छतरपुर। जिले की विकासखंड बक्सवाहा अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत घाेघरा में पिछली पंचवर्षीय में लाखों रुपए के कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए हैं।
जिनमें सभी कार्य ऐसे हैं जिनका धरातल पर काम ही नहीं हुआ है. तथा कार्य के नाम पर जिन की राशि का बंदरबांट पूर्व सरपंच सचिव तथा रोजगार सहायक ने आपस में कर लिया है।
घाेघरा ग्राम के स्थानीय निवासी राजकुमार वेध ,रतन सिंह लोधी, वीरेंद्र लोधी, संतोष, बलराम बेध का कहना है कि कार्य रामसिंह लोधी के घर से छक्की लोधी के घर तक सीसी रोड का निर्माण अनुमानित राशि करीब पांच लाख तथा दूसरा सीसी रोड समाज भवन से रतिया अहिरवार के घर तक अनुमानित राशि करीब चार लाख थे, इसके साथ ही करीब तीन से चार तालाब निजी भूमि में स्वीकृत हुए थे
जिनको शासकीय भूमि में बनाया गया एवं करीब 10 लाख की राशि से चेक डैम का निर्माण भी ग्राम पंचायत घोघरा में होना था लेकिन उसका निर्माण भी वहां पर नहीं कराया गया एवं जिसकी राशि का बंदरबाट किया जा चुका है।
*ग्राम रोजगार सहायक ने लगाई लाखों चपत* स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि रोजगार सहायक भरत लोधी ने लाखों रुपए का गमन किया है करीब पांच – छ: कार्य ऐसे है. जिनकी अनुमानित राशि लाखों में है परंतु यह सभी कार्य धरातल पर हुए ही नहीं है अब सवाल यह है कि अकेला सिर्फ़ रोजगार सहायक इतना सब कुछ कैसे कर सकता है? जबकि पंचायत में और जनपद पंचायत में सारे कार्य निगरानी में होते हैं और पंचायत में कार्यों की निगरानी इंजीनियर भी करते हैं।
*अधिकारी कर्मचारी मामला दबाने में जुटे* जब इतने बड़े भ्रष्टाचार की जांच वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी गई तो यह सामने आया कि कई दिन बीत जाने के बाद भी जांच नहीं हो पाई और जब जांच हुई तो मामले में लीपापोती का कार्य अधिकारियों द्वारा किया गया।
इनका कहना है कि… “शिकायती आवेदन प्राप्त हुआ है जाँच भी की जा रही है जाँच पूरी होने के बाद रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी जाएगी।” मूलचंद्र लोधी सहायक यंत्री, जनपद पंचायत बक्सवाहा
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