लव-जिहाद का शिकार हुई हिंदू बेटी, माँ और बेटी की गला रेत कर हत्या

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज, सुल्तानपुर। सुल्तानपुर,जिले के लंभुआ में स्टेशन रोड निवासी रामसुख मौर्य के घर में घुसकर 28 जून को दिन दहाड़े उनकी पत्नी शकुंतला व बेटी विजयलक्ष्मी की कुछ बदमाशों के द्वारा धारदार हथियार से मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या करने के बाद हत्यारे मौके से फरार हो गए थे, जिसके बाद पुलिस ने पूरे घटनाक्रम कि जाँच करना शुरू की और 2 जुलाई को भदैया पुल के पास तीन संदिग्धों को पकड़ा ।
पुलिस के मुताबिक उन्होंने माँ-बेटी की हत्या की घटना कुबूल की। बदमाशों की पहचान लंभुआ निवासी शाहबाज अंबेडकरनगर के इरफान और शादान के रूप में हुई। पूछताछ के दौरान इरफान ने आलाकत्ल बरामदगी की बात बतायी। इस जानकारी पर पुलिस इरफान को लेकर आलाकत्ल बरामद करने जा रही थी। पुलिस के मुताबिक दुर्गापुर रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग के नजदीक इरफान नें अपने पास छिपाकर रखे असलहे से सिपाही शैलेंद्र सिंह पर फायर झोंक दिया। गोली के छर्रे लगने से शैलेंद्र घायल हो गया। इस बीच में अन्य पुलिसकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई जो बदमाश इरफान के पैर में लगी।
मौके पर पहुंचे एसपी सोमेन वर्मा ने बताया कि मुठभेड़ में एक बदमाश और एक सिपाही घायल हुआ है।मां-बेटी की हत्या में इस्तेमाल आलाकत्ल बरामद कर लिया गया है। सीओ सतीश चंद्र शुक्ला ने बताया कि पूछताछ में इरफान ने रामसुख मौर्य के घर में आने-जाने और विवाद पर माँ-बेटी की हत्या करने की घटना स्वीकार की है। सूत्रों से पता चला है कि इरफान और रामसुख मौर्य की बेटी के बीच प्रेम संबंध थे। इरफान अंबेडकर नगर का निवासी है, और काफी समय से लंभुआ में ही रह रहा था।
पता चला है कि इरफान रामसुख मौर्य की बेटी विजयलक्ष्मी से शादी करना चाहता था। लेकिन विजयलक्ष्मी और उसके माता-पिता ने शादी करने से मना कर दिया। जिसका बदला लेने के लिए इरफान ने हत्या के 15 दिन पहले पूरी प्लानिंग बनाई थी, जिसके लिए इरफान ने अपने छोटे भाई शादान और लंभुआ निवासी अपने दोस्त शाहबाज की मदद ली थी। फ़िलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लेकिन बड़ा सवाल आज भी यह है कि आखिर कब तक हिन्दू बेटियाँ इस तरह लव-जिहाद का शिकार होकर मरती रहेंगी।
 संतोष दुबे की रिपोर्ट

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