गांव का इकलौता स्कूल बंद होने लगा तो IAS का सपना छोड़कर बनीं सरपंच
बठिंडा। पंचायत चुनाव में सबसे कम उम्र की सरपंच बनने वाली एक 22 साल की लड़की गांव का भला करने के लिए अपना सपना छोड़ कर राजनीति में आई है।
मानक वाला की रहने वाली शेशनदीप कौर दिल्ली में रहकर आईएएस की तैयारी कर रहीं थीं। गांव का इकलौता स्कूल बंद…