लखनऊ, । फैजाबाद रोड स्थित हाइकोर्ट परिसर में मंगलवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक अधिवक्ता रमेश पांडेय चौथी मंजिल से संदिग्ध हालातों में भूतल पर अा गिरा। मौके पर मौजूद सभी अधिवक्ता जमा हो गए।
गंभीर अवस्था में घायल मुख्य स्थायी अधिवक्ता रमेश पांडेय को पास ही स्थित लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
वहीं, अस्पताल के बाहर ही भारी संख्या में वकीलों की भीड़ जमा हो गई। मौत की सूचना मिलते ही जमकर हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पुलिस मामले को शांत कराने के प्रयास में लगी है। इस दौरान अधिवक्ताओं ने की एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
वकीलों ने कहा कि एफआईआर होने के बाद ही शव पोस्टमार्टम के लिए ले जाएंगे । उधर पोस्टमार्टम हाउस में भी बड़ी संख्या में अधिवक्ता पहुंचे गए है।
इसी बीच जस्टिस डीके अरोड़ा को चक्कर आने के चलते गश खाकर लोहिया में ही गिर पड़े। इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
फिलहाल अभी अधिवक्ता के चौथी मंजिल से नीचे गिरने के कारणों के बारे में जानकारी नहीं मिली है। हालांकि आत्महत्या का मामला सामने आ रहा है। पुलिस मामले की छानबीन में लगी है।
कुछ दिन पहले ही रमेश ने मुख्य स्थायी अधिवक्ता के पद से इस्तीफा दिया था। अधिवक्ता रमेश पांडेय मूल रूप से सुल्तानपुर पाड़े बाबा गांव के रहने वाले थे।
वर्ष 2010-11 व 2014-15 में अवध बार एसोसिएशन हाईकोर्ट से सिकरेटरी रह चुके है।परिवार में पत्नी अलपिका, बेटा यश और पलास हैं। यश एमिटी यूनिवर्सिटी से एलएलबी और पलास बीटेक कर रहा था।