सुल्तानपुर कुड़वार बाजार से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर शिव नाथा गंज विकासखंड कुंडवार के पास सीबीएसई बोर्ड के अंतर्गत चलने वाले हरमिटेज पब्लिक स्कूल ना केवल शिक्षा का व्यवसायीकरण किया है बल्कि सैकड़ों छात्र-छात्राओं के जीवन को खतरे में डालकर स्कूल का संचालन किया जा रहा है हरमिटेज पब्लिक स्कूल की आस पास जंगल और झाड़ियां है जहां ना केवल छात्र-छात्राओं के लिए सांप बिच्छू और जंगली जानवरों का डर है वहीं दूसरी ओर कभी भी वहां पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के साथ कोई भी अनहोनी हो सकती हैं
लेकिन बेपरवाह स्कूल शासन को इसकी की चिंता नहीं है एक ओर स्कूल जहां सीबीएसई बोर्ड इंग्लिश मीडियम अच्छे स्कूल के होने का दावा करता है वहीं दूसरी ओर स्कूल मे सुरक्षा व्यवस्था का अभाव है स्कूल मे ना तो सीसीटीवी कैमरे हैं और ना ही स्कूल की बाउंड्री वाल है स्कूल में बाउंड्री वाल न होने से स्कूल के छात्र छात्राओं की सुरक्षा पर सवालिया निशान लग रहे हैं वही स्कूल के आसपास असामाजिक तत्वों का होना कभी भी किसी भी छात्र छात्रा के लिए बड़ी मुसीबत बन सकता है
लेकिन ना तो शिक्षा विभाग और ना ही हरमिटेज पब्लिक स्कूल प्रशासन छात्र छात्राओं की सुरक्षा को लेकर कोई उपाय कर रहा है एक तरफ छात्र-छात्राओं की सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है तो दूसरी तरफ ट्रांसपोर्ट व्यवस्था पूरी तरह से फेल है स्कूल वैन या बस मे ना तो कोई महिला अध्यापिका होती है ना ही महिला सहायिका स्कूल के बच्चों को आने जाने के लिए प्राइवेट ट्रांसपोर्ट के हवाले कर दिया गया है देश में बढ़ते हुए अपराध और बच्चियों के साथ होने वाले यौन शोषण से स्कूल प्रशासन को कोई मतलब नहीं है क्या हरमिटेज पब्लिक स्कूल छात्र छात्राओं के साथ होने वाली किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है
यही नहीं बच्चों के अभिभावक भी स्कूल प्रशासन से इस रवैया से ना केवल परेशान हैं बल्कि कई अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल से निकाल लेने का मन भी बना चुके हैं लेकिन फिर भी सवाल यही उठता है कि शिक्षा का व्यवसायीकरण तो समझ में आता है लेकिन स्कूल प्रशासन द्वारा सैकड़ों बच्चों के जीवन से खेलना समझ नहीं आता देखना यह है कि स्कूल प्रशासन कब और कैसे सैकड़ों बच्चों की सुरक्षा और स्कूल ट्रांसपोर्ट से होने वाली समस्याओं को हल कर पाता है
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