हजारीबाग में झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा 44वें स्थापना दिवस के अवसर पर संत कोलंबस ग्राउंड मैदान के मुख्य द्वार पर एक तोरण द्वार लगी थी।जिसमें एक तरफ टेकलाल महतो अमर रहे, तो दूसरी तरफ हेमंत सोरेन अमर रहे, लिखी तस्वीर लगी हुई थी।जो देखते ही देखते क्षणभर में सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इसे झारखंड मुक्ति मोर्चा के कुछ नेताओं ने नादानी तो किसी ने झामुमो जिला अध्यक्ष शंभू लाल यादव को जिम्मेवार बताया।यहां बता दें कि हजारीबाग में घटी नादानी की यह पहली घटना नहीं है।इससे पूर्व भी तत्कालीन शिक्षा मंत्री नीरा यादव द्वारा सार्वजनिक सभा में तत्कालीन महामहिम राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को दिवंगत बताकर श्रद्धांजलि व्यक्त कर दी गई थी।जो भी हो इस बार विपक्ष ने खूब चटकारे लिए।
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