Up Board: गाजीपुर में बलिया के केंद्र की लिखी जा रही थीं कॉपियां, दो गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले ने यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल के मामले में हद कर दी, इसी क्रम में नकल का जाल गाजीपुर तक फैला हुआ है। पहले तो सामूहिक नकल फिर पेपर वायरल होना, अब केंद्र से बाहर दूसरे जिले में कॉपियां लिखने का मामला सामने आया है। जिसमें पुलिस ने दो युवकों को पकड़ कर जेल भेज दिया।
सोमवार की शाम को सचल दस्ता प्रभारी सुधीर कुमार विश्वास को सूचना मिली कि गाजीपुर के बरेसर थाना क्षेत्र के पिंडारी गांव में एक व्यक्ति के घर में बलिया जिले के रसड़ा कोतवाली अंतर्गत एक केंद्र की कॉपियां लिखी जा रही हैं। इस सूचना पर सचल दस्ता प्रभारी उप जिलाधिकारी कासिमाबाद मंशाराम वर्मा को सूचित करते हुए पिंडारी गांव में छापा मारकर दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
छापे के दौरान कई युवक कॉपियां लेकर भाग निकले। इसके बाद बरेसर थाना पुलिस ने सचल दस्ता प्रभारी सुधीर कुमार विश्वास की तहरीर पर संस्कार और सत्येंद्र चौहान के साथ दस अज्ञात लोगों के खिलाफ 419, 420, 467, 468, 4/10 परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। गिरफ्तार दोनों युवकों को पुलिस ने मंगलवार को जेल भेज दिया।
इस कार्रवाई से पूरे क्षेत्र के नकल माफियाओं में हड़कंप मच गया। इस संबंध में उप जिलाधिकारी मंशाराम वर्मा ने बताया कि पकड़े गए युवकों के पास से जो कॉपियां मिली हैं उसके ऊपर का हिस्सा जिस पर कोड लिखा होता है वह पहले से उखाड़ लिया गया था।
इसके पहले बलिया में एसटीएफ की टीम ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। जिनके पास से लिखित इंटरमीडिएट गणित की 38, रसायन विज्ञान 49, भौतिक विज्ञान की 52 और हिंदी की 55 कॉपियां भी बरामद की थी। इसके अलावा टीम ने पकड़े गए लोगों से इंटरमीडिएट गणित की चार गाइड, एक मोबाइल और अन्य नकल के दस्तावेजों को भी बरामद किया था।
वहीं, नकल गिरोह का सरगना शशिकांत शुक्ला और जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय का कर्मचारी मोहम्मद ताहिर फिलहाल फरार है। एसटीएफ ने छापेमारी कर चार स्थानों से अलग विषयों की कुल 194 उत्तर पुस्तिकाएं भी बरामद की थी। एसटीएफ इंस्पेक्टर की तहरीर पर बांसडीह पुलिस ने सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।