सीमावर्ती राज्यों में आज होने वाली मॉक ड्रिल टली, जानें कारण

राष्ट्रीय जजमेंट

देश के सीमावर्तीराज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में गुरुवार को नागरिक मॉक ड्रिल होनी थी। इस मॉक ड्रिल को स्थगित कर लिया गया है। इस मॉक ड्रिल को प्रशासनिक कारणों से स्थगित कर दिया गया है। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य है कि पाकिस्तान के साथ चल रहे तनाव की स्थिति को देखते हुए आपातकालीन तैयारियों को मजबूत किया जाए। पाकिस्तान द्वारा किए गए ड्रोन हमलों और हवाई हमलों का जवाब देने पर भी जोर है। हरियाणा, राजस्थान, पंजाब समेत कई राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश जैसे चंडीगढ़ में बुधवार देर शाम आधिकारिक तौर पर मॉक ड्रिल स्थगित कर दी है।

अधिकारिकों की मानें तो ये फैसला प्रशासनिक कारणों से लिया गया है। इस मॉक ड्रिल के स्थगित होने पर कोई जानकारी नहीं दी गई है। हरियाणा गृह विभाग की ओर से एक आधिकारिक बयान में स्थगन की पुष्टि की गई है। बयान में कहा गया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश की मानें तो हरियाणा गृह विभाग ने व्यापक नागरिक सुरक्षा अभ्यास, ऑपरेशन शील्ड को स्थगित करने की घोषणा की है। ये मॉक ड्रिल गुरुवार को आयोजित किया जाना था। सभी उपायुक्तों और संबंधित हितधारकों को सूचित कर दिया गया है।

चंडीगढ़ प्रशासन ने भी इस घोषणा को दोहराते हुए स्पष्ट किया कि गुरुवार को “कोई ब्लैकआउट या मॉक ड्रिल नहीं होगी। इस फैसले का श्रेय भारत सरकार के निर्देशों को दिया। ऑपरेशन शील्ड को शुरू में हरियाणा के सभी 22 जिलों में शाम 5 बजे से 9 बजे के बीच आयोजित किया जाना था। इस दौरान हवाई हमलों और ड्रोन हमलों जैसे युद्धकालीन परिदृश्यों का पूर्ण पैमाने पर अनुकरण शामिल था।

इस अभ्यास का उद्देश्य निकासी प्रोटोकॉल का परीक्षण करना, हवाई हमले के सायरन सक्रिय करना तथा चिकित्सा एवं आपातकालीन प्रतिक्रिया टीमों को सक्रिय करना था। राजस्थान, जिसने भी अपने सभी 41 जिलों में एक व्यापक मॉक ड्रिल की योजना बनाई थी, ने भी स्थगन का इसी प्रकार का आदेश जारी किया। राज्य के गृह विभाग के एक बयान के अनुसार, अभ्यास की नई तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी। केंद्र से निर्देश मिलने के समय ही जैसलमेर और बाड़मेर जैसे सीमावर्ती जिलों में सायरन बजाने और विशेष व्यवस्था सहित अभ्यास की तैयारियां शुरू हो चुकी थीं।

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