आगरा: सिकंदरा के अकबरा गांव के निवासी श्रीकांत महाराज (50) छह भाइयों में सबसे छोटे थे। श्रीकांत ने शादी नहीं की थी। वह गांव से आगे जंगल में बने एक मंदिर के महंत बन गए थे। मंदिर के पास ही जंगल में श्रीकांत ने अपनी कुटिया बना रखी थी। करीब 25 साल से वह कुटिया में रह रहे थे। उसके भाइयों का परिवार गांव में ही खेतीबाड़ी करता है।श्रीकांत को रोजाना परिवार का कोई ना कोई सदस्य भोजन देने जाता था। मंगलवार दोपहर बाद गांव का एक व्यक्ति श्रीकांत से मिलने के लिए जंगल में पहुंचा था।
कुटिया के बाहर श्रीकांत की बाइक खड़ी थी, लेकिन वह अंदर नहीं मिले। उसे कुछ अजीब आभास हुआ तो उसने श्रीकांत के परिवार को सूचना दी। परिवार के लोग जब जंगल में पहुंचे तो कुटिया से थोड़े दूर झाडिय़ों में श्रीकांत की लाश पड़ी मिली। सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई। डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि साधु का सिर कुचलकर और धारदार हथियार से मारा गया है। उन्होंने किसी नजदीकी पर ही हत्या का शक जाहिर किया है। परिजनों ने दो लोगों के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में जांच जारी है।
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