नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछा है कि वह और उनके साथी कब तक झूठ बोलकर राजनीति करते रहेंगे। मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर होते हुए उन्हें इस तरह झूठ बोलना शोभा नहीं देता। बिधूड़ी ने सीईईडब्ल्यू के इंडियन रेजिडेंशल एनर्जी के बिजली सर्वे के बारे में केजरीवाल के दावे को चुनौती दी है।
बिधूड़ी ने केजरीवाल द्वारा मंगलवार को ट्वीट में किए गए दावे को झूठ बताया है। इस ट्वीट में कहा गया है कि पंजाब और दिल्ली में फ्री बिजली है और इन्हीं दोनों राज्यों में सबसे कम पॉवर कट है। दरअसल केजरीवाल ने जिस सर्वे का हवाला दिया है, वह 2020 का है। बिधूड़ी ने कहा है कि केजरीवाल ने जनता को भ्रम में डालने के लिए जानबूझ कर झूठा दावा किया है। पंजाब में 2020 में तो आम आदमी पार्टी की सरकार ही नहीं थी। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार मार्च 2022 में आई है जबकि यह सर्वे उससे दो साल पहले का है।
उन्होंने कहा है कि केजरीवाल ने सर्वे के साथ आपराधिक छेड़छाड़ भी की है। उन्होंने अपने सर्वे में पंजाब को दिल्ली के बाद दूसरे नंबर पर रखकर दिखाया है जबकि सच्चाई यह नहीं है। सच्चाई यह है कि सर्वे में दिल्ली पहले नंबर पर जरूर है लेकिन पंजाब का स्थान केरल, गुजरात और तमिलनाडु के बाद पांचवें नंबर पर है। दिल्ली भी शहरी इलाकों में पावर कट के मामले में केरल और गुजरात के बाद आती है लेकिन ग्रामीण इलाकों में पावर कट न होने के कारण दिल्ली पहले नंबर पर है। जबकि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस सर्वे को अपने पक्ष में दिखाने के लिए इसके साथ छेड़छाड़ की है।
बिधूड़ी ने मांग की है कि मुख्यमंत्री केवल दिल्ली की ही नहीं बल्कि पूरे देश की जनता से माफी मांगें क्योंकि उन्होंने एक बार फिर झूठ बोलकर एक गलत दावा पेश किया है।
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