जमीन पर सड़कों और एक्सप्रेसवे का जाल बिछाने के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अब आसमान पर सड़क बनाने जा रहे हैं। उन्होंने अगले 5 साल का प्लान तैयार कर लिया है, जिस पर सवा लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने नेशनल रोपवे डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत देशभर में कुल 1,200 किलोमीटर के करीब 200 रोपवे प्रोजेक्ट बनाने का लक्ष्य रखा है। इसे 5 साल में तैयार कर लिया जाएगा और प्रोजेक्ट पर करीब 1.25 लाख करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। यह प्रोजेक्ट पर्वतमाला परियोजना का ही हिस्सा है। गडकरी ने कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा रोपवे प्रोजेक्ट है। इसके लिए धन की व्यवस्था सरकार के साथ-साथ प्राइवेट कंपनियों से भी की जाएगी। योजना को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) के जरिये पूरा किया जाएगा।
गडकरी ने बताया कि रोपवे व्यवस्था पहाड़ी स्थलों पर पर्यटन बढ़ाने के अलावा शहरी क्षेत्रों के लिए भी ट्रांसपोर्ट का सुगम साधन बन सकता है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि रोपवे का निर्माण देश में टूरिज्म बढ़ाने के साथ नौकरियां पैदा करने और ट्रैफिक को आसान बनाने का मुख्य जरिया बन सकता है।
अभी कई चुनौतीपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है इनमें हेमकुंड साहिब, केदारनाथ और बद्रीनाथ जैसे दुर्गम पहाड़ी रास्ते शामिल हैं। केदारनाथ रोपवे की ऊंचाई 3,600 मीटर है, जबकि यह 10 किलोमीटर लंबा होगा। इस ट्रॉली में एक घंटे में 3,600 लोगों को ले जाने की क्षमता रहेगी। पहाड़ी एरिया में रोपवे बनाने के साथ ही देश का पहला अर्बन रोपवे भी तैयार किया जा रहा है। वाराणसी में बन रहा यह प्रोजेक्ट 4 किलोमीटर लंबा है। अभी इस रास्ते को तय करने में 1 घंटा लगता है, जो घटकर 15 मिनट रह जाएगा।
Comments are closed.