गुरु ग्रंथ साहिब के पाठ के साथ,गणतंत्र दिवस पर परेड के लिए सजाये ट्रेक्टर ट्रॉली

आर जे न्यूज़

गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के लिए किसानों ने कमर कस ली है। सिंघु, टीकरी ओर गाजीपुर बॉर्डर पर परेड के लिए आखिरी क्षण की तैयारियों में किसान सोमवार को पूरे दिन व्यस्त दिखे। मंगलवार को परेड का एक अहम हिस्सा ट्रैक्टर टॉली पर झांकी होगी। शुरुआती ट्रॉली में गुरु ग्रंथ साहिब के पवित्र पाठ किया जाएगा, जिसके लिए वाहनों को फूलों से सजाया गया। इस दौरान कुछ कलाकारों की कृषि से जुड़े पोस्टर भी प्रदर्शित करने की तैयारी की गई।

झांकी में शहीद बाबा दीप सिंह, बाबा बंदा सिंह बहादुर और गुरु तेग बहादुर जैसे सिख नेताओं के पोस्टर ट्रॉलियों पर लगाए गए तो इस दौरान प्रसाद वितरण भी किया जाएगा।

सिंघु बॉर्डर पर मौजूद एक स्वयंसेवक जरनैल सिंह ने बताया कि इस पवित्र वाहन के पीछे सभी ट्रैक्टर होंगे। अखिल भारतीय किसान सभा(पंजाब)के सहायक सचिव कश्मीर सिंह ने कहा कि सरकार की ओर से किसानों को तीन मार्ग उपलब्ध कराए हैं। इनपर ही शांतिपूर्ण परेड निकालेंगे। रैली में दिखाया जाएगा कि भारत के किसानों की दशा और कृषि से संबंधित गतिवधियों को जीवंत रूप में पेश किया जाएगा।

स्वराज अभियान के प्रवक्ता जयकिशन ने कहा कि ट्रैक्टर मार्च दोपहर 12 बजे शुरू होगी। अगर वाहनों की संख्या अधिक हुई तो बुधवार को भी रैली जारी रहने की उम्मीद है। इस दौरान कुछ ट्रैक्टर पर आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

संगरूर के कलाकार परमिंदर सिंह ने कहा कि मैं एक किसान परिवार से हूं, इसलिए अपनी एक पेंटिंग के जरिये एकजुटता को पेश करेंगे। इसमें एक काले सांप को प्रदर्शित किया गया है, ताकि अहसास हो सके कि किसानों का दम कैसे घुट रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कानून वापस नहीं लिए गए तो इसे कार के ऊपर या ट्रॉली में रखेंगे।

सिंघु बॉर्डर पर ट्रैक्टर मार्च में शामिल होने से पहले वाहनों को झंडों से सजाया गया। सभी ट्रैक्टर पर राष्ट्रीय ध्वज के साथ संगठनों के भी झंडे लगाए गए ताकि परेड के दौरान इनकी खूबसूरती दिख सके। किसान बलकार सिंह ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान दिल्ली में प्रवेश नहीं करेंगे और इसकी शुरुआत आधिकारिक गणतंत्र दिवस परेड के समापन के बाद ही होगी।

 

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