाका बेहद दुर्गम और खतरनाक था। राजा की पहचान उसके दाहिने हाथ पर गुदे नाम के टैटू से हुई। घटनास्थल से मिले सुरागों में शामिल थे, एक महिला की सफेद शर्ट, पेंट्रा 40 टैबलेट्स की स्ट्रिप, एक वीवो मोबाइल स्क्रीन के टुकड़े और राजा की कलाई पर बंधी स्मार्टवॉच।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने संदेह खत्म कर दिया क्योंकि राजा की हत्या कई बार किसी भारी वस्तु से वार करके की गई थी। ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिएम ने पुष्टि की कि हत्या में एक “डाओ” (स्थानीय पेड़ काटने का औजार) इस्तेमाल हुआ है। उन्होंने कहा, “यह हत्या का मामला है। कोई शक नहीं। हमने हत्या, साक्ष्य नष्ट करना और सामान्य उद्देश्य के तहत मामला दर्ज किया है। अब हमें इस हत्या के पीछे का मकसद पता लगाना है।” परिवार का आरोप है कि राजा के पर्स, सोने की चेन, हीरे का ब्रेसलेट और अंगूठी गायब थे। परिवार की शक की सुई तीन लोगों पर है- वह गाइड जिसने उन्हें अकेला छोड़ दिया, एक स्थानीय रेस्टोरेंट का मालिक जिससे राजा की बहस हुई थी और स्कूटर किराए पर देने वाला व्यक्ति जिसने पुलिस को जानकारी नहीं दी। परिजनों ने कहा है कि हम इस मामले की सीबीआई जांच चाहते हैं। इंदौर में राजा के माता-पिता उमा और अशोक को अब भी टीवी, मोबाइल और सोशल मीडिया से दूर रखा गया है। परिजन इस दर्दनाक खबर को उन्हें कैसे बताएं, इसी सोच में हैं। राजा की मां उमा हर दिन मंदिर जाती हैं और अपने बेटे की सलामती की प्रार्थना करती हैं।

मेघालय के मुख्यमंत्री का बयान

इस बीच, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा ने कहा है कि इंदौर के पर्यटक राजा रघुवंशी की हत्या के दोषियों को कानून के दायरे में लाने के लिए उनकी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। मुख्यमंत्री संगमा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम सुनिश्चित करेंगे कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को कानून के दायरे में लाया जाए।’’ परिवार ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है जिस पर संगमा ने कहा कि सरकार इस संबंध में उचित निर्णय लेगी। उन्होंने कहा, ‘‘यह महत्वपूर्ण है कि हम घटना से जुड़े सभी तथ्यों तक पहुंचें ताकि सच्चाई सामने आ सके। इसलिए जो भी आवश्यक कदम होंगे, हम उठाएंगे… फिर हम उचित निर्णय लेंगे। अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि क्या हुआ, घटना से संबंधित कितनी जानकारी हमारे पास है और कितनी नहीं, क्योंकि अभी भी बहुत सारी कड़ियां आपस में जुड़ नहीं पा रही हैं।’’

मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि राज्य सरकार राजा की पत्नी की तलाश के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। इस घटना को ‘‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताते हुए संगमा ने कहा कि मेघालय में इससे पहले इस तरह की घटना कभी नहीं हुई। उन्होंने कहा, ‘‘यह हम सभी के लिए चौंकाने वाली और स्तब्ध करने वाली घटना है। स्थानीय लोग और पर्यटन उद्योग से जुड़े हितधारक बहुत व्यथित और चिंतित हैं। हमने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा कुछ होगा।’’ संगमा ने कहा कि मेघालय हमेशा से एक पर्यटक-अनुकूल राज्य रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने हमेशा पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित की है। पिछले कुछ वर्षों में लाखों पर्यटक राज्य में आए हैं। यह घटना हमारे लिए असामान्य और अप्रत्याशित है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं। मैं समझता हूं कि यह उनके लिए बहुत बड़ी क्षति है, लेकिन मैं उन्हें यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि इस मामले की तह तक पहुंचने के लिए हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि घटनाक्रम क्या था, कैसे हुआ, कब हुआ।’’

सीबीआई जांच की मांग

उधर, इंदौर निवासी ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी का शव मेघालय से उनके गृहनगर लाया गया। राजा रघुवंशी के अंतिम संस्कार के बीच, उनके परिजनों ने मामले की सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग दोहरायी और चेतावनी दी कि यह मांग नहीं मानी गई, तो उन्हें आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। 29 वर्षीय ट्रांसपोर्ट कारोबारी का शव जब उनके इंदौर स्थित घर लाया गया, तो शोक में डूबे परिजनों ने विलाप शुरू कर दिया। इस घर में जहां पिछले महीने शादी की रौनक थी, वहां मातमी माहौल पसर गया। राजा रघुवंशी के सहकार नगर स्थित घर के बाहर उनके परिवार ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर विशाल बैनर भी टांग दिया है। इस बैनर पर लिखा है- “केंद्र सरकार और राज्य सरकार से राजा की आत्मा करे पुकार- मैं मरा नहीं, मुझे मारा गया है। सीबीआई से कराई जाए जांच।” बैनर पर राजा रघुवंशी और उनकी लापता पत्नी सोनम की शादी की तस्वीरें भी छापी गई हैं। रघुवंशी की शवयात्रा में शामिल हुए लोगों ने “हमें इंसाफ चाहिए, सीबीआई की जांच चाहिए” का नारा लगाया।

राजा रघुवंशी के बड़े भाई सचिन रघुवंशी ने कहा, ‘‘सरकार से हमारी मांग है कि मेरे भाई राजा की हत्या और बहू सोनम के लापता होने के मामले की जल्द से जल्द सीबीआई जांच कराई जाए। वरना हमें धरना-प्रदर्शन करना पड़ेगा।’’ उन्होंने संदेह जताया कि मेघालय में उनके छोटे भाई और उसकी पत्नी को लूट के इरादे से अगवा किया गया था। सचिन ने कहा, ‘‘मेरे भाई के बटुए के साथ ही सोने की चेन और अंगूठी भी गायब हैं, जिन्हें पहनकर वह हनीमून मनाने मेघालय गया था।’’ हम आपको बता दें कि राजा रघुवंशी का परिवार इंदौर में ट्रांसपोर्ट के कारोबार से जुड़ा है। उनकी सोनम से शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी और वे 20 मई को ‘हनीमून’ के वास्ते मेघालय के लिए रवाना हुए थे।

घटनाक्रम से जुड़ा अपडेट

मेघालय के अधिकारियों के मुताबिक राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम 23 मई को नोंग्रियाट गांव स्थित अतिथि गृह (होम स्टे) से निकलने के कुछ घंटे बाद ही लापता हो गए थे। अधिकारियों ने बताया कि नोंग्रियाट गांव उस जगह से 20 किलोमीटर की दूरी पर है जहां राजा रघुवंशी का शव मिला। उन्होंने बताया कि मेघालय पुलिस ने इस मामले में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की है और विशेष जांच दल (एसआईटी) के जरिये तहकीकात शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि नव दम्पति 22 मई को किराये के स्कूटर पर मावलखियात गांव पहुंचे थे। उन्होंने अपना स्कूटर खड़ा किया और नोंग्रियाट गांव में प्रसिद्ध ‘लिविंग रूट ब्रिज’ देखने के लिए घाटी से 3,000 से अधिक सीढ़ियां उतर कर नीचे पहुंचे, जहां वे रात भर अतिथि गृह (होमस्टे) में ठहरे और अगली सुबह रवाना हो गए। उन्होंने बताया कि नव दम्पति का स्कूटर शिलांग से सोहरा जाने वाली सड़क के किनारे एक कैफे के बाहर 24 मई को लावारिस हालत में मिला जिसके बाद मेघालय पुलिस ने खोज और बचाव अभियान शुरू किया था। अधिकारियों ने बताया कि सोहरा में भारी बारिश के कारण यह अभियान प्रभावित हुआ है।

पुलिस को मिले अहम सुराग

हम आपको यह भी बता दें कि मेघालय पुलिस ने खून से सना एक धारदार हथियार ‘दाओ’ बरामद किया है, जिसके बारे में उसका मानना है कि इसका इस्तेमाल राजा रघुवंशी की हत्या में किया गया था। पुलिस का कहना है कि सोमवार को जिस खाई से राजा का शव बरामद किया गया था, उससे कुछ ही किलोमीटर दूर मावक्मा गांव से एक रेनकोट मिला है जिसके बारे में माना जा रहा है कि यह भी इसी दंपति का है। अधिकारियों का कहना है कि राजा की पत्नी सोनम की तलाश जारी है और इस काम में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल जोर-शोर से लगा है। पुलिस के मुताबिक बरामद रेनकोट से जांच में और सुराग मिल सकते हैं। खोजी टीम तलाशी अभियान में ड्रोन, खोजी कुत्तों और पर्वतारोहियों का इस्तेमाल कर रही हैं।

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