मकान गिरने के बाद दूसरे के घर में रहने को मजबूर हैं पात्र गरीब परिवार

सेमरियावां ब्लाक के गांव मदारपुर का मामला।

संतकबीरनगर। विकास खण्ड सेमरियावां क्षेत्र में पात्र गरीब परिवारों को आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका है। संबंधित परिवार दूसरे के जर्जर मकान में रहने को मजबूर हैं। जानकारी के बाद भी संबंधित जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं।विकास खण्ड पर बार बार  शिकायत के बाबजूद अभी तक कोई अधिकारी जाँच तक करने नही आया इस गरीब आदमी की न कोई सिफारिश करने वाला है ना इसके पास किसी को देने के लिए पैसे हैं जो इसको मकान दिलवा सके

सेमरियावां ब्लाक क्षेत्र के गांव मदारपुर ग्राम पंचायत धुसुरा का राजस्व गांव है। सजरून्निसां पत्नी परवेज अहमद अपने चार बच्चों तथा आमिना खातून पत्नी अब्दुस्सलाम अपने तीन बच्चों के साथ टिन शेड व खपरैल के मकान में रहते थे। विगत छः महीने पहले जर्जर मकान गिर गया। मजबूर गरीब परिवार तस्दीकुन्निसां पत्नी सराकत हुसैन के जर्जर मकान में रहने को मजबूर हैं।

परवेज अहमद तथा अब्दुस्सलाम मुम्बई में मेहनत मजदूरी करके अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। सजरून्निसां व आमिना खातून ने बताया कि उनके पति मेहनत मजदूरी करके किसी तरह पालन पोषण करते हैं। सरकार की सबको पक्का छत मुहैया कराने की योजना जिम्मेदारों की उदासीनता और लापरवाही के कारण कागजी कोरम पूर्ति तक सीमित होकर रह गई है। जानकारी व मांग के बाद भी संबंधित जिम्मेदार मामले में अनजान बने हुए हैं।

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