लोकतंत्र में नेता का ही बेटा नेता कब तक
वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था को देखते हुए भारत के सभी जनमानस में अब यह बात स्पष्ट हो रही है कि राष्ट्र, राज्य, या क्षेत्र का नेतृत्व करने के लिए एक विशेष नेता परिवार में पैदा होना जरूरी हो गया है, परिवारवाद ही भारत की राजनीतिक संरचना बन गई…