किसानों की हितैषी सरकार ही, नही उपलब्ध करा पा रही किसानों को बीज और खाद
गोस्वामी तुलसीदास के राम चरित मानस की ये पंक्तियां भी किसानों के दर्द को बयाँ करती हैं लेकिन किसानों के हितों की बात करने वाली सरकार को शायद ये समझ मे नही आ रहा है।
उक्त पंक्तियाँ इस प्रकार हैं,
"का बर्खा जब कृषि सुखाने। समय चुकी पुनि का…