हेबतपुरा के शांति पैलेस में वृद्ध दंपति का ब्लेड से गला रेत कर लूट और हत्या, मृतक पूर्व गृह मंत्री के रिश्तेदार

अहमदाबाद गुजरात। हेबतपुरा चौराहे पर स्थिति शांति पैलेस बंग्लौज में चार लूटेरों ने मिल कर एक वृद्ध दंपति की ब्लेड से गला रेत कर हत्या कर दिया और लूट का सामान लेकर बीस मिनट में ही फरार हो गए। मृतक दंपति पूर्व गृह मंत्री और दीव -दमण के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल के पारिवारिक रिश्तेदार हैं। पुलिस सीसीटीवी के आधार पर हत्यारों को गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।

उल्लेखनीय है, 68 वर्षीय मृतक अशोक भाई और उनकी पत्नी ज्योत्सना बहन ज्यादा समय अपने बड़े लड़के के साथ दुबई में रहते थे। अहमदाबाद के शांति पैलेस बंग्लौज में उक्त दंपति तीन चार महीने ही रहते थे। कोरोना संक्रमण के कारण इस बार वे छह माह से रह रहे थे, होली के बाद अपने पुत्र हेतार्थ के घर दुबई जाने वाले थे, परन्तु कुदरत को कुछ और ही मंजूर था ।

अशोक भाई और उनकी पत्नी आज से 12 वर्ष पहले नारणपुरा में रहते थे, लेकिन उस मकान से 50 तोला सोना चोरी होने के कारण नारणपुरा का मकान छोड़ दिया था। पुलिस अब तक उस चोरी के मामले को सुलझा नहीं पाई है। अब उनकी हत्या की गुत्थी सुलझाने में कितनी सफल होती है, यह विचारणीय प्रश्न है। अशोक भाई नारणपुरा में मसाले का गृह उद्योग चलाते थे। उनका पुत्र और पुत्र वधु छह वर्ष से दुबई में रहते हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सबसे पहले चारो हत्यारों ने नीचे बेड रुम में ब्लेड से गला काट कर अशोक भाई की हत्या कर दिया। जब पति पर जान लेवा हमला हुआ ,उस समय मृतक की पत्नी ज्योत्सना बहन सीढी से ऊपरी मंजील पर दिया जलाने जा रही थीं। उनके शोर मचाने पर हत्यारों ने सीढी पर ही उनकी गला रेत कर हत्या कर दिया था। हत्या और लूट का अंजाम देने के बाद लूटेरे पार्किंग में पड़ी कार भी ले जाना चाहते थे, लेकिन कार रिवर्स होने के बजाय गेयर में पड़ कर तीन सीढी ऊपर चढ गई जिससे उन्हे कार छोड़ कर भागना पड़ा था।

नव वर्ष से सोसायटी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले जयंती भरवाड़ के अनुसार पहले चारो हत्यारे धीरे धीरे चलते हुए हेबतपुरा चौराहे तक गए थे। फिर दौड़कर बाइक लेकर रिंग रोड की भाग गए। पड़ोसी मीना बहन के शोर मचाने पर आस पास वालों को हत्या की जानकारी मिली और पड़ोसियों ने पुत्र और पुत्री मेघना को सूचित किया था।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक के घर फर्नीचर और पेन्टिंग का काम चल रहा था। शंका के आधार पर पुलिस दस लोगों से पूछ ताछ कर रही है। क्राइम ब्रान्च और स्थानीय पुलिस के अनुसार अपराधी डुगंरपुर या मध्य प्रदेश के हो सकते हैं। सेक्टर एक के संयुक्त पुलिस आयुक्त राजेश असारी के अनुसार हिस्ट्री सिटर अपराधियों का एमसीआर कार्ड की जाँच के साथ सर्वेलेस, मुखबिर और सीसीटीवी फूटेज को एकत्रित किया जा रहा है।

शीघ्र ही अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। अब तक वरिष्ठ नागरिकों की पांच हत्याओं के मामले में पुलिस किसी को भी गिरफ्तार करने में असफल रही है। सीनियर नागरिकों के लिए स्पेशल पुलिस सी टीम की रचना की गई है, लेकिन हेबतपुरा के हत्याकांड में अब तक सी टीम नहीं आई है जो लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।

ओमप्रकाश यादव

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