महोबा 26 अक्टूबर। जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने कहा कि पर्यावरण को सुरक्षित अगर रखना है तो खेतों पर पराली कदापि न जलाये उन्होंने कहा कि अगर किसान फसल का अवशेष और पराली जलाकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचायेंगा तो उसे जुर्माना देना पड़ेगा, जिलाधिकारी ने कहा कि जुर्माना जमीन के क्षेत्र फल के आधार पर लगेगा। उन्होंने कहा कि एक बार से अधिक बार पराली जलाते पाये जाने पर अर्थ दण्ड के साथ कारावास की भी कार्यवाही की जा सकती है।
जिलाधिकारी ने तहसील कुलपहाड़ के कोटरा और बैंदों गांव में पराली न जलाने के सम्बन्ध मेंं किसानों को जागरूक करने के लिये डीडी एग्री कलचर, नायब तहसीलदार, कानून गो व लेखपाल आदि के साथ खुली बैठक की।
खुली बैठक में डीएम ने कृषक बन्दुओं से कहा कि खेतों में फसल अवशेष व पराली जलाकर पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाये यदि ऐसा करते है तो जुर्माना देना पड़ेगा। उन्होंने इस बीच यह जानकारी भी दी कि फसल अवशेष जलाने पर रसायनिक क्रियाओं से पर्यावरण को बहुत तेजी के साथ नुकसान पहुंचता है फसल अवशेष को जलाने से जड़, तना, पत्तियों में संचित लाभदायक पोषक तत्व नष्ट हो जाते है और लाभदायक मित्र कीट जलकर मर जाते है और इस कारण पर्यावरण पर भी इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है
महोबा। जिलाधिकारी ने राजस्व, कृषि व शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिये है कि वे अपने, अपने क्षेत्रों में पैनी नजर रखे। यदि कोई भी व्यक्ति फसल अवशेष जलाता पाया जाये तो उसके विरूद्ध विधिक कार्यवाही होगी।
राष्ट्रीय जजमेंट के लिए महोबा से काजी आमिल की रिपोर्ट