पढ़िए आज का राशिफल और पंचांग, 27 मार्च 2023

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़  

नीरजपाराशर आचारय:
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* जय श्री राधे *
?? महर्षि पाराशर पंचांग ??
??? अथ पंचांगम् ???
**ll जय श्री राधे ll**
??????????

दिनाँक:-27/03/2023, सोमवार
षष्ठी, शुक्ल पक्ष,
चैत्र
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि————- षष्ठी 17:27:18 तक
पक्ष————————- शुक्ल
नक्षत्र——— रोहिणी 15:26:09
योग———आयुष्मान 23:17:39
करण———– तैतुल 17:27:18
करण————– गर 30:10:07
वार———————- सोमवार
माह————————– चैत्र
चन्द्र राशि—– वृषभ 28:24:16
चन्द्र राशि—————– मिथुन
सूर्य राशि——————– मीन
रितु————————– वसंत
आयन—————— उत्तरायण
संवत्सर—————— शोभकृत
संवत्सर (उत्तर) ——————-पिंगल
विक्रम संवत—————- 2080
गुजराती संवत————– 2079
शक संवत——————-1945

वृन्दावन
सूर्योदय————— 06:17:04
सूर्यास्त—————- 18:32:34
दिन काल————- 12:15:30
रात्री काल————- 11:43:22
चंद्रोदय—————- 09:54:36
चंद्रास्त—————- 24:26:08

लग्न—-मीन 11°55′ , 341°55′

सूर्य नक्षत्र—————– उo भाo
चन्द्र नक्षत्र—————– रोहिणी
नक्षत्र पाया——————- लोहा

??? पद, चरण ???

वी—- रोहिणी 09:00:42

वु—- रोहिणी 15:26:09

वे—- मृगशिरा 21:54:03

वो—- मृगशिरा 28:24:16

??? ग्रह गोचर ???

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=मीन 11 : 59 उ o भा o , 3 झ
चन्द्र=वृषभ 18°:23, रोहिणी, 3 वी
बुध =मीन 21°: 34′ रेवती’ 2 दो
शुक्र=मेष 17 °05, भरणी ‘ 2 लू
मंगल=मिथुन 06°30 ‘ मृगशिरा’ 4 की
गुरु=मीन 23°30 ‘ रेवती , 3 च
शनि=कुम्भ 7°53 ‘ शतभिषा ‘ 1 गो
राहू=(व) मेष 11°30 अश्विनी , 4 ला
केतु=(व) तुला 11°30 स्वाति , 2 रे

??? शुभा$शुभ मुहूर्त ???

राहू काल 07:49 – 09:21 अशुभ
यम घंटा 10:53 – 12:25 अशुभ
गुली काल 13:57 – 15: 29अशुभ
अभिजित 12:00 – 12:49 शुभ
दूर मुहूर्त 12:49 – 13:38 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:16 – 16:05 अशुभ
वर्ज्यम 06:53 – 08:35 अशुभ

?चोघडिया, दिन
अमृत 06:17 – 07:49 शुभ
काल 07:49 – 09:21 अशुभ
शुभ 09:21 – 10:53 शुभ
रोग 10:53 – 12:25 अशुभ
उद्वेग 12:25 – 13:57 अशुभ
चर 13:57 – 15:29 शुभ
लाभ 15:29 – 17:01 शुभ
अमृत 17:01 – 18:33 शुभ

?चोघडिया, रात
चर 18:33 – 20:01 शुभ
रोग 20:01 – 21:28 अशुभ
काल 21:28 – 22:56 अशुभ
लाभ 22:56 – 24:24* शुभ
उद्वेग 24:24* – 25:52* अशुभ
शुभ 25:52* – 27:20* शुभ
अमृत 27:20* – 28:48* शुभ
चर 28:48* – 30:16* शुभ

?होरा, दिन
चन्द्र 06:17 – 07:18
शनि 07:18 – 08:20
बृहस्पति 08:20 – 09:21
मंगल 09:21 – 10:22
सूर्य 10:22 – 11:24
शुक्र 11:24 – 12:25
बुध 12:25 – 13:26
चन्द्र 13:26 – 14:27
शनि 14:27 – 15:29
बृहस्पति 15:29 – 16:30
मंगल 16:30 – 17:31
सूर्य 17:31 – 18:33

?होरा, रात
शुक्र 18:33 – 19:31
बुध 19:31 – 20:30
चन्द्र 20:30 – 21:28
शनि 21:28 – 22:27
बृहस्पति 22:27 – 23:26
मंगल 23:26 – 24:24
सूर्य 24:24* – 25:23
शुक्र 25:23* – 26:21
बुध 26:21* – 27:20
चन्द्र 27:20* – 28:19
शनि 28:19* – 29:17
बृहस्पति 29:17* – 30:16

?? उदयलग्न प्रवेशकाल ??

मीन > 04:54 से 06:24 तक
मेष > 06:24 से 08:08 तक
वृषभ > 08:08 से 10:02 तक
मिथुन > 10:02 से 12:20 तक
कर्क > 12:20 से 14:32 तक
सिंह > 14:32 से 16:44 तक
कन्या > 16:44 से 18:54 तक
तुला > 18:54 से 21:10 तक
वृश्चिक > 21:10 से 00:30 तक
धनु > 23:30 से 01:36 तक
मकर > 01:36 से 03:08 तक
कुम्भ > 03:08 से 04:50 तक

?विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार

(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

?दिशा शूल ज्ञान————-पूर्व
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

? अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।

6 + 2 + 1 = 9 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

?? ग्रह मुख आहुति ज्ञान ??

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

बुध ग्रह मुखहुति

? शिव वास एवं फल -:

6 + 6 + 5 = 17 ÷ 7 = 3 शेष

वृषभारूढ़ = शुभ कारक

?भद्रा वास एवं फल -:

स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।

?? विशेष जानकारी ??

* नवरात्रि षष्ठम दिवस कात्यायनी पूजन

*स्कंध षष्ठी

* यमुना षष्ठी

*सर्वार्थ सिद्धि,अमृत सिद्धि योग 15:36 से

??? शुभ विचार ???

वरं न राज्यं न कुराजराज्यं
वरं न मित्रं न कुमित्रमित्रम् ।
वरं न शिष्यो न कुशिष्यशिष्यो
वरं न दारा न कुदारदाराः ।।
।। चा o नी o।।

एक बेकार राज्य का राजा होने से यह बेहतर है की व्यक्ति किसी राज्य का राजा ना हो.
एक पापी का मित्र होने से बेहतर है की बिना मित्र का हो.
एक मुर्ख का गुरु होने से बेहतर है की बिना शिष्य वाला हो.
एक बुरीं पत्नी होने से बेहतर है की बिना पत्नी वाला हो.

??? सुभाषितानि ???

गीता -: अक्षरब्रह्म योग अo-08

पुरुषः स परः पार्थ भक्त्या लभ्यस्त्वनन्यया ।,
यस्यान्तः स्थानि भूतानि येन सर्वमिदं ततम्‌ ॥,

हे पार्थ! जिस परमात्मा के अंतर्गत सर्वभूत है और जिस सच्चिदानन्दघन परमात्मा से यह समस्त जगत परिपूर्ण है (गीता अध्याय 9 श्लोक 4 में देखना चाहिए), वह सनातन अव्यक्त परम पुरुष तो अनन्य (गीता अध्याय 11 श्लोक 55 में इसका विस्तार देखना चाहिए) भक्ति से ही प्राप्त होने योग्य है ॥,22॥,

?? दैनिक राशिफल ??

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

?मेष
शुभ समाचार प्राप्त होंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा। परिश्रम का पूरा परिणाम मिलेगा। अच्छी व सुखद स्थितियाँ निर्मित होंगी। विरोधी आपकी छवि खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। व्यावसायिक सफलता से मनोबल बढ़ेगा। पुराने संगी-साथियों से मुलाकात होगी।

?वृष
प्रयास सफल रहेंगे। प्रशंसा प्राप्त होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। लाभ होगा। व्यवसाय अच्छा चलेगा। कार्य क्षेत्र में नई योजनाओं से लाभ होगा। लगन, मेहनत का उचित फल मिल सकेगा। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें। विवाद सुलझेंगे।

?मिथुन
रोजगार मिलेगा। संतान के स्वास्थ्य में सुधार होगा। सोचे कामों में मनचाही सफलता मिलेगी। व्यापारिक निर्णय समय पर लेना होंगे। पुरानी बीमारी उभर सकती है। चोट व रोग से बाधा संभव है। बेचैनी रहेगी। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी।

?कर्क
शारीरिक कष्‍ट से बाधा संभव है। भागदौड़ रहेगी। घर-परिवार का सहयोग प्राप्त होगा। राजकीय सहयोग मिलेगा। कार्यकुशलता सहयोग से लाभान्वित होंगे। काम में मन लगेगा। स्वयं का सोच अनुकूल रहेगा। रिश्तेदारों से संबंधों की मर्यादा बनाए रखें।

?सिंह
पुराना रोग उभर सकता है। भागदौड़ रहेगी। दु:खद समाचार मिल सकता है। धैर्य रखें। अस्वस्थता बनी रहेगी। खुद के प्रयत्नों से ही जनप्रियता एवं सम्मान मिलेगा। रोजगार के क्षेत्र में संभावनाएँ बढ़ेंगी। स्थायी संपत्ति संबंधी खटपट हो सकती है।

?‍♀️कन्या
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग को सफलता मिलेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रमाद न करें। नए कार्यों, योजनाओं की चर्चा होगी। लाभदायी समाचार आएँगे। समाज में आपके कार्यों की प्रशंसा होगी। साहस, पराक्रम बढ़ेगा। विश्वासप्रद माहौल रहेगा।

⚖️तुला
विवाद से क्लेश होगा। शारीरिक कष्ट संभव है। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा सफल रहेगी। आपसी मतभेद, मनमुटाव बढ़ेगा। किसी से मदद की उम्मीद नहीं रहेगी। आर्थिक समस्या बनी रहेगी। व्यसनाधीनता से बचें। व्यापार, रोजगार मध्यम रहेगा।

?वृश्चिक
फालतू खर्च होगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। चिंता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। नवीन मुलाकातों से लाभ होगा। आमदनी बढ़ेगी। रुका धन मिलने से निवेश में वृद्धि होने के योग हैं। उदर संबंधी विकार हो सकते हैं।

?धनु
नई योजना बनेगी। नए अनुबंध होंगे। किसी मामले में कटु अनुभव मिल सकते हैं। सरकारी, कानूनी विवाद सुलझेंगे। जोखिम, लोभ, लालच से बचें। नया काम, व्यवसाय आदि की बात बनेगी। घर-बाहर तनाव रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। जल्दबाजी न करें।

?मकर
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। यात्रा सफल रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। कानूनी बाधा दूर होकर लाभ होगा। पूँजी निवेश बढ़ेगा। पहले किए गए कार्यों का लाभदायी फल आज मिल सकेगा। संतान के कामों से खुशी होगी। व्यापार-व्यवसाय में तरक्की होगी।

?कुंभ
रोजगार मिलेगा। अप्रत्याशित लाभ होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। विवाद न करें। नौकरी करने वालों को ऐच्छिक स्थानांतरण एवं पदोन्नति मिलने की संभावना है। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करें।

?मीन
चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। परिवार की स्थिति अच्छी रहेगी। रचनात्मक काम करेंगे। कर्मचारियों पर निगाह रखें। परिवार की समस्या का उचित समाधान होगा।

?आपका दिन मंगलमय हो?
?????????
आचार्य नीरज पाराशर (वृन्दावन)
(व्याकरण,ज्योतिष,एवं पुराणाचार्य)
09897565893,09412618599

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