बीमारी से परेशान रि० फौजी ने गोली मारकर की आत्महत्या, चाैहरे हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा

आगरा – शाहगंज  केदार नगर के रहने वाले 72 साल के सुनहरी लाल शर्मा पूर्व फौजी थे। सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने डाक विभाग में नौकरी की। वहां से भी सेवानिवृत्त होने के बाद घर पर रह रहे थे। उनके तीन बेटे और एक बेटी है। दो बेटे इंजीनियनर हैं, एक विदेश में रहता है। बेटी की शादी हो चुकी है। मंगलवार की सुबह करीब आठ बजे बेटों ने सुनहरी लाल शर्मा के कमरे से गोली चलने की आवाज सुनकर स्वजन कमरे में पहुंचे। उनका खून से लथपथ शव पड़ा देखा। उन्होने अपनी लाइसेंसी बंदूक से सीने में गोली मारी थी।

जानकारी होने पर पहुंची पुलिस को स्वजन ने बताया कि सुनहरी लाल करीब डेढ़ साल से बीमारी से जूझ रहे थे। उनका ट्यूमर का आपेरशन किया गया था। डाक्टराें ने जिसके बाद उनके गले में नली डाल दी थी। जिसके माध्यम से भोजन दिया जाता था। बुजुर्ग को चलने फिरने में भी दिक्कत होने लगी थी। कई दिन से नली से दिया जाने वाला भोजन भी गले में आ जाता था। उनकी दिक्कत को देखते हुए डाक्टरों से दिखाने के लिए समय भी ले लिया था। मगर, इससे पहले ही मंगलवार की सुबह उन्होंने खुदकुशी कर ली। इंस्पेक्टर शाहगंज सत्येंद्र सिंह राघव ने बताया कि बुजुर्ग की खुदकुशी का कारण बीमारी है।

 चाैहरे हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, साथी समेत मास्टरमाइंड गिरफ्तार

आगरा कोतवाली में कूचा साधूराम में हुए चौहरे हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। रेखा और उसके तीनों बच्चों की गला काटकर हत्या उसके रिश्ते के भाई संतोष राठौर ने की थी। हत्याकांड में उसका साथी अंशुल भी शामिल था। रेखा के घर में लाखों रुपये मिलने के लालच में उसने हत्याकांड को अंजाम दिया था।

आइजी रेंज नवीन अरोड़ा ने चौबेजी वाली गली में रहने वाली 35 साल की रेखा राठौर व उनके तीन बच्चों वंश, पारस और माही की 21 जुलाई को घर के अंदर गला काटकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारे सारे सबूत अपने साथ ले गए थे।इससे पुलिस मान रही थी कि हत्या रेखा के किसी करीबी ने की है। रेखा ने पति सुनील राठौर से दो साल पहले तलाक ले लिया था।

वह तीनों बच्चों के साथ मकान में अकेली रहती थी। पुलिस ने रेखा के मोबाइल की काल डिटेल के आधार पर उससे वाट्स एप चैटिंग करने वाले जैनुद समेत कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। विवेचना के दौरान पुलिस को रेखा के रिश्तेदार संतोष राठौर का नाम पता चला। उसका रेखा के घर आना-जाना था।

वह रेखा के पिता विनोद के फूफा बादाम सिंह का बेटा है। घटना वाले दिन उसकी लोकेशन कूचा साधूराम में थी। मगर, वह हत्याकांड के बाद दो दिन के लिए गायब हाे गया था। इससे पुलिस को उस पर शक हो गया। पुलिस ने आरोपित संतोष को दबोचने के बाद उससे पूछताछ की।  पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उसने उसने सच उगल दिया।उसने बताया कि रेखा का चाकू से गला काटने के बाद पूरे घर की तलाशी ली। अलमारी में रखे रुपये और जेवरात के अलावा वह बच्चों का टैबलेट, मोबाइल समेत अन्य साक्ष्य भी अपने साथ ले गए थे।

विष्णुकांत शर्मा वरिष्ठ R.J.संवाददाता आगरा

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