सुल्तानपुर 2022 का विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही बीजेपी ने विकास का डंका पीटना शुरू कर दिया है बीजेपी नेताओं की मानें तो उत्तर प्रदेश का प्रत्येक गांव ना केवल विकसित है बल्कि खुशहाल भी है लेकिन सच्चाई कुछ और है सुल्तानपुर के विकासखंड धनपतगंज की ग्राम सभा केवटली मे 2015 से 2020 की वित्तीय वर्ष में पूर्व महिला ग्राम प्रधान और उनके परिवार ने ग्राम विकास धनराशि की बंदरबांट की है बिना विकास कार्य को संपन्न किए राजनीतिक सांठगांठ प्रशासनिक भ्रष्टाचार के चलते लाखों रुपए की धनराशि निकाली गई
जांच की आंच से बचने के लिए पूर्व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि दिनेश सिंह व उनके परिवार ने बीजेपी का दामन थाम लिया लाखों के भ्रष्टाचार में कुछ क्षेत्रीय बीजेपी नेता और कुछ तथाकथित पत्रकार की भूमिका संदिग्ध रही ग्राम सभा केवटली मे ग्राम विकास धनराशि की हुई बंदरबांट और खुले आम भ्रष्टाचार में विकासखंड धनपतगंज के कई अधिकारियों और बीजेपी के कई नेताओं की सांठगांठ से लाखों की वित्तीय अनियमितता संभव हो पाई है
ग्राम सभा केवटली मे हुए भ्रष्टाचार की जांच से बचने के लिए एक सोची समझी साजिश के तहत उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव से पहले लाखों की वित्तीय अनियमितता में शामिल रहे पूर्व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि दिनेश सिंह व उनके परिवार को बचाने के लिए बीजेपी के कई छूट मुळे नेताओं ने साथ दिया कभी मयंग के बाहुबली पूर्व विधायक सोनू सिंह वर्तमान ब्लाक प्रमुख मोनू सिंह के कट्टर समर्थक रहे पूर्व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि केवटली भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर लाखों के भ्रष्टाचार पर होने वाली जांच को प्रभावित करने में सफल हुए हैं
जब ग्रामीण स्तर पर बीजेपी वोट बैंक के लिए भ्रस्ट प्रधानों को बचाने में लगी हुई है तो माननीय सांसद सुल्तानपुर मेनका संजय गांधी की कथनी और करनी में संदेह उत्पन्न होता है ऐसा करके ना तो ग्राम सभाओं का विकास होगा और ना ही भ्रष्टाचार पर कोई ठोस न नीति बन पायेगी
2-गोमती मित्रों ने करके स्वच्छता श्रमदान मजरूह सुलतानपुरी उद्यान हुआ साफ और स्वच्छ
सुल्तानपुर जनपद की ऐसी शख्सियत जिसने जनपद का नाम भारत ही नहीं सात समंदर पार तक रोशन किया, दुर्भाग्य उनके नाम से बना उद्यान सुल्तानपुर में आज भी उपेक्षित एवं झाड़-झंखाड़ से ढका रहता है ,जब तब गोमती मित्र मंडल श्रमदान आयोजित करके इसकी साफ सफाई करता है,उसके बाद स्थिति फिर ज्यों की त्यों,वरिष्ठ सदस्य दाऊजी कहते हैं हम प्रशासन से और कुछ नहीं चाहते बस जो उद्यान महान शख्सियतों के नाम पर हैं उनकी देखरेख एवं समय-समय पर साफ सफाई जरूर होती रहे,
प्रदेश अध्यक्ष मदन सिंह एवं मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी बताते हैं कि गोमती मित्रों ने ४ साल पहले ४१ दिन तक अनवरत श्रमदान करके उद्यान की स्थिति ही बदल दी थी और तब जिम्मेदारों से आग्रह भी किया था कि अब इसकी देखरेख जरूर हो लेकिन दुर्भाग्य ऐसा नहीं हो सका,रविवार को होने वाला साप्ताहिक श्रमदान गोमती मित्रों ने फिर उसी उद्यान में आयोजित करके एक बार पुनः पूरे परिसर को साफ सुथरा कर दिया,,
श्रमदान में मुख्य रूप से उपस्थित रहे दिनेशानंद जी महाराज, आशुतोष श्रीवास्तव,राजेश पाठक,अजय प्रताप सिंह,दिनकर प्रताप सिंह,रामेंद्र प्रताप सिंह राणा,डॉ सी.डी.सिंह,संत कुमार प्रधान,मुन्ना सोनी, राम क्विंचल मौर्य,राजेंद्र सोनी,ओमप्रकाश कसौधन,सोनू सिंह,धर्मेंद्र,आमोद,जय नाथ, दीपक मोदनवाल,शेर बहादुर,रूद्र विश्वदीप,प्रांजल,वासु,अवनींद्र, आयुष आदि
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