रणदीप सुरजेवाला पर ईसी का बड़ा एक्शन, प्रचार पर लगा 48 घंटे का बैन, हेमा मालिनी पर दिया था बयान

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज

चुनाव आयोग ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद हेमा मालिनी के खिलाफ टिप्पणी को लेकर कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला को 48 घंटे के लिए प्रचार करने से रोक दिया। कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला की टिप्पणी को लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। चुनाव आयोग का यह फैसला मथुरा से भाजपा सांसद के खिलाफ सांसद की टिप्पणी पर सुरजेवाला और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे दोनों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद आया है। भाजपा द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में सुरजेवाला को यह कहते हुए सुना गया, “लोग अपने विधायकों/सांसदों को क्यों चुनते हैं? ताकि वे (विधायक/सांसद) जनता की आवाज उठा सकें। यह हेमा मालिनी की तरह नहीं है, जिन्हें चाटने के लिए चुना गया था।” सुरजेवाला उस समय भाजपा के निशाने पर आ गए जब पार्टी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर एक अदिनांकित वीडियो साझा किया जिसमें कांग्रेस सांसद को हेमा मालिनी के बारे में कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए सुना गया। बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आपने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला का वो बयान भी सुना होगा, जिसमें वो हमारी पार्टी की वरिष्ठ सांसद हेमा मालिनी जी के लिए इस प्रकार के आपत्तिजनक, अशोभनीय और अभद्र शब्द का प्रयोग कर रहे हैं, जिसे किसी औपचारिक मंच से बोलना भी संभव नहीं है। ये भारत की राजनीति में कांग्रेस पार्टी के द्वारा महिलाओं के प्रति अवमानना की एक नई निम्नता है। भाजपा नेता ने साफ तौर पर कहा कि ये विषय केवल रणदीप सुरजेवाला का नहीं है। ये विषय कांग्रेस पार्टी की महिलाओं के प्रति एक व्यवस्थित और कुत्सित मानसिकता का है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले जिस तरह से कांग्रेस पार्टी के किसी व्यक्ति ने मंडी की पवित्र भूमि का अपमान किया था, उसे कौन भूल सकता है? यह अजीब बात है कि कांग्रेस पार्टी के किसी भी सदस्य ने आज तक यह ‘खोज’ नहीं किया कि वह बेशर्म ट्वीट किसने किया था! ऐश्वर्या राय बच्चन जी पर राहुल गांधी की टिप्पणी भी उतनी ही अपमानजनक थी। शहजाद पूनावाला ने कहा कि नारी शक्ति का अपमान, कांग्रेस की पहचान। कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने न केवल हेमा मालिनी बल्कि नारी शक्ति के लिए भी घृणित, स्त्री द्वेषी, लैंगिक भेदभावपूर्ण टिप्पणी की है।

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