प्रधानमंत्री आवास योजना मे पात्रता जाँच मे ब्लॉक के अधिकारियो की मिली भगत

सुल्तानपुर ब्लॉक धनपतगंज
घर हर गरीब का सपना होता है शायद यही कारण है की हमारी सरकार ने आवास योजना की शुरुआत की सरकार की यह योजना गरीब कमजोर लोगो के लिये है लेकिन सरकार को शायद यह नहीं मालूम था की प्रधानमंत्री आवास योजना भर्ष्टाचार की भेट चढ़ जाएगी और इसका फायदा अमीर और सरकारी अधिकारियो के निजी फायदे का जरिया बन जायेगा मामला ब्लॉक धनपतगंज की ग्राम सभाओ का जिसमे केवटली बरासिन सरेया माफ़ी बढ़नपुर डाबिया इन सभी ग्राम सभा मे अनपढ़ और गरीब लोगो को आवास का फायदा नहीं मिला ज्यादा तर वो लोग है अनुसूचित जाति से या फिर अनपढ़ गरीब लोग है |
इन लोगो के पास न रोजगार है और नहीं खेती की जमीन बेसहारा भूमिहीन किसान या मजदूर जिनकी आवाज सरकार व प्रशासनिक अधिकारियो तक पहुँचती ही नहीं या फिर दबंग ग्राम प्रधानो ने पहुंचने नहीं दी सरकारी योजना का लाभ ग्राम प्रधान के लोगो या परिवार को दिये गये भर्ष्टाचार का ये खेल बहुत आगे तक है जिनका हिस्सा ब्लॉक के अधिकारियो तक जाता है जिससे इन अधिकारियो को मोटी कमाई होती है और ग्राम प्रधान अपने लोगो तक आसानी से सरकारी योजना का लाभ पहुंचा पाते है फिर पात्र और अपात्र का कानूनी खेल चलता जिसमे अमीर लोगो के घर दो मंजिल बन जाते है और गरीब सरकार की योजना का इंतजार करता रहता है और एक दिन उसे ये पता चलता है की पात्र सूची मे उसका नाम नहीं है या फिर दबंग ग्राम प्रधानो ने भ्रस्ट अधिकारियो ने उसका नाम हटा दिया ग्राम सभा बरासिन मे कई पात्र गरीब लोगो को आवास नहीं मिला ग्राम सभा केवटली मे अशोक निषाद उर्फ़ रिखी निषाद का पूरा परिवार चार बेटियों के साथ छपरा मे रहता है और मजदूरी करता है आय का कोई जरिया नहीं लेकिन पात्र नहीं रिखी निषाद को आवास व अन्य सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला रिखी निषाद ने मुख्यमंत्री जन सुनवाई पर शिकायत की तो खण्ड विकाश अधिकारी ने आख्या रिपोर्ट लगायी की रिखी निषाद का नाम प्रधानमंत्री आवास सूची मे नहीं इस लिये नहीं मिला विडिओ साहब से ये पूछा जाय की लिस्ट क्या प्रधानमंत्री बनाते है |
लेकिन उन लोगो का लिस्ट मे नाम है जिनका नहीं होना चाहिए था रिखी निषाद ही नहीं ग्राम सभा केवटली के राजेश बनिया चार बेटियां रहने के लिये घर नहीं बीमारी मजदूरी नहीं करने देती इन सर्द मौसम मे किस तरह जीते है इसका अनुमान शायद ही उन लोगो को हो जो इस प्रकार का जीवन नहीं जिये इसी ग्राम सभा के नंदकिशोर हरिजन गांव के बाहर झोपडी मे रहते है अनुचित जाति से आते है गरीबी का अंदाजा उनके घर पहुंच कर लगा जीवन कितना कठिन इन कई गाँवो मे कई ऐसे परिवार मिले जो सरकारी योजना के पात्र है लेकिन ही कभी इन योजनाओं का लाभ इन अनपढ़ गरीब और वंचित लोगो को मिले सरकार या तो इन लोगो को इन योजनाओं का लाभ दे या फिर इन योजनाओं को बंद कर दे |
मानवता की रिपोर्ट

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