गाजीपुर: नगर निकाय चुनाव में लगातार तीन बार भारतीय जनता पार्टी के कब्जे के बाद समाजवादी पार्टी ने अपना कब्जा जमाया जहां मतगणना अपने नियत समय सुबह 8:00 बजे से ही शुरू हो गई थी और दोपहर 11:00 बजे से सभासद सहित हर वार्ड का रिजल्ट आना शुरू हो गया जिसमें सबसे पहले वार्ड नंबर 1 वार्ड नंबर 2 और वार्ड नंबर 3 की काउंटिंग के बाद समाजवादी पार्टी शुरू से ही अपनी बढ़त बनाए हुए थी जिसमें शाम 4:30 पर लगभग यह तय हो चुका था कि समाजवादी पार्टी का ही कब्जा सादात नगर पंचायत पर होगी, जिसमें क्रमवार बात किया जाए तो सुबह करीब 11:30 बजे करीब जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने जखनियाँ मतगणना स्थल पर पहुंच कर जायजा लिया
जिसके बाद सभासद निर्वाचित प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र वितरित किया जाने लगा और शाम 4:30 बजे के आसपास समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुमन यादव को नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए विजयी घोषित कर दिया गया जिसमें वार्ड नंबर 1 की सभासद आकांक्षा देवी,वार्ड नंबर 2 से नैना सोनकर ,वार्ड नंबर 3 से चंपा देवी ,वार्ड नंबर 4 से आजाद, वार्ड नंबर 5- से आशीष ,वार्ड नं-6 से सुरेन्द्र ,वार्ड नंबर 7 से राजू मद्धेशिया ,वार्ड नंबर 8 से घनश्याम सोनी ,वार्ड नंबर 9 से अजय, वार्ड नंबर 10 से मुबारक अली, वार्ड नंबर 11 से साबिता देवी और नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सुमन यादव नें 2108 मत पाकर अपने निकट प्रतिद्वंदी शिवानन्द सिंह उर्फ मुन्ना से 461मत अधिक पाकर विजय पताका लहराया जहाँ सभी को जखनियाँ के निर्वाचन अधिकारी द्वारा प्रमाण पत्र दे दिया गया हैं
वही कार्यकर्ताओं की बात की जाए तो समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना था कि अगर बैलेट पेपर से चुनाव होता है तो अवश्य 2024 के चुनाव में समाजवादी पार्टी की ज्यादा से ज्यादा सीटें हमारे कब्जे में होगी वही युवा कार्यकर्ताओं का कहना था कि जब से माननीय मुखिया जी की सरकार रही तब से युवाओं के बारे में सोचा गया और वैकेंसी भी आई लेकिन जब से विपक्ष की सरकार बनी है युवाओं के बारे में तो सोचना ही बंद कर दिया है जिसका यह नतीजा है कि हम आने वाले चुनाव में इस तरह के परिणाम से मुंह तोड़ जवाब देंगे जिसमे अगर एवीएम से चुनाव होता है तो फिर वही गति होगी वही जो होती रही हैं । जबकि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना था कि इस बार के चुनाव में हमारे ही लोगों ने धोखा दिया हैं जिस पर पार्टी को पूरा विश्वास था वही बागी और धोखे बाज साबित हुआ है जिससे यह परिणाम भुगतना पड़ रहा है ,वहीं कुछ निर्दल प्रत्याशियों का कहना था कि हम किसी पार्टी सिंबल को नहीं मानते हैं मानवता और लोगों की छवि पहली प्राथमिकता होती है चाहे वह निर्दल से हो या किसी पार्टी से वहीं आमजन का कहना था कि हमें विकास और सुविधाओं से मतलब है जो विकास करेगा जो आम जनता के नजर में रहेगा वह आज ही नहीं कभी भी विजयी होगा ।
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