मुख्यमंत्री योगी 5 वर्षों बाद अपने पैतृक गांव पहुंचकर मां का लिया आशीर्वाद

मां का आशीर्वाद लेते समय भावुक हुए मुख्यमंत्री योगी की आंखों से छलके आंसू

राष्ट्रीय जजमेंट न्यूज़ लखनऊ

संवाददाता ए.के दुबे 

मुख्यमंत्री योगी से घरवालो के साथ उनके बचपन के मित्र व गांव के लोगों ने मुलाकात की योगी ने अपने गांव में बचपन की यादें ताजा की

योगी ने अपनी मां सावित्री देवी और बड़े भाई मानवेंद्र बिष्ट और छोटे भाई महेंद्र सिंह बिष्ट के साथ तीनों बहनों से भी मुलाकात की

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में स्थित अपने पैतृक गांव ‘पंचूर’ पहुंचे । आज 5 वर्षों बाद मुख्यमंत्री योगी आए है अपने महाराज के आने पर पंचूर फूला नहीं समाया ‌‌इसके लिए गांव में कई दिनों से तैयारियां चल रही थी।

मुख्यमंत्री योगी ने घरवालो के साथ गांव के लोगों और बचपन के मित्र से मुलाकात की सीएम योगी ने अपने गांव में बचपन की यादें ताजा की योगी ने अपनी मां सावित्री देवी और बड़े भाई मानवेंद्र बिष्ट और छोटे भाई महेंद्र सिंह बिष्ट के साथ तीनों बहनों से भी मुलाकात की

योगी ने मां के पैर छूकर आशीर्वाद लिया सीएम योगी और मां की हुई मुलाकात का पल भावुक कर देने वाला रहा। इस दौरान योगी आदित्यनाथ के आंख में आंसू भी दिखाई दिए मां से मिलने से पहले भी मुख्यमंत्री योगी आपने गुरु अवेधनाथ की प्रतिमा के अनावरण के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए भी भावुक हो गए थे।

गांव पंचूर में योगी से मिलने के लिए हजारों की संख्या में आसपास के लोग भी पहुंचे हुए है। सीएम योगी आज पंचूर में ही रात्रि प्रवास करेंगे। बता दें कि 5 साल पहले फरवरी 2017 में योगी आखिरी बार अपनी मां से मिले थे उन दिनों उत्तराखंड और यूपी में चुनाव चल रहे थे।

योगी भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी का प्रचार करने आए थे तभी वो अपनी मां और परिवार वालों से मिलने अपने गांव पंचूर भी गए थे मां से मिलने के बाद योगी यूपी के सीएम बन गए थे। साल 2020 में योगी के पिता आनंद सिंह बिष्ट का निधन हो गया था।

कोविड प्रोटोकॉल के चलते अपने पिता के निधन के बाद भी योगी घर नहीं आ पाए। इस बार 12 फरवरी को विधानसभा चुनाव के दौरान एक चुनावी रैली करने योगी कोटद्वार, उत्तराखंड गए थे। लेकिन तब भी वे अपनी मां से मिलने घर नहीं जा पाए थे। आखिरकार आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी मां से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया।

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