वैश्विक आउटरीच अभियान के जरिये दुनियाभर में भारत खोल रहा है पाकिस्तानी आतंकवाद की कलई

राष्ट्रीय जजमेंट

भारत के सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल दुनिया भर में घूम घूम कर पाकिस्तान का असली चेहरा दुनिया को बता रहे हैं और सभी को यह समझा पाने में सफल हो रहे हैं कि आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन है इसीलिए पाकिस्तान को अलग-थलग करने की जरूरत है। सातों संसदीय प्रतिनिधिमंडल इस समय कौन से देश की यात्रा पर हैं और उनकी किन महत्वपूर्ण लोगों से मुलाकात हुई, इसके बारे में आपको विस्तार से जानकारी देते हैं और सबसे पहले चर्चा करते हैं कतर में मौजूद भारतीय प्रतिनिधिमंडल की।हम आपको बता दें कि राकांपा-एसपी की नेता सुप्रिया सुले के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने आज कतर के एक कनिष्ठ मंत्री को पहलगाम आतंकवादी हमले, ऑपरेशन सिंदूर पर नयी दिल्ली के रुख तथा आतंकवाद को ‘कतई बर्दाश्त नहीं’ करने को लेकर राष्ट्रीय आम सहमति से अवगत कराया। कतर स्थित भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘आज सुबह बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल ने विदेश राज्य मंत्री महामहिम डॉ. मोहम्मद बिन अब्दुलअजीज बिन सालेह अल खुलैफी से मुलाकात की और पहलगाम आतंकवादी हमले, ऑपरेशन सिंदूर तथा आतंकवाद के प्रति ‘कतई बर्दाश्त नहीं’ की नीति को लेकर भारत की राष्ट्रीय आम सहमति और भारत के दृष्टिकोण से अवगत कराया।’’ पोस्ट में कहा गया है कि विदेश राज्य मंत्री ने क्षेत्रीय स्थिरता एवं समृद्धि के लिए भारत और आतंकवाद को कतई बर्दाश्त न करने की नीति के प्रति कतर की ओर से एकजुटता व्यक्त की। प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को कतर शूरा काउंसिल के उपाध्यक्ष डॉ. हमदा अल सुलैती और अन्य कतरी सांसदों से मुलाकात की थी। प्रतिनिधिमंडल ने इस बात पर जोर दिया कि यह यात्रा सीमा पार आतंकवाद पर भारत के एकजुट रुख को प्रतिबिंबित करती है।सुप्रिया सुले के अलावा प्रतिनिधिमंडल में भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी, अनुराग ठाकुर और वी मुरलीधरन, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी और आनंद शर्मा, तेदेपा नेता लवू श्रीकृष्ण देवरायालु, आप नेता विक्रमजीत सिंह साहनी और पूर्व राजनयिक सैयद अकबरुद्दीन शामिल हैं। यह प्रतिनिधिमंडल दक्षिण अफ्रीका, इथियोपिया और मिस्र भी जाएगा। हम आपको बता दें कि कतर को पश्चिम एशियाई क्षेत्र में प्रभावशाली माना जाता है तथा क्षेत्रीय संघर्षों में उसकी भूमिका मध्यस्थ की है। सुप्रिया सुले के नेतृत्व वाला समूह इसके बाद दक्षिण अफ्रीका जाएगा, जो वर्तमान में जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। इसके बाद यह प्रतिनिधिमंडल इथियोपिया जाएगा, जो अफ्रीकी संघ का गृह देश भी है। प्रतिनिधिमंडल अरब दुनिया के एक प्रभावशाली देश मिस्र का भी दौरा करेगा। सुले ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी कतर यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय ने जो कड़ी मेहनत की, उसके परिणामस्वरूप बहुत अच्छी बैठकें हुईं।इसके अलावा, कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल किसी भी प्रकार के आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने का भारत का मजबूत संदेश लेकर मंगलवार से पनामा की यात्रा करेगा। प्रतिनिधिमंडल गुयाना से पनामा पहुंचेगा। पनामा, निकारागुआ और कोस्टा रिका में स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के जरिए बताया कि तीन दिवसीय यात्रा के दौरान प्रतिनिधिमंडल पनामा के नेतृत्व एवं मीडिया, रणनीतिक समुदाय, भारतीय प्रवासी समुदाय और पनामा में भारत के मित्रों के साथ संवाद करेगा। उसने कहा कि यह यात्रा भारत की एकता और भाईचारे का मजबूत संदेश देने के साथ-साथ आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के उसके सामूहिक संकल्प को भी रेखांकित करेगी। इस प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों में सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा), जीएम हरीश बालयोगी (तेलुगु देशम पार्टी), शशांक मणि त्रिपाठी (भारतीय जनता पार्टी), भुवनेश्वर कलिता (भारतीय जनता पार्टी), मिलिंद देवरा (शिवसेना), तेजस्वी सूर्या (भारतीय जनता पार्टी) और अमेरिका में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत संधू शामिल हैं।इस बीच, कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व वाले सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात के दौरान गुयाना के उपराष्ट्रपति भरत जगदेव और प्रधानमंत्री मार्क फिलिप्स ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में अपने देश के अटूट समर्थन को दोहराया। जॉर्जटाउन स्थित भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने ‘‘गुयाना के उपराष्ट्रपति डॉ. भरत जगदेव से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने पहलगाम, ऑपरेशन सिंदूर और सिंधु जल संधि पर भारत की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया तथा आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की भारत की दृढ़ नीति को रेखांकित किया।’’ पोस्ट में कहा गया है कि माननीय उपराष्ट्रपति ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में गुयाना के अटूट समर्थन को दोहराया। वहीं शशि थरूर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति भवन में जगदेव के साथ बैठक की जो ‘‘बेहतरीन’’ रही। शशि थरूर ने कहा कि जगदेव ने हाल की घटनाओं के मद्देनजर भारत की चिंताओं को लेकर समझ और गहरी सहानुभूति व्यक्त की। इसके अलावा हमारी बातचीत में तेल और गैस की खोज के बाद गुयाना की विकास योजनाओं और उसकी रिकॉर्ड-तोड़ 30 प्रतिशत वार्षिक आर्थिक वृद्धि से संबंधित कई विषयों पर भी चर्चा हुई। शशि थरूर ने कहा, ‘‘कृषि से लेकर दूरसंचार, बैंकिंग और राजमार्ग विकसित करने तक के क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों के लिए बड़ी संख्या में अवसरों का उल्लेख किया गया। गुयाना में भी श्रमिकों की कमी है और वह भारतीय श्रमिकों का भी स्वागत करेगा।’’ इसके अलावा, प्रधानमंत्री फिलिप्स ने गुयाना के 59वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बर्बिस में भारतीय सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की। उच्चायोग ने कहा, ‘‘भारत-गुयाना सहयोग से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने माननीय प्रधानमंत्री को ऑपरेशन सिंदूर और भारत की आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति के बारे में जानकारी दी। माननीय प्रधानमंत्री ने सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए भारत के कदमों के प्रति गुयाना के समर्थन और समझ को दोहराया।”इस बीच, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने न्यूयॉर्क में कहा कि पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद से निपटने के लिए भारत के पास अब एक नया दृष्टिकोण है और इस तरह के अपराधों में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जायेगा। थरूर के नेतृत्व में भारतीय सांसदों के एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने न्यूयॉर्क में 9/11 स्मारक पर जाकर आतंकवादी हमलों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी, उनके प्रति एकजुटता व्यक्त की और इस बात पर जोर दिया कि दुनिया को आतंकवाद की ‘‘साझा समस्या’’ के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होना होगावहीं भाजपा सांसद बैजयंत जय पांडा के नेतृत्व में भारत का एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के देश के रुख को रेखांकित करने के लिए आज कुवैत पहुंचा। यह प्रतिनिधिमंडल बहरीन से यहां पहुंचा है। कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ”जय पांडा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कुवैत पहुंचा है जो आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने के भारत के दृढ़ संदेश को लेकर आया है।’’ भारतीय राजदूत आदर्श स्वैका ने हवाई अड्डे पर प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। इस प्रतिनिधिमंडल में एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी, पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य रेखा शर्मा और अमेरिका, बांग्लादेश एवं थाईलैंड में भारत के पूर्व राजदूत और पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला भी शामिल हैं। कुवैत में अपने प्रवास के दौरान प्रतिनिधिमंडल कुवैत सरकार के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों, नागरिक समाज के प्रमुख सदस्यों, प्रभावशाली व्यक्तियों, थिंक टैंक, मीडिया और भारतीय प्रवासी समुदाय के विभिन्न वर्गों के साथ बातचीत करेगा। इस क्रम में भाजपा नेता बैजयंत जय पांडा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने उप प्रधानमंत्री और कैबिनेट मामलों के राज्य मंत्री शेरिदा अब्दुल्ला साद अल-मौशेरजी से आज मुलाकात की। बाद में प्रतिनिधिमंडल ने कुवैत की सबसे बड़ी मस्जिद ग्रैंड मस्जिद का दौरा किया। हम आपको बता दें कि इससे पहले यह प्रतिनिधिमंडल बहरीन गया था और उसने बहरीन के उप प्रधानमंत्री शेख खालिद बिन अब्दुल्ला अल खलीफा को भारत के सामने सीमा पार से जारी आतंकवाद की चुनौती तथा इससे निपटने के लिए नयी दिल्ली के दृढ़ संकल्प के बारे में जानकारी दी थी। बहरीन में प्रतिनिधिमंडल ने बहरीन की संसद के उच्च सदन शूरा बहरीन के अध्यक्ष अली बिन सालेह अल सालेह से भी मुलाकात की थी तथा आतंकवाद के खिलाफ लड़ने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के भारत के संकल्प को रेखांकित किया था। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य एवं एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने इस दौरान मीडिया के एक सवाल पर कहा, ‘‘हमारी सरकार ने हमें यहां भेजा है, साथ ही दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भी अन्य सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को भेजा है, ताकि विश्व को पता चले कि भारत किस खतरे का सामना कर रहा है।’’दूसरी ओर, भाजपा के लोकसभा सदस्य रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद पर भारत की कतई न सहन करने की नीति (जीरो टॉलरेंस) के बारे में अवगत कराने के लिए छह देशों के अपने मिशन के पहले पड़ाव के तहत फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचा है। इस प्रतिनिधिमंडल में दग्गुबाती पुरंदेश्वरी, प्रियंका चतुर्वेदी, गुलाम अली खटाना, डॉ. अमर सिंह, समिक भट्टाचार्य, एम थंबीदुरई, पूर्व केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर और राजदूत पंकज सरन शामिल हैं। समूह को इटली रवाना होने से पहले पेरिस में विभिन्न समूहों, विचारक संस्थाओं और सांसदों के साथ बैठकें करनी है और इसके बाद ब्रिटेन, जर्मनी और डेनमार्क समेत अन्य यूरोपीय देशों में जाना है। पेरिस में मीडिया से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा, “साफ संदेश है कि भारत शांति और सद्भाव में विश्वास करता है। सीमा पार से होने वाले आतंकवाद और पाकिस्तान सरकार द्वारा समर्थित और संरक्षण प्राप्त आतंकवाद को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। जब सिंदूर को उजाड़ा गया तो हमने ऑपरेशन सिंदूर से जवाब दिया।उधर, दक्षिण कोरिया में, जनता दल (यूनाइटेड) के राज्यसभा सदस्य संजय कुमार झा के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार के रुख को दोहराया और कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते। सियोल में भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व विदेश मंत्री डॉ यून यंग-क्वान, संसदीय विदेश मामलों की समिति के उपाध्यक्ष प्रतिनिधि किम गुन, पूर्व उप विदेश मंत्री चो ह्यून, राष्ट्रीय आतंकवाद-रोधी केंद्र के निदेशक मेजर जनरल शिन सांग-ग्यून समेत प्रतिष्ठित कोरियाई गणमान्य व्यक्तियों के साथ भी बातचीत की। प्रतिनिधिमंडल ने इस बात पर भी जोर दिया कि आतंकवादियों और उनके प्रायोजकों के बीच कोई अंतर नहीं किया जा सकता है। इसने कहा, ‘‘कोरियाई पक्ष ने आतंकवाद के प्रति अपना दृढ़ विरोध व्यक्त किया तथा भारत की स्थिति के प्रति अपनी समझ व्यक्त की।’’ सियोल गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों में से एक, तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा, ‘‘बातचीत के दौरान शांति, क्षेत्रीय स्थिरता और आतंकवाद के खतरे का सामना करने के लिए बहुपक्षीय प्रयासों को मजबूत करने के मुद्दों पर चर्चा हुई।’’ सोमवार दोपहर में JD(U) सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने दक्षिण कोरिया की नेशनल असेंबली की राष्ट्रीय रक्षा समिति के अध्यक्ष सुंग इल-जोंग से भी मुलाकात की।इस बीच, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सांसद कनिमोई के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ‘भारत का संदेश दुनिया तक पहुंचाने’ के लिए स्लोवेनिया पहुंचा है। प्रतिनिधिमंडल की अगवानी स्लोवेनिया में भारतीय राजदूत अमित नारंग ने की। भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भारत का संदेश दुनिया तक पहुंचाया जा रहा। सांसद कनिमोई के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल स्लोवेनिया पहुंचा। राजदूत अमित नारंग और दूतावास के अधिकारियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।’’ कनिमोझी करुणानिधि के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने स्लोवेनिया के लुब्लियाना में प्रधानमंत्री कार्यालय में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए राज्य सचिव/राष्ट्रीय समन्वयक वोज्को वोल्क के साथ बैठक कर उन्हें भारत के रुख से अवगत कराया।उधर, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के किंशासा में मौजूद शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य की विदेश, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और फ्रैंकोफोनी मंत्री थेरेसा काइकवाम्बा वैगनर के साथ बैठक की। इस बीच, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में भारत के सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का कांगो में हार्दिक स्वागत है। प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के खिलाफ भारत का कड़ा संदेश दुनिया तक पहुंचा रहा है।’’ श्रीकांत शिंदे के अलावा, प्रतिनिधिमंडल में बांसुरी स्वराज (भाजपा), ईटी मोहम्मद बशीर (इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग), अतुल गर्ग (भाजपा), सस्मित पात्रा (बीजद), मनन कुमार मिश्रा (भाजपा), सुरेंद्रजीत सिंह अहलूवालिया (भाजपा) और पूर्व राजनयिक सुजान चिनॉय शामिल हैं। शिंदे नीत प्रतिनिधिमंडल सबसे पहले संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी पहुंचा था।

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